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चीन की वैक्सीन: दुनियाभर में मार्केटिंग शुरू, इन देशों पर ड्रैगन की नजर
चीन ने बहुत जल्द कोरोना वैक्सीन देने का संकल्प जताते हुए फिलीपींस, ब्राज़ील समेत लैटिन अमेरिका और कैरेबियन देशों पर डोरे डालने शुरू किए हैं।
नीलमणि लाल
लखनऊ। कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर की आंख की किरकिरी बने हुई चीन ने संबंध सुधारने के लिए अपनी वैक्सीन का दांव खेलना शुरू कर दिया है। इस दांव में वैक्सीन खरीदने के लिए लोन और मुफ्त खुराकें देने की बात शामिल है। चीन ने बहुत जल्द कोरोना वैक्सीन देने का संकल्प जताते हुए फिलीपींस, ब्राज़ील समेत लैटिन अमेरिका और कैरेबियन देशों पर डोरे डालने शुरू किए हैं।
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चीन ने कहा है कि फिलीपींस को वैक्सीन प्राथमिकता के आधार पर मिलेगी। लैटिन अमेरिका और कैरेबियन देशों को वैक्सीन खरीदने के लिए एक अरब डॉलर का लोन दिया जाएगा। जबकि बांग्लादेश को वैक्सीन की एक लाख से ज्यादा खुराकें मुफ्त में दी जाएंगी।
वैक्सीन डिप्लोमेसी शुरू, पर आने में वक्त
चीन ने भले ही वैक्सीन डिप्लोमेसी शुरू कर दी है लेकिन उसकी वैक्सीन आने में अभी कई महीनों का वक़्त लगेगा। चीन ने इस गेम में इंडोनेशिया जैसे देशों पर डोरे डालने की कोशिश की है जो चीन से छिटके रहते हैं। मिसाल के तौर पर इंडोनेशिया के प्रेसिडेंट से शी जिनपिंग ने कहा है कि दोनों देश वैक्सीन निर्माण में ऐतिहासिक सहयोग कर रहे हैं।
पीपीई किट, मास्क, वेंटिलेटर बांट कर चली चाल
चीन ने कोरोना डिप्लोमैसी के तहत कई देशों को पहले पीपीई किट, मास्क, वेंटिलेटर बांटे थे। इस तरह चीन ने अपने को इंटरनेशनल लीडर बताने की पुरजोर कोशिश की। जिस तरह अमेरिका और अन्य देशों ने कोरोना वायरस महामारी फैलाने के लिए सीधे चीन को जिम्मेदार ठहराया है उससे चीन पूरी तरह अलग थलग पड़ा हुआ है। अब वो पाकिस्तान, कंबोडिया और कुछ अन्य देशों में अपनी वैक्सीन के प्रोमोशन में काम तेजी सी शुरू कर दिया है।
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चीनी टीका, पाकिस्तान में भी हो रहा ट्रायल
चीन का सिनो वैक वैक्सीन तीसरे चरण के ट्रायल में है। ये ट्रायल पाकिस्तान में भी किया जा रहा है। इसके अलावा चीन ने कोरोनावायरस से बचाव के लिए अपने पहले नेजल स्प्रे टीके के परीक्षण की मंजूरी दे दी है। इस नेजल स्प्रे वैक्सीन का पहले चरण का ट्रायल नवंबर में शुरू हो सकता है और इसमें 100 प्रतिभागियों को शामिल किया जा सकता है।।यह टीका हांगकांग और मुख्य चीन के बीच एक सामूहिक मिशन के तहत विकसित किया जा रहा है, जिसमें यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग, शियामेन यूनिवर्सिटी तथा बीजिंग वंताई बायलॉजिकल फार्मेसी के शोधकर्ता भी शामिल हैं।
जहां तक सिनो वैक की बात है तो कोरोना वैक्सीन बनाने वाली चीन की सरकारी कंपनी सिनो फार्म ने कहा है कि अंतराष्ट्रीय बाजार में दो डोज की कीमत करीब 130 डॉलर होगी। चीन का यह टीका बाजार में दिसंबर तक आ जाने का दावा है।
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