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ब्रिटेन के बाद अब इस देश ने बनाई कोरोना की दवा, जल्द शरू होगा ट्रायल
जर्मनी की संस्था फेडरल इंस्टीट्यूट ने जानकारी देते हुए बताया कि जर्मनी सरकार द्वारा इस संस्था को मनुष्यों पर वैक्सीन का परिक्षण करने अनुमति दे दी गई है।
चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस ने दुनिया के लगभग हर देश में अपना प्रकोप फैला रखा है। दुनिया के तमाम देश इस वायरस ने निपटने के लिए अलग अलग तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन इस वयार्स ने चीन के अलावा अमेरिका, इटली और स्पेन में तबाही मचा रखी है। दुनिया के हर देश के वैज्ञानिक इस वायरस का वैक्सीन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अभी तक सफलता किसी के हाथ नहीं लगी है। ऐसे में अब जर्मनी से एक उम्मीद भरी खबर सामने आ रही है। जर्मनी जल्द ही एक वैक्सीन का ट्रायल मनुष्य पर करने वाली है।
200 लोगों पर होगा पहले ट्रायल
अब तक डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना चुके इस वायरस की वैक्सीन को लेकर जर्मी से कुछ राहत की खबर आई है। जर्मनी की संस्था फेडरल इंस्टीट्यूट ने जानकारी देते हुए बताया कि जर्मनी सरकार द्वारा इस संस्था को मनुष्यों पर वैक्सीन का परिक्षण करने अनुमति दे दी गई है। जिसके बाद इसका मनुष्यों पर ट्रायल शुरू किया जायेगा। संस्था की ओर से बताया गया कि इस वैक्सीन का ट्रायल कई चरणों में होगा। जिसमें पहले चरण में 200 लोगों पर इस वैक्सीन का परिक्षण किया जायेगा।
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इन लोगों में 18 साल से लेकर 55 साल तक के स्वस्थ लोगों को रखा जायेगा। इस ट्रायल में ये देखा जायेगा कि ये वैक्सीन कितना कामगर है और इसका कोई साइड इफैक्ट तो नहीं है। इस वैक्सीने का निर्माण जर्मनी की बायोटेक कंपनी बायो एन टेक ने अमेरिकी दवा कंपनी फाइज़र के साथ मिलकर संयुक्त रूप से मिलकर किया है। इस वैक्सीन का नाम BNT162 रखा गया है।
ब्रिटेन 23 को करेगा वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल
पहले चरण के बाद वैक्सीन के दूसरे चरण के परिक्षण में वैक्सीन का इस्तेमाल उन लोगों पर किया जाएगा जिनके कोरोना संक्रमित होने की ज्यादा आशंका है। गौरतलब है कि दुनिया के कई देशों के वैज्ञानिक इस वायरस की वैक्सीन बनाने में जुटे हैं। लेकिन अभी तक कहीं से भी कोई राहत की खबर सामने नहीं आई है। कुछ देशों ने वैक्सीन बनाने का दावा करते हुए इसे जल्द ही इंसानों पर ट्रायल की बात भी कही। लेकिन अभी तक कहीं से ऐसी कोई खबर सामने आई ही नहीं।
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जर्मनी के अलावा ब्रिटेन, चीन, अमेरिका और भारत भी वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। ब्रिटेन ने तो 23 अप्रैल से वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल का ऐलान किया है। ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रेटरी मैट हैनकॉक ने बताया कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने वैक्सीन को तैयार किया है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन का पहला ट्रायल गुरूवार से शुरू होगा और इसके क्लीनिकल ट्रायल के लिए 20 मिलियन पाउंड का फंड दिया गया है।