×

दूर होगा जल संकट: प्रवासीय मजदूर दूर करेंगे समस्या, इस गाँव में कार्य हुआ शुरू

Rahul Joy
Published on: 7 Jun 2020 3:50 PM IST
दूर होगा जल संकट: प्रवासीय मजदूर दूर करेंगे समस्या, इस गाँव में कार्य हुआ शुरू
X
shramdan

झाँसी। झाँसी के बबीना ब्लॉक के गांव सरवां, सिमरिया, मानुपर, गुवावली, खजुराहा खुर्द में कोरोना संक्रमण से उपजे संकट से क्षेत्र के जो प्रवासी बाहर से लौटे घरों मे बैठे हुए हैं। ऐसे हालात में उन्हें रोजगार के लिए प्रशासन द्वारा जल संरक्षण की पर कार्य किया जा रहा है। जल संरक्षण के लिए तालाब गहरीकरण, छोटे छोटे जल स्त्रोत व पहाड़ियों पर टेंच, नालों पर अभी से पानी को रोकने के लिए प्रयास कर रहे हैं और वह जल संरक्षण को ही एकमात्र सहारा मान रहे हैं। जिससे भविष्य में भरपूर खेती कर सके वैसे ही गर्मियों के दिन जल संकट काफी बढ़ जाता है और लोगों को पीने के पानी की समस्याएं देखने को मिलती है।

पानी इकत्र करके खेती कर सकेगे

वहीं दूसरी ओर बरसात के पानी को जमा करने के लिए बाहर से लौटे प्रवासी व गांव की पानी पंचायत समितियों एवं जल सहेलियों ने संकल्प लिया है कि अगर अभी से तालाबों का गहरीकरण और जल भराव क्षमता को और बढ़ाने के लिए छोटी-छोटी जल संरचनाओं का गहरीकरण कर श्रमदान कार्य जारी है। उन्होंने यह सोच लिया है कि यदि ऐसे हालात में बाहर तो मजदूरी के लिए जा नहीं पाएंगे। अगर अभी से जल संरक्षण का काम करें तो बरसात का पानी इकत्र करके खेती कर सकेगे। जिससे बच्चों का पालन पोषण हो सकेगा व पलायन के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। इसलिए जल संरक्षण के कार्य को महत्व देते हुए प्रवासी मजदूर पानी पंचायत समितियां सभी मिलकर जल संरक्षण श्रमदान में लगे हुए हैं।

सोनू सूद पर बवाल: शिवसेना ने दिया बड़ा बयान, BJP पर लगाया ये आरोप

50 लोगों ने श्रमदान का कार्य किया

सरवां गांव की जल सहेली पिस्ता पाल ने बताया कि उनके गांव में 50 लोगों ने श्रमदान का कार्य किया है। सिमरिया गांव में श्रमदान कर रहे महाराज सिंह सहरिया ने बताया कि वर्षात से पहले अपने गांव की जल संरचना को पुर्नजीवित करने का वह प्रयास कर रहे जिसमें पूरे गांव को सहयोग उन्हे प्राप्त हो रहा है, जिससे बाद में जल संरक्षण कर जल संकट से बचा जा सकेगा।

सरवां गांव की रेखा सहरिया कहती है कि पहले शहर जाकर कैसे भी करकर आजीविका चला लेते थे लेकिन अब कोरोना काल में गांव में ही रहना होगा, जिसके लिए गांव में ही आजीविका का विकास करने के लिए तालाब की सिल्ट सफाई कर रही है जिससे बाद में उन्हें सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध रहे।

राम मंदिर पर बड़ा ऐलान: इस दिन शुरू हो रहा निर्माण, तैयारियां हुई तेज

खाद्य सामग्री वितरित की जा रही

वहीं दूसरी ओर गरीब लोगों को परमार्थ समाज सेवी संस्थान व जल जन जोड़ो अभियान के द्वारा इस कार्य के लिए प्रेरित किया गया है। जल जन जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक डॉ.संजय सिंह के निर्देशन में किया जा रहा है। जिसमें क्षेत्रीय कार्यकर्ता राजेश कुमार जिला समन्वयक व युवा समाजसेवी सुदामा गुप्ता लगातार मेहनत कर जल संरक्षण के कार्य को देख रहे हैं। परमार्थ के जितेन्द्र यादव के द्वारा बताया गया कि श्रमदानियों को प्रोत्साहन देने के लिए खाद्य सामग्री वितरित की जा रही है।

रिपोर्टर- बी के कुशवाहा, झाँसी

इलाज के बाद थमाया भारी भरकम बिल, पैसे जमा नहीं करने पर मरीज को बेड से बांधा

Rahul Joy

Rahul Joy

Next Story