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लाशों के लगे ढेर: कोरोना के आतंक ने क्या कर दिया इस देश का हाल

कोरोना वायरस की वजह से चीन में अभी तक 3000 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं और वहीं 80 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।

Roshni Khan
Published on: 6 March 2020 1:06 PM IST
लाशों के लगे ढेर: कोरोना के आतंक ने क्या कर दिया इस देश का हाल
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क्यूम: कोरोना वायरस की वजह से चीन में अभी तक 3000 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं और वहीं 80 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। ये वायरस दुनिया के बहुत से देशों में अपना पैर पसार रहा है। कई हजार लोगों की जान इस वायरस की वजह से जा चुकी है। ये वायरस बहुत से देशों में भी दस्तक दे चुका है। इसी को देखते हुए ईरान से खबर आ रही है कि कई मुर्दाघरों में काले बैग्स में बंद कई लाशें पड़ी हुई हैं। इन लाशों के बीच में यहां के कर्मचारी प्रॉटेक्टिव सूट्स पहन कर काम कर रहे हैं।

ऐसा बताया जा रहा है कि इन शवों को जांच के लिए रखा गया है। जिससे जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। बताते चले कि ईरान में अब तक कोरोना वायरस से 3500 लोग पीड़ित हैं और 107 लोगों की मौत हो चुकी है। इस वायरस से बुरी तरह प्रभावित होने वाले देश ईरान में इस्लामिक परंपरा के अंदर शव को दफन करने से पहले उन्हें साबुन और पानी से धोया जाता है। वैसे तो, अब ईरान में शवों को दफनाने की एक गाइडलाइन भी तय कर दी गई है।

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मुर्दाघर के दो कर्मचारियों ने बताया

एक रिपोर्ट के मुताबिक, क्यूम प्रांत स्थित मुर्दाघर के दो कर्मचारियों ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से हम चौकस हैं और स्टाफ को लोगों का शव दफ्न करने के लिए इस्लामिक तरीके का प्रयोग करने से रोक रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन शवों के बारे में ये पुष्टि हो रही है कि इनकी मौत कोरोना वायरस से हुई है उसे दफनाते समय कैलशियम ऑक्साइड का इस्तेमाल करेंगे ताकि इससे मिट्टी पर कोई असर ना पड़े। इसी मुद्दे पर क्यूम प्रांत स्थित मुर्दाघर के निदेशक अली रमजानी ने कहा कि वायरस की टेस्टिंग में समय लगता है। दफनाने में देरी होती है और मुर्दाघर में 'ढेर' लग जाता है।



'शवों को कर रहे हैं अलग'

रमज़ानी ने कहा, 'हम कोरोनो वायरस पीड़ितों के शवों को गैर-कोरोनो वायरस पीड़ितों के शव से अलग कर उनके लिए अलग गाइडलाइन्स बना रहे हैं। उन्होंने कहा- 'कुछ परिवार चाहते हैं कि हम उनके मृतक को एक या दो दिन के लिए रखें, जब तक कि शव की टेस्टिंग पूरी ना हो जाए। अगर रिजल्ट निगेटिव आते हैं, तो कोरोनो वायरस पीड़ितों के लिए बनाई गई गाइडलाइन्स के अनुसार दफनाने की आवश्यकता नहीं है और परिवार मृतक को अपनी योजना के अनुसार दफना सकता है।'

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खास बात तो ये है कि ईरान के तेहरान और क्यूम प्रांत में कोरोना वायरस के क्रमशः 253 और 101 नए मामले आए हैं। ईरान में सार्वजनिक सभाओं पर भी रोक लगा दी गई है इसके साथ ही बहुत से स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है।

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Roshni Khan

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