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कामगारों एवं श्रमिकों की वापसी के लिए योगी सरकार ने उठाये प्रभावी कदम

अब तक दिल्ली से लगभग 4 लाख प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों तथा हरियाणा से 12 हजार श्रमिकों की प्रदेश में सुरक्षित वापसी हो चुकी है। मध्य प्रदेश से आज 155 बसों द्वारा 5259 लोगों को लाया गया। इसके साथ ही 50 बसों द्वारा उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश के लोगों को भेजा जा रहा है। जबकि कल राजस्थान और उत्तराखण्ड से प्रवासी श्रमिकों को लाया जायेगा।

SK Gautam
Published on: 1 May 2020 8:22 PM IST
कामगारों एवं श्रमिकों की वापसी के लिए योगी सरकार ने उठाये प्रभावी कदम
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लखनऊ: कोविड-19 के कारण बाधित आर्थिक गतिविधियों से प्रभावित श्रमिकों व कामगारों के लिए राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। अन्य राज्यों से प्रदेश के प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों की चरणबद्ध वापसी के लिए प्रदेश सरकार प्रभावी कदम उठा रही है।

सुनिश्चित किया जाए कि श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण करके ही उन्हें आने दें

अब तक दिल्ली से लगभग 4 लाख प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों तथा हरियाणा से 12 हजार श्रमिकों की प्रदेश में सुरक्षित वापसी हो चुकी है। मध्य प्रदेश से आज 155 बसों द्वारा 5259 लोगों को लाया गया। इसके साथ ही 50 बसों द्वारा उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश के लोगों को भेजा जा रहा है। जबकि कल राजस्थान और उत्तराखण्ड से प्रवासी श्रमिकों को लाया जायेगा।

मध्यप्रदेश, पंजाब, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, महाराष्ट्र, उड़ीसा एवं अन्य प्रदेशों के भी मज़दूर वापस होंगे

मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों की वापसी के लिए मध्यप्रदेश, पंजाब, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, महाराष्ट्र, उड़ीसा एवं अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि एक बार में एक राज्य के प्रवासी कामगार/श्रमिकों को प्रदेश वापस लाने की कार्यवाही की जाए। इस सम्बन्ध में यह भी सुनिश्चित किया जाए कि सम्बन्धित राज्य सरकार ऐसे श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण करके ही उन्हें आने दें।

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यह भी ध्यान रखा जाए कि वापस आ रहे सभी कामगारों/श्रमिकों का नाम, पता एवं मोबाइल नम्बर युक्त विवरण उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि आने वाले प्रवासी श्रमिकों व कामगारों को तात्कालिक रूप से रखने के लिए क्वारंटीन सेन्टर होम तैयार किये जाएं। इनमें कम्युनिटी किचन, शौचालय व सुरक्षा सहित सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं।

उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कम्युनिटी किचन के द्वारा लोगों को भरपेट भोजन उपलब्ध हो। वापस आये सभी श्रमिकों का अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। स्वस्थ श्रमिकों को राशन किट के साथ 14 दिन के होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। जिनके स्वास्थ्य में कमी मिले, ऐसे श्रमिकों और कामगारों को संस्थागत क्वारंटीन के तहत क्वारंटीन सेन्टर में रखकर उपचार की व्यवस्था की जाए।

सुनिश्चित कराया जाए कि कोई भी चोरी-छिपे न आये

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के को पूरी तरह सील करने के निर्देश देते हुए कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बरती जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि बगैर अनुमति कोई प्रदेश में आने न पाये। मुख्यमंत्री हेल्प लाइन के माध्यम से ग्राम प्रधानों तथा नगरों के पार्षदों से संवाद स्थापित करते हुए यह सुनिश्चित कराया जाए कि कोई भी चोरी-छिपे न आये। ऐसे लोगों की कोरोना कैरियर होने की सम्भावना रहती है।

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अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये हैं कि मरीज की स्थिति को देखते हुए उसे एल-1, एल-2 अथवा एल-3 कोविड चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती किया जाए। सभी जनपदों में इमरजेन्सी सेवाओं का संचालन किया जाए। टेलीमेडिसिन तथा टेली कन्सल्टेंसी के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श प्रदान करने वाले सरकारी एवं निजी चिकित्सकों की सूची समाचार पत्रों में प्रकाशित करायी जाए।

इन संस्थानों में शनिवार से टेस्टिंग कार्य प्रारम्भ हो जाएगा

अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने पूल टेस्टिंग में वृद्धि करने को कहा हैं। वैश्विक स्तर पर उपलब्ध गुणवत्तापरक टेस्टिंग किट को प्राप्त करने पर विचार किया जाए। अवस्थी ने बताया कि लखनऊ स्थित सीडीआरआई, आईआईटीआर तथा बीएसआईपी में टेस्टिंग कार्य हेतु माइक्रो बायोलाजिस्ट सहित अन्य मानव संसाधन उपलब्ध करा दिया गया है। इन संस्थानों में कल शनिवार से टेस्टिंग कार्य प्रारम्भ हो जाएगा।

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एल-1, एल-2 तथा एल-3 अस्पतालों की क्षमता में वृद्धि करते हुए 52 हजार बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज, डेन्टल कॉलेज तथा नर्सिंग कॉलेज में आवश्यकतानुसार एल-1, एल-2 चिकित्सालय स्थापित करने की कार्य योजना बनायी जाए। उन्होंने जनपद आगरा और कानपुर नगर में अतिरिक्त प्रशासनिक एवं डेडिकेटेड मेडिकल टीम भेजने को कहा हैं।



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