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दवाओं की कमी दूर करने को सरकार का बड़ा फैसला, इनको मिलेगी मदद

खबर है कि केंद्र सरकार की तरफ से 12 आवश्यक दवाओं और 12 एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट यानि API के निर्यात (Export) पर लगे बैन को हटा दिया है।

Shreya
Published on: 7 April 2020 5:22 AM GMT
दवाओं की कमी दूर करने को सरकार का बड़ा फैसला, इनको मिलेगी मदद
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नई दिल्ली: खबर है कि केंद्र सरकार की तरफ से 12 आवश्यक दवाओं और 12 एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट यानि API के निर्यात (Export) पर लगे बैन को हटा दिया है। हालांकि अभी पैरासीटामॉल के एक्सपोर्ट पर पाबंदी पहले की ही तरह जारी रहेगी। वहीं अभी मलेरिया ड्रग हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन के निर्यात पर लगी रोक को हटाने पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। बता दें कि यह वहीं दवा है, जिसकी सप्लाई के लिए अमेरिकी डोनाल्ड ट्रंप ने PM मोदी से अनुरोध किया था। अमेरिका में कोरोना के मरीजों का इलाज करने के लिए हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दवा का उपयोग किया जा रहा है।

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इन दवाओं के निर्यात पर सरकार ने हटाया प्रतिबंध

सरकार की तरफ से जिन 12 जरूरी दवाओं और 12 API के निर्यात पर बैन हटाया गया है, उनमें टिनिडाजोल, मेट्रानिडाजोल, एसिक्लोविर, विटामिन बी1, विटामिन बी6, विटामिन बी 12, क्लोरमफेनिकॉल शामिल हैं। व्यापार महानिदेशालय (DGFT) की ओर से जारी एक अधिसूचना के मुताबिक, सरकार ने सोमवार को विटामिन बी1 और बी 12 के साथ-साथ 24 फार्मा सामग्रियों (API) और दवाओं के निर्यात पर लगी रोक में ढील दी है। नोटिफिकेशन के मुताबिक, पैरासीटामॉल और पैरासीटामॉल से बनी अन्य दवाइयों के निर्यात पर लगा प्रतिबंध पहले की तरह ही जारी रहेगा।

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3 मार्च को DGFT ने लगाया था प्रतिबंध

बता दें कि विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने 3 मार्च को 26 एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट (API) और उनके यौगिक दवाइयों पर निर्यात प्रतिबंध लगा दिया था। जिसके तहत निर्यात (Export) के लिए निर्यातक (Exporter) को DGFT से लाइसेंस या फिर परमिशन लेनी होती है। कुछ फार्मा कंपनियों ने इन प्रतिबंधों को लेकर चिंता जताई था, जिसके बीच अब इन 24 API और इनके यौगिक दवाओं का एक्सपोर्ट आसान हो गया है।

इसलिए लगाया गया था प्रतिबंध

बता दें कि भारत में इन दवाओं का उत्पादन (Production) चीन से आने वाले एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट यानि कच्चे माल पर निर्भर था। जब चीन में कोरोना वायरस की वजह से फैक्ट्रियां बंद कर दी गईं और वहां से कच्चा माल आना बंद हो गया तो इन पर निर्यात प्रतिबंध लगा दिया गया, जिससे देश में इन दवाओं की कमी न हो।

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क्यों हटाया गया निर्यात पर प्रतिबंध?

ऐसा माना जा रहा है कि चीन से कच्चे माल (API) की आपूर्ति फिर से शुरु हो गई है, इसलिए सरकार ने इनके निर्यात पर लगी रोक को हटा दिया है। बता दें कि कोरोना वायरस से ज्यादा प्रभावित देशों जैसे यूरोप और अमेरिका में इनकी मांग काफी ज्यादा है।

ट्रंप ने PM मोदी से किया ये अनुरोध

PM मोदी से बातचीत करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्होंने PM मोदी से हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दवा मुहैया कराने का अनुरोध किया है। साथ ही भारत से अमेरिका के हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन ऑर्डर को जल्द रिलीज करने के लिए भी कहा है। डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा कि मैंने पीएम मोदी से कहा है कि अगर वो हमारे ऑर्डर को भेजते हैं तो मैं आभारी रहूंगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों से बताया था कि मलेरिया-ड्रग हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन से कोरोना के मरीजों के इलाज में अच्छे परिणाम सामने आए हैं।

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