इस चीज से सिर्फ 30 सेकंड में मुंह के अंदर खत्म हो जाएगा कोरोना!

एक अच्छी खबर सामने आई है कि आम माउथवॉश कोरोना वायरस को 30 सेकंड में समाप्त कर सकता है। कार्डिफ यूनिवर्सिटी के शोधकर्त ने कहा कि कुछ माउथवॉश में एक खास एलिमेंट होता है जिससे वायरस से लड़ने के सबूत पाए गए हैं।

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Published on: 17 Nov 2020 6:17 PM GMT
इस चीज से सिर्फ 30 सेकंड में मुंह के अंदर खत्म हो जाएगा कोरोना!
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माउथवॉश कोरोना वायरस को 30 सेकंड में समाप्त कर सकता है। कार्डिफ यूनिवर्सिटी के शोधकर्त ने कहा कि कुछ माउथवॉश में एक खास एलिमेंट होता है।

नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने दुनियाभर में ताबही मचाकर रख दी है। अभी तक इस जानलेवा महानारी की कोई दवा नहीं बन पाई है। दुनिया कई देश कोरोना वैक्सीन का टीका बनाने में लगे हैं, लेकिन अभी तक किसी को कामयाबी महीं मिला है। हालांकि रूस ने दावा किया है कि उसने दो-दो कोरोना वायरस की वैक्सीन बना ली है।

अब इस बीच एक अच्छी खबर सामने आई है कि आम माउथवॉश कोरोना वायरस को 30 सेकंड में समाप्त कर सकता है। कार्डिफ यूनिवर्सिटी के शोधकर्त ने कहा कि कुछ माउथवॉश में एक खास एलिमेंट होता है जिससे वायरस से लड़ने के सबूत पाए गए हैं। यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डेविड थॉमस ने इस शोध का नेतृत्व किया था। वैज्ञानिकों ने पाया है कि cetypyridinium chloride (CPC) जिन माउथवॉश में होता है वे वायरस से लड़ सकते हैं।

अभी होगा रिसर्च

करीब 12 हफ्ते तक इसका ट्रायल चला है जिसकी रिपोर्ट का अभी पियर रिव्यू होना बाकी है, लेकिन इससे एक हफ्ते पहले की गई एक और स्टडी को मजबूती मिली है जिसमें पाया गया था कि CPC आधारित माउथवॉश से कोरोना वायरस का वायरल लोड कम हो जाता है।

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अब इन शुरुआती नतीजों के बाद क्लिनिकल ट्रायल होने बाकी है। इन ट्रायल में यह देखा जाएगा कि ओवर-द-काउंटर मिलने वाले माउथवॉश में भी saliva के अंदर मौजूद वायरस को नष्ट करने की ताकत होती है या नहीं।

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डॉ. थॉमस ने कहा कि लैब में माउथवॉश वायरस को असरदार तरीके से नष्ट कर देते हैं। अभी हमें यह देखना होगा कि क्या ये मरीजों पर काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्टडी में ट्रांसमिशन से जुड़े सवालों के जवाब नहीं मिलेंगे, लेकिन यह देखा जाएगा कि असर कितने समय तक रहेगा।

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ऐसे करते हैं काम

SARS-CoV-2 की बाहरी सतह lipid membrane होती है, जबकि माउथवॉश में मौजूद एथनॉल दूसरे वायरसों में इस सतह को तोड़ सकते हैं। इससे पहले SARS और MERS के खिलाफ आयोडीन युक्त माउथवॉश असरदार पाए गए थे। लेकिन शोधकर्ताओं का कहना है कि अभी इस दिशा में और ज्यादा क्लिनिकल स्टडी की आवश्यकता है और इसके नतीजे अगले साल आने की उम्मीद है।

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