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मुस्लिम देशों की धमकी के बाद भी नहीं डरा फ्रांस, मस्जिदों को कर दिया बंद
फ्रांस इस्लामिक कट्टरपंथियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहा है। फ्रांस ने राजधानी पेरिस के उत्तर-पूर्वी इलाके में स्थित कट्टरपंथियों के खिलाफ कार्रवाई की है। फ्रांसीसी अधिकारियों ने इस्लामिक आंदोलन में शामिल होने को मस्जिदों को बंद कर दिया है।
लखनऊ: फ्रांस में एक टीचर की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस्लाम पर बयान दिया था। इसके बाद मुस्लिम देशों में आक्रोश भड़क गया है। अरब के देशों ने फ्रांस के प्रोडक्टस का बाॅयकाॅट करने का ऐलान किया है। दरअसल 16 अक्टूबर को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पाठ पढ़ाने के दौरान टीचर सैमुअल पैटी ने पैगंबर मोहम्मद कार्टून दिखाया। इसके बाद उनकी गला हत्या कर दी गई।
अब फ्रांस इस्लामिक कट्टरपंथियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहा है। फ्रांस ने राजधानी पेरिस के उत्तर-पूर्वी इलाके में स्थित कट्टरपंथियों के खिलाफ कार्रवाई की है। फ्रांसीसी अधिकारियों ने 'इस्लामिक आंदोलन में शामिल होने को मस्जिदों को बंद कर दिया है।
अधिकारियों का मस्जिद से संबंधित लोगों पर टीचर सैमुअल पैटी को निशाना बनाकर वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करने का आरोप है। फ्रांस ने टीचर की हत्या के बाद कड़ी कार्रवाई की है। इसके लिए बड़ी संख्या में लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।
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सैंकड़ों संगठनों की तलाशी
फांस की सरकार ने बताया है कि अब तक 120 स्थानों और संगठनों की जांच की गई है। इन सभी पर कट्टरपंथी विचारधारा को फैलाने का आरोप है। इसके साथ ही सरकार ने आतंकवादियों को मिलने वाले पैसे पर रोक लगाने की योजना तैयार की है। सरकार की तरफ सोशल मीडिया कंपनियों पर दबाव डाला जाएगा कि वह भड़काऊ पोस्ट पर रोक लगाएं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्रांस में मैक्रों सरकार के दौरान अब तक किसी आतंकी हमले के बाद ऐसी कड़ी कार्रवाई नहीं हुई थी।
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मुस्लिम देशों ने फ्रांस के प्रोडक्ट्स का किया बहिष्कार
कई मुस्लिम देशों में सोशल मीडिया पर फ्रांस की चीजों का बहिष्कार तेज हो गया है। तुर्की के दोस्त कतर ने फ्रांस के कल्चरल वीक के कार्यक्रम को रद्द कर दिया है। कतर की दो डिस्ट्रिब्यूटर्स चेन ने कहा कि वे फ्रांस की बनी हुई वस्तुओं का बहिष्कार करेंगे। कुवैत की कई ट्रैवल एजेंसियों ने फ्रांस की यात्रा रोक दी है।
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कुवैत ने अपने रिटेल स्टोर्स ‘को-ओप’ से फ्रांसिसी प्रोडक्ट्स को हटा दिया है। कुवैत में गैर-सरकारी संघ उपभोक्ता सहकारी समितियों ने बहिष्कार का आदेश जारी किया है। इन समितियों में 70 से अधिक स्टोर शामिल हैं। कई स्टोर्स ने फ्रांसीसी कंपनियों द्वारा निर्मित हेयर एंड ब्यूटी प्रोडक्ट्स जैसी वस्तुओं को हटा दिया है। इससे पहले सऊदी अरब ने फ्रांसीसी सुपरमार्केट रिटेलर ‘कैरेफोर’ के बहिष्कार का ऐलान किया था।
राष्ट्रपति मैक्रों ने दिया था ये बयान
टीचर की हत्या के बाद फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने इसको इस्लामिक आतंकवाद बताया था। उन्होंन अपने बयान में कहा था कि इस्लाम एक ऐसा धर्म है जिसकी वजह सेआज पूरी दुनिया में संकट में है। उन्होंने साथ ही कहा था कि डर है कि फ्रांस की करीब 60 लाख मुसलमान समाज की मुख्यधारा से अलग-थलग पड़ सकते हैं। इसी बयान के बाद मुस्लिम देशों ने फ्रांस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
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