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रो रहे सारे मुस्लिम: यहां जबरन खिलाया जा रहा सुअर, सामने आया चीन का सच

चीन हर शुक्रवार को उइगर मुस्लिमों को 'री एजुकेशन कैंप' में सूअर का मांस खाने को जबरन मजबूर रहा है। ऐसे में चीनी सरकार की घिनौनी नापाक हरकत का शिकार रहीं सयारगुल सौतबे ने इसका खुलासा किया है।

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Published on: 4 Dec 2020 5:07 PM IST
रो रहे सारे मुस्लिम: यहां जबरन खिलाया जा रहा सुअर, सामने आया चीन का सच
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स्टॉकहोम। चीन उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार करने से बाज नहीं आ रहा है। चीन हर शुक्रवार को उइगर मुस्लिमों को 'री एजुकेशन कैंप' में सूअर का मांस खाने को जबरन मजबूर रहा है। ऐसे में चीनी सरकार की घिनौनी नापाक हरकत का शिकार रहीं सयारगुल सौतबे ने इसका खुलासा किया है। इस बारे में उन्‍होंने कहा कि अगर कोई उइगर मुस्लिम ऐसा करने से मना कर देता है तो उसे कठोर सजा दी जाती है। यही नहीं शिंजियांग इलाके में सूअर पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है।

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मुस्लिमों के लिए पवित्र दिन

चीन की सरकार को खुलासा करने वाली सयारगुल ने कहा, 'हर शुक्रवार को हमें सूअर का मांस खाने के लिए मजबूर किया जाता है...उन्‍होंने जानबूझकर शुक्रवार का दिन चुना है जो मुस्लिमों के लिए पवित्र दिन माना जाता है।

उन्होंने आगे बताया कि अगर आप ऐसा करने से मना कर देते हैं तो आपको कड़ी सजा दी जाती है।' सयारगुल सौतबे स्‍वीडन में चिकित्‍सक और शिक्षक हैं। हाल ही में उन्‍होंने अपनी एक किताब प्रकाशित की है और इसमें अपने साथ हुई यातनाओं और पिटाई का जिक्र किया है।

china kill muslims फोटो-सोशल मीडिया

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चीन के दमन का शिकार

उन्‍होंने कहा, 'मैं ऐसा महसूस कर रही थी कि मैं एक अलग व्‍यक्ति हूं। मेरे चारों तरफ निराशा ही नजर आती थी। यह निश्चित रूप से स्‍वीकार करना बेहद कठिन था।' चीन के दमन का शिकार रही एक और महिला बिजनसमैन जुमरेत दाउत हैं जिन्‍हें मार्च 2018 में उरुमेकी में पकड़ा गया था। उन्‍होंने कहा कि दो महीने तक मेरे साथ केवल पाकिस्‍तान के साथ संबंधों को लेकर पूछताछ होती रही जो उनके पति का देश था।

आगे बताते हुए कहती है चीनी अधिकारियों ने न केवल सवाल पूछे बल्कि उनके बच्‍चों की संख्‍या, धर्म और कुरान के पढ़ने के बारे में जानकारी मांगी। दाउत ने बताया कि एक बार तो उन्‍हें अपने कैंप के पुरुष अधिकारियों से शौचालय जाने के लिए दया की भीख मांगनी पड़ी। उन्‍हें शौचालय तो जाने दिया गया लेकिन उनके हाथ बंधे हुए थे और पुरुष अधिकारी शौचालय तक उनक पीछा करते हुए गए थे।

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