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13 आतंकियों की मौत: सेना के जवानों ने बरसाई गोलियां, एक नेता भी मारा गया
सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि यह मुठभेड़ जाजवान सारी पुल के करीब सोमवार रात हुई जब तालिबानी आतंकवादियों ने विद्रोही सेनानियों के रूप में पहचाने जाने वाले सरकार समर्थित ट्राइबल मिलिशिया समूह पर हमला किया।
नई दिल्ली: अफगानिस्तान में आतंकी हमले आए दिन होते रहते हैं। यहां के जाजवान क्षेत्र में देर रात विशेष अभियान के तहत सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 11 तालिबानी आतंकवादी और सरकार समर्थक स्थानीय नेता समेत 13 लोग मारे गये।
सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि यह मुठभेड़ जाजवान सारी पुल के करीब सोमवार रात हुई जब तालिबानी आतंकवादियों ने विद्रोही सेनानियों के रूप में पहचाने जाने वाले सरकार समर्थित ट्राइबल मिलिशिया समूह पर हमला किया।
इस मुठभेड़ में निशाना स्थानीय नेता तोफान था जिसने विद्रोही लड़ाकों के दल का नेतृत्व किया था और जो कि इस हमले में मारा गया। देशभर में इस साल जनवरी में कुल आठ लोग मारे गये हैं। सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि 11 आतंकवादियों की लाशें स्थानीय गांववासियों को या अफगान रेड क्रिसेंट आर्मी को सौंप दी जाएगी।
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बता दें कि किसी जमाने में देश पर शासन करने वाले तालिबान आतंकवादियों ने 2001 के अंत में बेदखल होने से पहले सशस्त्र विद्रोह का नवीनीकरण किया और सरकारी सैनिकों के अलावा नागरिकों की भी हत्या की। अफगानी सेना द्वारा आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले के जवाब में तालिबानी आतंकवादियों ने प्राय: जिला कार्यालयों, सैन्य शिविरों और सुरक्षा जांच चौकियों पर हमले किये हैं।
इसके पहले 31 आतंकवादियों ने परिवार के साथ किया था आत्मसमर्पण
बता दें कि दिसंबर महीने में अफगानिस्तान सरकार की तरफ से बताया गया था कि 31 आईएसआइएस आतंकवादियों ने 62 महिलाओं और बच्चों के साथ पूर्वी प्रांत नंगरहार में अफगान सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। आतंकवादियों ने खुद को अचिन जिले में सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, स्पुतनिक सरकार की ओर से एक प्रेस रिलीज कर ये बताया गया।
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इससे पहले भी अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (IS) के सदस्यों ने सुरक्षाबलों के सामने 25 नवंबर को भी सरेंडर किया था। उन आतंकियों ने भी अपने परिवार के साथ ही आत्मसमर्पण किया था।