दर्दनाक सड़क हादसा: फिर मजदूरों पर टूटा मौत का कहर, तबाह हो गया परिवार

ये सभी मजदूर गुजरात के सूरत से बहराइच लौट रहे थे। यह हादसा रामनगर तिराहे के पास होना बताया जा रहा है। जहां किसी अज्ञात वाहन ने इन लोगों को ठोकर मार दी।

Vidushi Mishra
Published on: 15 May 2020 12:38 PM IST
दर्दनाक सड़क हादसा: फिर मजदूरों पर टूटा मौत का कहर, तबाह हो गया परिवार
X

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में गुरुवार देर रात बड़ा सड़क हादसा हो गया। रात करीब ढाई बजे 7 प्रवासी मजदूर एक दर्दनाक सड़क हादसे का शिकार हो गए। इस हादसे में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक ने बाराबंकी ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं चार अन्य भी गंभीर रुप से घायल हैं। घायलों को इलाज के लिए लखनऊ के ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है।

ये भी पढ़ें...अभी-अभी भूकंप का कहर: तेज झटकों से कांप उठे लोग, 3 बार हिली धरती

गुजरात के सूरत से बहराइच लौट रहे

ये सभी मजदूर गुजरात के सूरत से बहराइच लौट रहे थे। यह हादसा रामनगर तिराहे के पास होना बताया जा रहा है। जहां किसी अज्ञात वाहन ने इन लोगों को ठोकर मार दी। मृतकों में जगदीश (38 वर्ष), धर्मेंद्र (27 वर्ष), मिहाज अली (33 वर्ष) और जितेंद्र (30 वर्ष) शामिल हैं। सभी मृतकों का शव पोस्टमार्टम के लिए बाराबंकी के मोर्चरी हाउस में भेजा गया है।

बाराबंकी ट्रामा सेंटर में तैनात डॉक्टर के मुताबिक देर रात उनके पास सात लोग इलाज के लिए आए थे। जिनमें से दो पहले से ही मृत थे। इनमें से पांच लोगों को इलाज शुरू किया गया।

एक की हलत ज्यादा गंभीर होती चली गई और सुबह करीब चार बजे उसने भी दम तोड़ दिया। वहीं बाकी घायलों को आगे के इलाज के लिए लखनऊ के ट्रामा सेंटर में रेफर किया गया है।

ये भी पढ़ें...डॉन की मौत: 30 साल किया अंडरवर्ल्ड पर राज, सांसद की हत्या कर बना था माफिया

मृतकों को और घायलों को हेड इंजरी

डॉक्टर के मुताबिक मृतकों को और घायलों को हेड इंजरी थी, जिसको देखकर यही लग रहा है कि उन्हें किसी ने टक्कर मारी है।

मृतक के भांजे मनोज कुमार निषाद ने बताया कि यह लोग सूरत में कमाने के लिए रहते थे। लॉकडाउन के चलते सभी वहां फंसे थे। ये सभी लोग ट्रक से वापस आ रहे थे और किसी काम से यहां रुके थे, तभी यह लोग हादसे का शिकार हो गए।

इन लोगों को किसी अज्ञात वाहन ने ठोकर मारी है। मृतक के भांजे ने आरोप लगाया कि उसने खुद सभी के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया था, लेकिन किसी को कोई सरकारी मदद नहीं मिली।

ये भी पढ़ें...क्वारंटाइन सेंटर में मजदूरों का बवाल, तोड़ दी खिड़कियां, प्रशासन की हालत खराब

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

Next Story