TRENDING TAGS :
101 साल के इस बुजुर्ग ने दी कोरोना को मात, इनके बारें में ऐसी बातें जान चौंक जाएंगे
कोरोना का प्रकोप झेल रहे इटली से एक सुकून भरी और अच्छी खबर सामने आई है। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद भी 101 साल के एक बुजुर्ग ने इस महामारी से उबरने में सफलता पाई है।
नई दिल्ली: कोरोना का प्रकोप झेल रहे इटली से एक सुकून भरी और अच्छी खबर सामने आई है। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद भी 101 साल के एक बुजुर्ग ने इस महामारी से उबरने में सफलता पाई है। पूरी दुनिया में ये सबसे उम्रदराज संक्रमित मरीज के ठीक होने का अपनी तरह का पहला केस है।
रीमिनी की वाइस-मेयर ग्लोरिया लिसी के अनुसार, 1919 में जन्मे मिस्टर पी को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद एक सप्ताह पहले रीमिनी हॉस्पिटल ओस्पेदेल इनफर्मी डी रीमिनी में भर्ती कराया गया था। एक इंटरव्यू में, लिसी ने कहा कि जैसा कि मरीज का ठीक होना शुरू होने लगा, अस्पताल में सब उसी के बारे में बातें करने लगे।
कोरोना से जंग: रिसर्च में खुलासा, 21 नहीं, कम से कम इतने महीने का हो लॉकडाउन
ये भी पढ़ें...क्या आप जानते हैं भारत में सबसे ज्यादा कहां के लोग कोरोना वायरस की गिरफ्त में हैं?
मां के गर्भ में थे तब भी महामारी से बच निकले थे
लिसी ने कहा, ‘हर किसी ने 100 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति को ठीक होते देख हम सभी के भविष्य के लिए उम्मीद देखी।’ लिसी ने आगे कहा, ‘उनका परिवार कल रात (बुधवार) उन्हें घर ले गया, और एक सबक पीछे छोड़ गया कि 101 साल की उम्र में भी, भविष्य समाप्त नहीं है।’ कोरोनो वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन के बीच देश में मिस्टर पी की कहानी एक सकारात्मक खबर है।
लिसी ने ये भी बताया कि खास बात यह है कि यह बुजुर्ग जब अपनी मां के गर्भ में थे, तब भी 1918 में फैली फ्लू की महामारी उनका बाल बांका भी नहीं कर पाई थी। 1919 में जन्मे मिस्टर पी की मां भी 1918 के फ्लू की महामारी में सुरक्षित बच गईं थीं, जिसने उस वक्त इटली के छह लाख लोगों की जान ले ली थी।