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खतरे में दुनिया: खत्म हो रहा जिंदगी जीने का सहारा, कहीं तो सिर्फ है 20 दिन का समय
दुनिया के तमाम बड़े महानगर हैं जो अब पानी की वजह से बड़ी मुसीबत में पड़ गए हैं। एक तरफ कई शहरों को पानी निगलता जा रहा है तो वहीं कई शहर ऐसे हैं जहां पानी वहां की आबादी की प्यास तक नहीं बुझा पा रहा है।
नई दिल्ली। पानी धरती पर सबसे मूल्यवान चीज है। जिसके बिना जीवन की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। लेकिन ऐसे में दुनिया के तमाम बड़े महानगर हैं जो अब पानी की वजह से बड़ी मुसीबत में पड़ गए हैं। एक तरफ कई शहरों को पानी निगलता जा रहा है तो वहीं कई शहर ऐसे में जहां पानी वहां की आबादी की प्यास तक नहीं बुझा पा रहा है। चलिए आपको बताते हैं कि ऐसे कौन से देश हैं जो इस समय खतरे के निशान पर हैं, जिनका भविष्य काफी भयावह है।
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मैक्सिको सिटी
ऐसे में मैक्सिको की राजधानी में 21 मिलियन लोग रहते हैं। मतलब कि 2 करोड़ से ज्यादा आबादी यहां निवास करती है। पर इस शहर के पास पानी ही नहीं है। जिसके चलते अपनी जरूरत का 40 प्रतिशत पानी मैक्सिको दूसरे शहरों से मंगाता है।
इस्तांबुल
इस कड़ी में तुर्की के इस सबसे बड़े शहर पर पानी का सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है। अगले 45 दिनों में ये शहर बूंद बूंद पानी के लिए तरसता हुआ नजर आ रहा है। इस्तांबुल में पानी की कमी बीते 10 सालों में तुर्की के लिए ये सबसे बड़ी मुसीबत के तौर पर सामने आया है।
साओ पाउलो
फिर ब्राजील की राजधानी साओ पाउलो जो कि दुनिया के 10 सबसे ज्यादा घनी आबादी वाले शहरों में से है। ऐसे में यहां साल 2015 में ओलंपिक से ठीक पहले पानी की सबसे बड़ी समस्या उठ खड़ी हुई थी। वहीं अब पूरे साओ पाउलो की प्लास बुझाने के लिए सिर्फ 20 दिनों का पानी बचा था। जिससे यहां हालात बहुत खराब हो चुके हैं।
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काहिरा
मिस्र की राजधानी काहिरा में पानी का बहुत बड़ा संकट खड़ा हो गया है। बताया जाता है कि काहिरा को नील नदी का वरदान प्राप्त है, लेकिन यूएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक काहिरा में साल 2025 तक पीने का पानी बचेगा ही नहीं।
लंदन
इसके बाद इंग्लैंड की खूबसूरत राजधानी लंदन 2025 से जल संकट का सामना करेगी। ऐसे में भले ही लंदन को टेम्स और ली नदियों से पानी मिलता है, लेकिन ये नाकाफी है। फिर लंदन में न्यूयॉर्क और पेरिस के मुकाबले बारिश भी कम होती है। जिससे पानी का संकट कम होने में मुश्किलें हैं।
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