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कोरोना वायरस: इजरायल बना रहा है कस्टम-मेड मास्क, जिसमें छिप जाए लंबी दाढ़ी

कोरोना वायरस ने दुनिया दुनियाभर में कोहराम मचा रखा है। वहीं कुछ देश ऐसे भी हैं जो मास्क की कमी से जूझ रहे हैं। लेकिन इस बीच इजरायल नई तरह की तैयारी....

Ashiki
Published on: 7 April 2020 6:42 AM GMT
कोरोना वायरस: इजरायल बना रहा है कस्टम-मेड मास्क, जिसमें छिप जाए लंबी दाढ़ी
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने दुनिया दुनियाभर में कोहराम मचा रखा है। वहीं कुछ देश ऐसे भी हैं जो मास्क की कमी से जूझ रहे हैं। लेकिन इस बीच इजरायल नई तरह की तैयारी में लगा है। इजरायल में कस्टम-मेड मास्क बनाने की कोशिश हो रही है ताकि लोगों को मास्क पहनने के लिए अपनी दाढ़ी शेव करने की जरूरत न पड़े।

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इजरायल में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 8,904 हो चुकी है-

बता दें कि इजरायल में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या इस समय 8,904 हो चुकी है। यहां पिछले ही हफ्ते अधिकारियों ने लोगों को बाहर निकालते हुए मास्क पहनने की सलाह दी। लेकिन वहां के लोगों को इसमें कुछ दिक्कतें हो रही हैं। जैसे यहां की बड़ी आबादी, जो कि यहूदी, मुस्लिम या कैथोलिक है, अपनी धार्मिक मान्यताओं के चलते लंबी दाढ़ी रखती है। दाढ़ी के साथ मास्क पहनने में दिक्क्त होती है इसलिए 6 अप्रैल को यहां की सरकार ने कहा कि वो मास्क को नई तरह से बनाने की कोशिश कर रही है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के एसोसिएट डायरेक्टर ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि मास्क इसी तरह से तैयार होंगे कि दाढ़ियां कटानी न पड़ें। अपनी बात रखते हुए उन्होंने बताया कि वे ऐसे मास्क के लिए इंडस्ट्रियल सर्टिफिकेट बनवा रहे हैं। यानी कुछ ही दिनों में अलग-अलग साइज के मास्क बाजार में होंगे और लोग अपने अनुसार मास्क ले सकेंगे।

मचा मतभेद-

इस बीच यहां रह रहे फ़िलिस्तीनियन नागरिकों को लग रहा है कि उनके साथ भेदभाव हो रहा है और कोरोना से बचाव के तरीकों में उन्हें शामिल नहीं किया जा रहा। इजरायल की कुल आबादी का 20% फ़िलिस्तीन के लोगों से है। इस बारे में फ़िलिस्तीनियों के लीडर Ahmad Tibi ने एक इंटरव्यू में असंतोष जताते हुए कहा कि यहां की सरकार जांच उतनी तेजी से नहीं कर रही, जितनी होनी चाहिए। Ahmad Tibi के अनुसार इजरायल की सरकार उन शहरों में तो काम कर रही है, जहां यहूदियों की आबादी ज्यादा है लेकिन अरब लोगों की आबादी वाले इलाकों में कोरोना को लेकर काम नहीं हो रहा।

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Centers for Disease Control and Prevention ने एक स्टडी में कहा कि फैशन या धार्मिक कारणों से दाढ़ी-मूंछ रखना कोरोना का खतरा बढ़ाता है। एक स्टडी बताती है कि मुंह के आसपास जितने ज्यादा बाल होंगे, मास्क को फिट होने में उतनी दिक्कत होगी। कुछ खास तरह की दाढ़ियों की स्टाइल, जिनमें लंबी दाढ़ी भी शामिल है, मास्क के असर को एकदम कम कर देती है।

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