TRENDING TAGS :
France Violence: फ्रांस फिर अशांत, कस्बों देहातों तक फैली हिंसा
France Violence: 27 जून से फ्रांस में शुरू हुई हिंसा में 6,000 से अधिक वाहनों और 12,400 कूड़ेदानों में आग लगाई गई, 1,100 से अधिक इमारतों पर हमला हुआ।
तात्कालिक तौर पर उद्योग लॉबी फ्रांस एश्योरर्स के अध्यक्ष फ्लोरेंस लस्टमैन के अनुसार, फ्रांसीसी बीमाकर्ताओं को अब तक कुल 280 मिलियन यूरो के लगभग 5,900 दावे प्राप्त हुए हैं।
France Violence: फ्रांस में चंद दिनों की शांति के बाद अब फिर से बवाल शुरू हो गया है और इस बार छोटे शहरों, कस्बों और गांवों में आगजनी और तोड़फोड़ हो रही है। सरकार की गणना के अनुसार, 500 से अधिक शहर, कस्बे और गाँव प्रभावित हुए हैं। पेरिस से सैकड़ों किलोमीटर दूर दक्षिण में एक कस्बे क्विसैक में आगजनी हुई है जहां पुलिस कार्यालय को निशाना बनाया गया। मात्र 3300 की आबादी वाले क्विसैक के मेयर का कहना है कि एक अचानक हिट-एंड-रन में करीब चार लोगों ने स्थानीय पुलिस बैरक पर शक्तिशाली आतिशबाजी के साथ बमबारी की, जिससे बैरक के शटर में टेढ़े हो गए और पेड़ में आग लग गई। फ्रांस में छह रातों की तबाही की तुलना में ये मामूली कांड था। फिर भी, इस कस्बे के लोगों के लिये यह पहली घटना घी।
कई जगहों पर वारदात
सिर्फ क्विसैक ही नहीं बल्कि दूरदराज के अन्य कस्बों और गांवों भी अलग-अलग डिग्री की हिंसा की चपेट में आये हैं। सन 80 के बाद से कुछ कुछ वर्षों के अंतराल पर फ्रांस में हिंसा और दंगे होते आये हैं लेकिन आमतौर पर ये शहरों तक सीमित रहते थे। लेकिन इस बार की अशांति अब शहरों से बाहर फैल गई है। छोटे शहरों में वाहनों में आगजनी, पुलिस पर हमले हुए हैं। इन शहरों के मेयर समझ नहीं पा रहे हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है और अब क्यों हो रहा है? फ़्रांस के बड़े शहरों की अशांति अब छोटी जगहों में भी जड़ें क्यों जमा रही हैं?नॉर्मंडी में एल'एगल के मेयर पूछते हैं कि उनके छोटे शहर में आगजनी की घटनाएं क्यों हुईं हैं?
Also Read
27 जून से फ्रांस में शुरू हुई हिंसा में 6,000 से अधिक वाहनों और 12,400 कूड़ेदानों में आग लगाई गई, 1,100 से अधिक इमारतों पर हमला हुआ।
तात्कालिक तौर पर उद्योग लॉबी फ्रांस एश्योरर्स के अध्यक्ष फ्लोरेंस लस्टमैन के अनुसार, फ्रांसीसी बीमाकर्ताओं को अब तक कुल 280 मिलियन यूरो के लगभग 5,900 दावे प्राप्त हुए हैं। एक अनुमान है कि फ्रांस के दंगों में एक अरब डॉलर से ज्यादा की संपत्ति का नुकसान हुआ है।