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सूरत से प्रयागराज पहुंची श्रमिक एक्सप्रेस, प्रवासियों के चेहरे खिले
दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को श्रमिक एक्सप्रेस जैसी स्पेशल ट्रेन चलाकर उन्हें उनके घर पहुंचाने की मुहिम शुरू कर दी गयी है।
प्रयागराज: परिवार का पेट पालने के लिए अपने घरों से हजारों किलोमीटर दूर जाकर काम करने वाले मजदूर कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के चलते लॉकडाउन में फंस कर रह गए है जिसकी वजह से इनके सामने रोजी रोटी का संकट आकर खड़ा हो गया है। ऐसे मुश्किल हालात में कुछ ऐसी तस्वीरें निकलकर सामने आई जिसे देख कर कलेजा मुँह को आ गया।
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जी हां, जब संकट की इस घड़ी में इन मजबूर मजदूरों को अपने घर जाने का कोई साधन नही मिला तो ये लोग पैदल ही हजारों किलोमीटर का सफर तय करने के लिए निकल पड़े। लेकिन ऐसे हालात में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इनको घर लाने का फ़ैसला मानो इनके लिए किसी वरदान से कम नही है और योगी सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरो को वापस लाने की मुहिम भी शुरू कर दी है। जिसके तहत पहले मजदूरो को बसों से उनके गृह जनपद तक पहुंचाया गया तो वहीं अब दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरो को श्रमिक एक्सप्रेस जैसी स्पेशल ट्रेन चलाकर उन्हें उनके घर पहुंचाने की मुहिम शुरू कर दी गयी है।
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सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए मजदूरो को बैठाया गया
इसी कड़ी में दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों के लिए चलाई जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन आज प्रयागराज जंक्शन पहुंची। ट्रेन के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन कराते हुए मजदूरो को बैठाया गया था। 5 मई को गाड़ी संख्या 09315 सूरत से चल कर 6 मई को प्रयागराज स्टेशन पहुंची। सूरत से प्रयागराज आने वाली श्रमिक एक्सप्रेस में 14 स्लीपर 4 जनरल और दो एसएलआर सहित कुल 24 कोच लगे हुए थे। देश के अलग-अलग राज्यों से चल कर कुल 4 ट्रेनें प्रयागराज पहुंचेंगी। फिलहाल ट्रेनों में मजदूरो के लिए खाने पीने की पूरी व्यवस्था की गई थी।
संदिग्ध मरीजों को प्रयागराज में ही क्वारन्टाइन किया जाएगा
ट्रेन में सफर करने वाले लोगो का कहना है कि सफर के दौरान किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई। दूसरे राज्यों में फंसे बड़ी संख्या में मजदूर जब प्रयागराज पहुंचे तो सबसे पहले उनकी थर्मल स्कैनिंग कराई गई और उसके बाद प्रयागराज जंक्शन पर आश्रय स्थल में मजदूरों को रखा गया। यहीं पर मजदूरों को खाने-पीने का सामान भी जिला प्रशासन की तरफ से मुहैया करवाया जा रहा है। इसके अलावा जांच के दौरान संदिग्ध मरीजों को प्रयागराज में ही क्वारन्टाइन किया जाएगा। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद सभी मजदूरों को रोडवेज बसों द्वारा उनके घर भेजा जा रहा है।
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एसपी आशुतोष मिश्रा ने कहा कि सूरत से आये हुए लोगो को जनपदवार सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए शेड में बैठाया गया है। डॉक्टर की टीम इन्हें चेक कर रही और इनके खाने पीने का इंतजाम किया गया है। बसों के द्वारा इन्हें गृह जनपद भेजा जा रहा है।
रिपोर्ट: मनीष वर्मा
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