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इस एक गलती की वजह से कंगाल हो गया शख्स, 1800 करोड़ बिटक्वॉइन का था मालिक
बिटक्वॉइन का 20 फीसदी असल मुद्रा में 9.5 लाख करोड़ की कीमत का है, जोकि ऐसे क्रिप्टो बॉक्स में बंद है, जिसका पासवर्ड उसके मालिक भूल गए हैं
नई दिल्ली लोग निवेश करते हैं लेकिन निवेश करते समय जरूरी बातों पर ध्यान न दें तो अच्छा खासा पैसा डूब जाता है। ऐसा ही कुछ बिटक्वॉइन के साथ है। बिटक्वॉइन हमेशा से एक पहेली है।इसमें कुछ लोग बिना रेगुलेशन के दायरे में आने वाली इस विक्रेंदित डिजिटल करेंसी का जोरदार समर्थन करते हैं, तो बहुत सारे लोग इसकी अस्थिरता और असुरक्षित होने को लेकर आलोचना भी करते हैं।
घंटों की रणनीति से ही संभव
आज के दौर में बिटक्वॉइन में निवेश करना बहुत मेहनत और घंटों की रणनीति से ही संभव है तो क्रिप्टोकरेंसी के शुरुआती निवेशकों को अब किसी तरह का डर नहीं है। लेकिन, आज भी कुछ ऐसे लोग हैं, जो करोड़ों की दौलत अपनी एक छोटी सी गलती की वजह से गंवा देते हैं, जैसे- पासवर्ड भूल जाना... स्टीफन थॉमस ऐसे ही निवेशक हैं, जो पासवर्ड भूल जाने की वजह से करोड़ों से हाथ धो बैठे।
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स्टीफन थॉमस ने किए करोड़ो का स्वाहा
थॉमस ने बहुत पहले ही बिटक्वॉइन में निवेश करना शुरू कर दिया था। उस समय बिटक्वॉइन की कीमत कुछ रुपयों में थी, लेकिन थॉमस के पास आज की तारीख में 7,002 बिटक्वॉइन हैं। लंबे वक्त में निवेश को सुरक्षित रखने के लिए थॉमस ने अपने सभी बिटक्वॉइन को इनक्रिप्टेड हार्ड ड्राइव आयरन की ( Iron-Keys) स्टोर कर दिया।
पासवर्ड भूले पर गए पैसे
इस आयरन की वॉलेट में एक कंडीशन थी कि किसी भी ड्राइव में स्टोर बिटक्वॉइन को खोलने के लिए सही पासवर्ड डालने के सिर्फ 10 मौके मिलेंगे। अगर निवेशक 10 बार में सही पासवर्ड नहीं डाल पाता है तो आयरन की ड्राइव हमेशा के लिए लॉक हो जाएगी और फिर निवेशक को कोई दूसरा मौका नहीं मिलेगा।
स्टीफन थॉमस के साथ भी ऐसा ही हुआ, वे अपना पासवर्ड भूल गए और मामला तब बिगड़ा जब उन्होंने 8 बार गलत पासवर्ड डाला। आज की तारीख में थॉमस के बिटक्वॉइन की कीमत 245 मिलियन डॉलर यानी 1,800 करोड़ रुपये की है। थॉमस की इस कहानी को पहली बार न्यूयॉर्क के पेपर में जगह मिली, जिससे पता चला कि बिटक्वॉइन की सबसे बड़ी कमियां क्या हैं।
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बता दें कि बिटक्वॉइन क्रिप्टोकरेंसी के नियमों पर संचालित होती है। इस तकनीक में क्रिप्टोग्राफिक कुंजियों की महत्वूर्ण भूमिका होती है। इन कुंजियों से ही सर्वर क्रिप्टोकरेंसी की पहचान करता है और ये बिल्कुल अलग होती हैं, जो सिर्फ निवेशक को पता होती हैं।
कोई मास्टर कुंजी नहीं
विश्व में कोई भी संस्थान या केंद्रीयकृत संस्था नहीं है, जिसके पास इसे संचालित करने की शक्ति हो या मास्टर कुंजी हो, जिसके जरिए सभी डाटा तक पहुंचा जा सके या फिर ऐसे संस्थान के साथ आयरन की का पासवर्ड शेयर किया गया हो।
थॉमस के मामले से पता चलता है कि शेयर और अन्य ट्रेडिंग उत्पादों के मुकाबले बिटक्वॉइन कितनी अस्थिर चीज है। बिटक्वॉइन किसी पदार्थ या आकार से नहीं जुड़ी होती है और इसका परिणाम ये है कि बिटक्वॉइन की कीमतों में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। खतरा ये भी है कि डार्क वेब संस्थाएं बिटक्वॉइन को खासा प्रभावित कर सकती हैं और इसकी निगरानी के लिए कोई भी नियम कानून नहीं है।
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थॉमस का केस बिटक्वॉइन के लॉक मनी 0.2 फीसद
बिटक्वॉइन का 20 फीसदी असल मुद्रा में 9.5 लाख करोड़ की कीमत का है, जोकि ऐसे क्रिप्टो बॉक्स में बंद है, जिसका पासवर्ड उसके मालिक भूल गए हैं और आशंका है कि ये कभी रिकवर भी ना हो। इस तरह पासवर्ड में बंद बिटक्वॉइन की कीमत दुनिया के कई सारे देशों की जीडीपी से भी ज्यादा है। थॉमस का केस बिटक्वॉइन के लॉक मनी का सिर्फ 0.2 फीसद है। बात वही है कि इतनी बड़ी राशि का एक छोटा हिस्सा भी स्टीफन थॉमस को आलीशान जिंदगी दे सकता है, अगर वे किसी भी तरह अपना पासवर्ड रिकवर कर लें।