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छोटा कोई नहीं! कर दिये करोड़ो का दान, हिला दिया पूरी दुनिया को
बता दें कि दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी एप्पल के CEO टिम कुक ने 23,700 शेयर दान किये हैं। कंपनी ने इसकी जानकारी रेग्युलेटरी फाइलिंग में दी है। दान किए 23,700 शेयरों की किमत 36 करोड़ रुपये (5 मिलियन डॉलर) है।
नई दिल्ली: जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का फिर देखना क्या अरमान और क्या आसमान, किेस्मत मौका देती है मेहनत चौंका देती है...... जी हां ऐसे ही कई बातों को परिभाषित कर रहे हैं दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी एप्पल के CEO टिम कुक...
बता दें कि दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी एप्पल के CEO टिम कुक ने 23,700 शेयर दान किये हैं। कंपनी ने इसकी जानकारी रेग्युलेटरी फाइलिंग में दी है। दान किए 23,700 शेयरों की किमत 36 करोड़ रुपये (5 मिलियन डॉलर) है।
पहले भी दे चुके हैं दान...
ध्यान देने वाली बात यह है कि टिम कुक ने चैरिटी का नाम नहीं बताया है, जिनमे उन्होंने अपना शेयर दान किया है। बताया जा रहा है कि पिछले साल अगस्त में कुक ने एक अज्ञात चैरिटी को इतनी ही कीमत दान किये थे।
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एक नजर, पेपर बेचकर चलाते थे घर...
Apple के मुताबिक, कुक के पास 854,849 (8 लाख 54 हजार 849) शेयर हैं। जिनकी कीमत 17.6 करोड़ डॉलर यानी 1,267 करोड़ रुपये हैं। आज भी टिम कुक के पास इतने पैसे हैं की वो दान कर सकें लेकिन आपको बता दें कि अपनी किशोरावस्था में पेपर बेचकर घर चलाते थे। उन्होंने अपने गृहराज्य अलाबामा के पब्लिकेशन 'द प्रेस रजिस्टर' के पेपर बेचे।
इसके साथ ही साथ उन्होंने अपनी मां के साथ फॉर्मेसी में काम किया, लेकिन उन्होंने कुछ अलग करने की ठानी थी। अपनी इसी सोच के साथ कड़ी मेहनत कर और आज वो दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी एप्पल के सीईओ हैं।
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पढ़ाई में नहीं आई आंच, करते रहे पार्ट टाइम जॉब...
कुक से जुड़ी घटना बताते हैं कि जब कुक Auburn University में पढ़ने के दौरान Reynolds Aluminum कंपनी में पार्ट टाइम जॉब करते थे। यह काम उनकी पढ़ाई का हिस्सा भी था। कंपनी का स्टाफ धीरे-धीरे कंपनी छोड़कर चला गया। इस घटना के बाद टिम ने कंपनी के प्रेसिडेंट की मदद की और उनके साथ मिलकर कंपनी को आगे बढ़ाया। वे इंजीनियर बनना चाहते थे। इसी के चलते उन्होंने इंडस्ट्रीयल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।
आगे भी करेंगे दान...
कुक रॉबर्ट एफ केनेडी सेंटर फॉर जस्टिस एंड ह्यूमन राइट्स संस्था और ह्यूमन राइट्स अभियानों के लिए दान देते रहे हैं। कुक ने अपने बयान में कहा है कि वो अपनी पूरी संपत्ति को एक चैरिटी को दान करने की योजना बना रहे हैं।
ट्वीट कर दी जानकारी...
इसके साथ ही हाल ही में कुक ने ट्वीट कर ये जानकारी दी थी कि उनकी योजना Amazon के जंगलों के संरक्षण के लिए दान देने की भी है।
बड़ा आदमी बनने की पहले दिन से थी चाहत...
टिम कुक ने जब पहली कंपनी ज्वाइन की तो पहले दिन से ही सोच लिया था कि वे सबसे टॉप पर जाएंगे। उन्होंने ऑफिस में अपने लिए एक छोटा कॉर्नर बनवाया। पहले तो लोगों को यह अजीब लगा, लेकिन बाद में उन्हें अहसास हुआ कि ऊपर तक पहुंचने के लिए छोटे से ही ऊपर उठा जाता है।
खुद को कहते थे...
वे खुद को "Attila the Hun of inventory" कहते थे. उन्हें कई साल तक दूसरी बिग टेक कंपनी (Dell and Motorola) का सीईओ बनने के ऑफर आए, लेकिन उन्होंने किसी को भी स्वीकार नहीं किया.
डर नहीं फेल होने का ...
उन्होंने बताया कि वे कभी फेल होने से नहीं डरते है। उन्होंने एक बार एक इंटरव्यू में कहा था, यदि मैं अपने काम में फेल होता हूं तो मैं अपने काम की शुरुआत एक बार फिर नए सिरे से करूंगा।
छोटे परिवार से ताल्लुक...
टिम कुक बहुत ही छोटे परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता शिपयार्ड में काम करते थे और मां घर पर रहकर परिवार की देखभाल करती थीं। इनका जन्म एक छोटे से गांव Robertsdale में हुआ था, जो Alabama में है।