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समाजवादी छात्रसभा ने किया प्रदर्शन, छात्रों के हित में सरकार से की ये मांग
समाजवादी छात्रसभा के नौजवानों ने सोमवार को ‘पढ़ाई नहीं तो फीस नहीं, और परीक्षा भी नहीं‘ की मांग को लेकर राजधानी के हजरतगंज, लखनऊ स्थित गांधी प्रतिमा पर....
मनीष श्रीवास्तव
लखनऊ: समाजवादी छात्रसभा के नौजवानों ने सोमवार को ‘पढ़ाई नहीं तो फीस नहीं, और परीक्षा भी नहीं‘ की मांग को लेकर राजधानी के हजरतगंज, लखनऊ स्थित गांधी प्रतिमा पर जोरदार प्रदर्शन किया। समाजवादी छात्रसभा के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ‘देव‘ सहित बड़ी संख्या में नौजवानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार की छात्र-युवा विरोधी नीतियों के चलते प्रदेश में व्यापक असंतोष है। समाजवादी छात्रसभा दो सप्ताह पूर्व छात्रों की मांग को लेकर एडीएम के माध्यम से राज्यपाल व मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन दे चुकी थी। सरकार की ओर से कोई सुनवाई नहीं होने पर यह प्रदर्शन किया गया।
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दिग्विजय ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन भी दिया
प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तारी से पूर्व दिग्विजय ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन भी दिया, जिसमें कहा गया है कि कोरोना संकट और लाॅकडाउन के चलते शिक्षण संस्थाएं बंद रहीं। समाजवादी छात्र सभा की मांग है कि छात्र-छात्राओं की सभी प्रकार की फीस माफ की जाए। छात्रावास के कमरों के किराये का भुगतान सरकार करे। बिना परीक्षा अगली कक्षा में छात्र-छात्राओं को प्रोन्नति दी जाए तथा सन् 2020-21 के सत्र में प्रवेश लेने वाले छात्रों को शुल्क में विशेष छूट दी जाए।
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दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार ने शिक्षण संस्थाओं को परीक्षा की तिथियां घोषित करने के निर्देश दिए थे, लखनऊ विश्वविद्यालय ने तिथियां घोषित कर दी हैं। अभी दो दिन पहले विश्वविद्यालय के एक शिक्षक को कोरोना संक्रमित पाया गया। ऐसे में परीक्षाओं के संचालन का निर्णय संवेदनशून्य व अमानवीय है, छात्र इसके विरोध में है।
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...समाजवादी छात्रसभा ने पोस्टकोर्ड अभियान भी चलाया था
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि कोरोना संकट में शिक्षण संस्थान बंद रहे हैं। आर्थिक एवं सामाजिक जीवन अस्तव्यस्त हुआ है। प्रारम्भिक कक्षाओं से लेकर उच्चस्तर तक की कक्षाओं का संचालन बंद रहा है। लाखों छात्र घरों में बंद है। ऑनलाइन शिक्षण तकनीकी कठिनाइयों के चलते उपयोगी नहीं है। प्रदेश में कोरोना महामारी का प्रकोप घटने के बजाय बढ़ रहा है। छात्र-छात्राएं अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। समाजवादी छात्रसभा ने इस सम्बंध में पोस्टकोर्ड अभियान भी चलाया था।
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