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खोज निकाली दूसरी धरती: पानी से लेकर वायु तक सब कुछ उपलब्ध
विज्ञान ने हमे बहुत कुछ दिया है। मीलों की दूरी मिनटों में कर दी लेकिन अब वैज्ञानिकों ने एक ऐसे ग्रह को खोज निकाला है, जिसे हम दूसरी पृथ्वी भी कह सकते हैं।
दिल्ली: आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस है। वैसे तो विज्ञान ने हमे बहुत कुछ दिया है। मीलों की दूरी मिनटों में कर दी लेकिन अब वैज्ञानिकों ने एक ऐसे ग्रह को खोज निकाला है, जिसे हम दूसरी पृथ्वी भी कह सकते हैं। इस ग्रह पर पानी हैं और जीवन के जरुरी हर तरह की गैस भी मौजूद है। अब वैज्ञानिक यहां बसने की दिशा में शोध कर रहे हैं। अगर वह इसमें सफल हुए तो इंसान वहां बस सकेंगे। ख़ास बात ये हैं कि यह ग्रह धरती से भी दोगुना है। इतने बड़े गृह पर धरती से दोगुनी आबादी निवास कर सकेगी।
कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने खोजा पृथ्वी जैसा ग्रह:
दरअसल, कैंब्रिज एस्ट्रोनॉमनी इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने एक ऐसे ग्रह की खोज की है, जहां के हालात धरती जैसे हैं। यहां पानी भी है और हाइड्रोजन की परत भी। जीवन के लिए जरुरी सभी गैसे भी यहां है। अब वैज्ञानिक इस ग्रह पर लोगों के बसने को लेकर काम कर रहें हैं। इस ग्रह का नाम है के2-18बी। ये पृथ्वी की तरह रहने लायक है और आकार में भी धरती से दोगुना भी है।
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यह भारतीय वैज्ञानिक कर रहा टीम की अगुवानी:
बता दें कि कैंब्रिज के जिन वैज्ञानिकों की टीम ने के2-18बी ग्रह की खोज की है, उसकी अगुवाई एक भारतीय वैज्ञानिक निक्कु मधुसूदन कर रहे हैं। डॉक्टर निक्कु मधुसूदन लगातार इस ग्रह का अध्ययन कर रहे हैं।
के2-18बी ग्रह की ये है खासियत:
धरती जैसे इस ग्रह का पर जीवनदायिनी हवा मौजूद है। वहीं बड़ी मात्रा में पानी भी उपलब्ध है। हाईड्रोजन भी वातावरण में उपलब्ध है। बताया जा रहा है कि चट्टानें और लौह अयस्क भी ग्रह पर भरा हुआ है। हालाँकि अभी वैज्ञानिक इसकी सतह की स्थिति जानने में लगे हुए हैं। वैसे इस ग्रह को लेकर सिर्फ एक ही समस्या अभी सामने आ रही है कि ये ग्रह सोलर सिस्टम के बाहर है। यह धरती से 124 प्रकाश वर्ष दूर है।
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बस सकते हैं इंसान:
वैज्ञानिक शोध में लगे हैं, यहां की अदुरुनी स्थिति का पता लगाया जा रहा है। अगर सब सही रहा तो यहां पर भी जन जीवन रह सकेगा। बता दें कि मशहूर वैज्ञानिक स्टीफन हाकिंग ने अपने निधन से पहले घोषणा की थी कि लगभग 100 सालों में धरती पर मौजूद जीवन के लिए जरुरी चीजें खत्म हो सकती हैं।
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ऐसे में इंसानों को बसने के लिए पृथ्वी जैसे ही एक ग्रह की जरूरत है। ऐसे में अगर के2-18बी ग्रह पर सभी बुनियादी चीजों की मौजूदगी मिली और यहां तक पहुंचें का रास्ता तय हो सका तो इंसानों को दूसरी धरती मिल जायेगी।
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