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मिर्च हरी है या लाल पता नहीं, वह किसानों का क्या हित करेंगे: स्मृति ईरानी

मेरठ में आयोजित भाजपा किसान सम्मेलन में स्मृति ईरानी के मुख्य निशाने पर कांग्रेस रही। उन्होंने कहा कि मिर्च हरी होती है या लाल, संसद में राहुल गांधी यह तय नहीं कर पाते। उन्हें खेती-किसानी की जानकारी कैसी है, यह किसान भाई समझ सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसान बिल को लेकर विपक्षी नेता कह रहे हैं कि जिन्हें खेती-किसानी की जानकारी नहीं वह लोग बिल तैयार कर रहे हैं

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Published on: 18 Dec 2020 5:36 PM IST
मिर्च हरी है या लाल पता नहीं, वह किसानों का क्या हित करेंगे: स्मृति ईरानी
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मिर्च हरी है या लाल पता नहीं, वह किसानों का क्या हित करेंगे: स्मृति ईरानी

मेरठ, 18 दिसम्बर: मेरठ में भाजपा की ओर से आयोजित किसान सभा में मुख्य वक्ता केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि किसानों के बीच में विपक्षी दल केवल भ्रम फैलाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि किसान बिल पारित होने से दो माह में ही किसानों को 73 हजार करोड़ रुपये का फायदा होगा। उन्होंने विपक्ष से सवाल किया कि जो यह तय नहीं कर पाते कि मिर्च हरी है या लाल और 40 इंच का आलू उगाते हैं और मशीन में डालते हैं, क्या वह किसान हैं।

स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर फिर कसा तंज

मेरठ में आयोजित भाजपा किसान सम्मेलन में स्मृति ईरानी के मुख्य निशाने पर कांग्रेस रही। उन्होंने कहा कि मिर्च हरी होती है या लाल, संसद में राहुल गांधी यह तय नहीं कर पाते। उन्हें खेती-किसानी की जानकारी कैसी है, यह किसान भाई समझ सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसान बिल को लेकर विपक्षी नेता कह रहे हैं कि जिन्हें खेती-किसानी की जानकारी नहीं वह लोग बिल तैयार कर रहे हैं, तो मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि राहुल गांधी क्या किसान हैं? सोनिया गांधी क्या किसान हैं? इस दौरान उन्होंने कहा कि अमेठी में किसानों की क्या दुर्दशा रही और 50 साल तक एक ही परिवार वहां पर राज करता रहा लेकिन आज वहां का किसान खुशहाली की तरफ बढ़ रहा है।

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छह माह में बनाया गया था कृषि कानून

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कृषि कानून की खूबियां बताते हुए कहा कि यह कानून किसानों की आजादी तय करेगा। पूरे देश में किसान कहीं भी अपनी फसल बेच सकेगा। किसान हित मोदी सरकार के एजेंडे में सबसे ऊपर है। किसानों के साथ नाइंसाफी नहीं होने दी जाएगी। सरकार ने छह माह तक डेढ़ लाख किसानों के साथ आनलाइन चर्चा करके ही कृषि कानून को बनाया गया है। गांधी परिवार, जिसने कांग्रेस को डुबोया है वहीं अब किसानों के कंधे से हल उतारकर राजनीतिक बंदूक चला रहा है।

भाजपा सरकार ने किसानों के हित में किया काम

अपने संबोधन को जारी रखते हुए उन्‍होंने कहा कि दिल्‍ली के दंगों में जो लोग शामिल रहे वहीं लोग अब किसानों के हित में पोस्‍टर लिए घूम रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ही है जिसने खेतों में शौच करने के लिए जाने वाली महिलाओं को घर में शौचालय उपलब्ध कराए। आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा किसानों को पेंशन दी, उनके कर्ज माफ किए हैं और अब इस बार किसान हित में एक लाख 30 हजार करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया है। स्मृति ईरानी ने कहा कि भाजपा सरकार ने हमेशा किसान हितों को सामने रखते हुए काम किया है। चाहे वह गन्ना भुगतान का मामला रहा हो या फिर कृषि संबंधी अन्य योजनाएं।

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यहां के किसानो ने समझा बिल उनके पक्ष में है

डेयरी परियोजना पशुपालन विभाग से संबंधित योजनाएं, ऐसी तमाम योजनाएं जो किसानों से संबंधित हैं। केंद्र सरकार ने उन तमाम योजनाओं में मोटी रकम दी है। इससे साफ पता चलता है कि भाजपा सरकार ने किसानों का हित सबसे पहले रखा है। केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश का किसान संपन्न है और वह समझता है कि बिल उसके पक्ष में है। जो लोग विरोध कर रहे हैं और विरोध कहां से पैदा हो रहा है यह भी अब किसानों की समझ में आ गया है। यह सब एक राजनीति का हिस्सा है, क्योंकि उनकी राजनीतिक जमीन खिसक चुकी है और उस जमीन को किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर पाने की कोशिश में लगे हैं।

रिपोर्ट- सुशील कुमार

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