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भयानक तबाही: कोरोना वायरस ने ली 17 लोगों की जान, देश से बाहर जाने पर रोक

वुहान से बाहर जाने वाली आखिरी उड़ान गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के लिए थी। सभी यात्रियों को मास्क पहनने का आदेश था। यात्रियों ने कहा कि उनसे स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा पूछताछ की गई। उन्हें कोरोना वायरस के लक्षणों के बारे में जानकारी दी गई।

SK Gautam
Published on: 23 Jan 2020 12:03 PM IST
भयानक तबाही: कोरोना वायरस ने ली 17 लोगों की जान, देश से बाहर जाने पर रोक
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने अब तक चीन में लगभग 571 लोगों को प्रभावित किया है। इस वायरस ने अब तक 17 लोगों की जान ली है। मामले को देखते हुए गुरुवार से वुहान से बाहर जाने वाली सभी उड़ानों और ट्रेनों को बंद कर दिया गया है। लोगों को बिना कारण घर से निकलने से भी मना किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) प्रमुख टेड्रॉस एडहेनम गेब्रेयीसुस ने बुधवार को कहा कि समस्या को दुनिया के लिए खतरा (ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी) घोषित किया जाए या नहीं, इस पर विचार कर रहे हैं।

किसी यात्री के बीमार होने की खबर नहीं

बता दें कि वुहान से बाहर जाने वाली आखिरी उड़ान गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के लिए थी। सभी यात्रियों को मास्क पहनने का आदेश था। यात्रियों ने कहा कि उनसे स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा पूछताछ की गई। उन्हें कोरोना वायरस के लक्षणों के बारे में जानकारी दी गई। ऑस्ट्रेलिया के चीफ मेडिकल ऑफिसर ब्रेंडन मर्फी ने कहा कि किसी यात्री के बीमार होने की खबर नहीं है।

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चीन में हजारों लोग इसकी चपेट में हैं

यातायात बंद किए जाने पर डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि इस कदम से चीन न केवल अपने देश में वायरस के प्रकोप को नियंत्रित करेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फैलने की आशंका कम करेंगे। चीन में हजारों लोग इसकी चपेट में हैं। कोरोना वायरस का पहला केस वुहान शहर में 31 दिसंबर को मिला था। कोरोनो वायरस एसएआरएस (सीवियर एक्यूट रेसिपिरेटरी सिंड्रोम-सार्स) जैसा होने के कारण खतरा बना हुआ है।

सार्स वायरस ने 650 लोगों की ली थी जान

सार्स वायरस से 2002-2003 में चीन और हॉन्गकॉन्ग में लगभग 650 लोग मारे गए थे। कोरोना को भी सार्स वायरस की श्रेणी में ही रखा गया है। इससे बचाव के उपाय भी किए जा रहे हैं, लेकिन अब तक वायरस के सोर्स का पता नहीं चल पाया है।

हर जगह लोगों की हो रही मेडिकल जांच

चीन में न्यू ईयर मनाने के लिए इस हफ्ते लाखों लोगों आना-जाना करेंगे। इसे देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने एयरपोर्ट्स, बस अड्डों, ट्रेनों में लोगों की जांच की जा रही है। बीजिंग, शंघाई और चोंगकिंग के साथ ही उत्तर पूर्व, मध्य और दक्षिण चीन से भी कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं। जापान, मकाऊ, दक्षिण कोरिया, ताइवान, थाईलैंड और अमेरिका में भी इसके मामले मिले।

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देशों में सामने आए मामले:

देश मामले मौत

चीन 571 17

थाईलैंड 4 0

जापान 0 0

मकाऊ 1 0

जापान 1 0

दक्षिण कोरिया 1 0

ताइवान 1 0

अमेरिका 1 0

माना जा रहा है कि यह वायरस जानवर से फैला है

अमेरिका के 5 हवाई अड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। लंदन से मॉस्को तक के हवाई अड्डों पर भी जांच की जा रही है। डब्ल्यूएचओ ने पुष्टि की है कि प्रभावित लोगों के संपर्क में आने पर यह फैल सकता है। माना जा रहा है कि जानवर से यह वायरस फैला। चीन के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के निदेशक गाओ फू ने कहा कि हम पहले से ही जानते हैं कि बीमारी एक ऐसे जगह से पनपी, जहां अवैध तरीके से जंगली जानवरों की खरीद-बिक्री होती है।

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ताजी हवा लें और खांसी होने पर मास्क पहनें

हॉन्गकॉन्ग और ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि वुहान में 1300 से 1700 लोग संक्रमित हो सकते हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से आग्रह किया है कि वे नियमित रूप से हाथ धोएं, भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें, ताजी हवा लें और खांसी होने पर मास्क पहनें। खांसी या बुखार होने पर अस्पताल जाएं। स्थानीय सरकार ने महत्वपूर्ण सार्वजनिक गतिविधियों को रद्द कर दिया है। 3-9 फरवरी को होने वाली महिला ओलिंपिक फुटबॉल क्वालिफाइंग मैच को पूर्वी शहर नानजिंग में स्थानांतरित कर दिया गया है।



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