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कांग्रेस ने बुलाई 'मजदूर पंचायत', रोजगार अभियान को बताया BJP का झूठ व फरेब

यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भाजपा सरकार को मजदूर विरोधी बताते हुए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के आत्मनिर्भर यूपी रोजगार अभियान के तहत...

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Published on: 26 Jun 2020 3:26 PM GMT
कांग्रेस ने बुलाई मजदूर पंचायत, रोजगार अभियान को बताया BJP का झूठ व फरेब
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मनीष श्रीवास्तव

लखनऊ: यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भाजपा सरकार को मजदूर विरोधी बताते हुए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के आत्मनिर्भर यूपी रोजगार अभियान के तहत अन्य प्रदेशो से लौटे मजदूरों को नया रोजगार देने को झूठ और फरेब का पुलिंदा बताया है। उन्होंने कहा कि पीएम और सीएम ने एक भी मजदूरों को उनकी योग्यता में इजाफा करते हुए कोई नया सम्मानित प्रतिष्ठित रोजगार नहीं दिलाया।

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श्रमिकों के साथ किया महापंचायत का आयोजन

कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने शुक्रवार को श्रमिकों के साथ महापंचायत का आयोजन किया। पंचायत में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मौजूदा सरकार ने एक भी मजदूर को रोजगार नहीं दिया है। बल्कि मजदूर गरीब विरोधी योगी सरकार मजदूरों को धोखा देने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भैंस पालना, लौकी-सहजन बेचना, राजमिस्त्री को गांव में ही काम मिलना जैसे काम लोग पहले से करते आ रहे हैं। यह कौन सी उपलब्धि है जो सरकार गिना रही है। प्रदेश का मजदूर चाहता था कि उसकी निजी स्किल को किसी संगठित उद्योग धंधे में लगाया जाए।

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मौजूदा सरकार गरीब और श्रमिक विरोधी है...

पंचायत में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष पंकज मलिक ने मुख्यमंत्री योगी पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश के मजदूरों के साथ धोखा और नौटंकी भाजपा सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि योगी और उनके नौकरशाह पहले से लिखी स्क्रिप्ट लेकर कई दिनों से गरीब मजदूरों के साथ रिहर्सल कर रहे थे। रोजी खो चुके मजदूर के साथ इससे भद्दा मजाक क्या होगा? मौजूदा सरकार गरीब और श्रमिक विरोधी है।

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मजदूर पंचायत में कांग्रेस अध्यक्ष के सामने अपनी पीड़ा दंश और दुख-दर्द को साझा करते श्रमिकों ने सीधे तौर पर सरकार के दावों को, उनके आंकड़ों को फरेब और झूठ का पुलिंदा बताया। श्रमिकों ने कहा कि सरकार की तरफ से उनकों कोई ट्रेनिंग नहीं दी गयी है और न ही कोई आर्थिक मदद उनके खाते तक आई है। उन्होंने बताया अब उनके लिए पेट पालना बेहद मुश्किल हो रहा है। जीवनयापन के नाम पर साइकिल पर सब्जी बेचकर या रिक्शा चलाकर पेट पल रहे है। ऐसे कठिन वक्त में पुलिस की वसूली से भी बेहद त्रस्त हैं।

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