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अय्याशियों का शहर! मुफ्त आलीशान घर, लाखों रूपयें और ठाठ-बाठ वाली नौकरी

अपना घर छोड़कर दूसरे जगह जाकर बसना आसान नहीं होता हैं। बात अगर घूमने की हो, तब तो ठीक हैं लेकिन अगर अपना घर छोड़कर जाने के लिए कोई कहे, तो यह बात बहुत बुरी लगती है।

Vidushi Mishra
Published on: 24 July 2019 4:56 PM IST
अय्याशियों का शहर! मुफ्त आलीशान घर, लाखों रूपयें और ठाठ-बाठ वाली नौकरी
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ITALI HOUSE

नई दिल्ली : अपना घर छोड़कर दूसरे जगह जाकर बसना आसान नहीं होता हैं। बात अगर घूमने की हो, तब तो ठीक हैं लेकिन अगर अपना घर छोड़कर जाने के लिए कोई कहे, तो यह बात बहुत बुरी लगती है। क्योंकि जिस घर में आप रहते हैं, वहां की तमाम यादें, ऐसे तमाम पल जो उसी घर से जुड़े होते हैं, भुलाए भी नहीं भूलते।

अब जरा इस वाक्य को जरा ध्यान से पढ़िएगा- अगर कोई आपसे बोले कि उस फलानी जगह बसने के लिए आपको फ्री में सिर्फ घर ही नहीं बल्कि कैश भी मिलेगा। तब तो आप तैयार हो जाएंगे ना।

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इटली का टाउन

बात है इटली का टाउन्स की। अगर आप इटली के इस टाउन में रहने के लिए जाते हैं तो आपको कैश के अलावा एक शानदार घर भी दिया जाएगा। इस टाउन में बसने के लिए आपको कैश 10,000 यूरो यानि 8 लाख 17 हजार रुपये मिलेंगे। एक शर्त हैं इस टाउन में रहने वालों के लिए कि टाउन में परिवारों को ही रहना होता है। क्योंकि वहां के निवासी चाहते हैं कि टाउन में नए लोग आकर रहें और उनकी कम्यूनिटी का हिस्सा बनें।

इसी किस्सें से जुड़ी अन्य कहानियां आपकों बताने जा रहें हैं, उत्तरी इटली के पीडमांट क्षेत्र में लोकाना जिले में बहुत से कस्बे और गांव सूने पड़े हैं। यहां कोई रहने वाला नहीं है। यहां जो लोग है भी, तब भी आबादी बहुत कम है।

जिसमें आधे से ज्यादा लोग बूढ़े हो चुके हैं। शुरुआत में ये योजना केवल उन लोगों के लिए खोली गई थी, जो इटली में रह रहे हैं। लेकिन अब यह योजना दुनियाभर के लोगों के लिए लागू कर दी गई है। पिछली कहानी की तरह यहां पर भी रहने के लिए एक शर्त है, कि यहां रहने के लिए जो भी आएं, उनके साथ एक बच्चा जरूर होना चाहिए।

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सैकड़ो साल पुराने टाउन्स

लगभग 834 साल पहले यानि की सन् 1185 के आस-पास इन टाउन्स को बसाया गया था। जितनी भी मकान है सभी पत्थर और लकड़ियों से बनाए गए हैं। इलाके में एक हाइड्रो-इलैक्ट्रिसिटी प्लांट भी लगा है जो इस इलाके में बिजली की सप्लाई के साथ-साथ इटली के दूसरे राज्यों और इंडस्ट्रीज भी सप्लाई करता है।

वहां की मेयर के मुताबिक, हर साल यहां 40 लोगों की मौत हो जाती है, लेकिन बच्चे केवल 10 ही पैदा होते हैं। और जो लोग यहां रहते हैं वह भी रोजगार और नयें अवसरों की तलाश में इधर-उधर चले जाते हैं।

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