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चीन के इस शहर में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मरीज, घरों से निकलने पर बैन
भारत समेत पूरी दुनिया आज कोरोना वायरस से जंग लड़ रही है। अमेरिका और इटली में हालात बद से बदतर हो गये हैं। वहीं अगर बात करें कोरोना वायरस का मुख्य केंद्र रहे चीन की तो यहां भी खतरा अभी टला नहीं है।
वुहान: भारत समेत पूरी दुनिया आज कोरोना वायरस से जंग लड़ रही है। अमेरिका और इटली में हालात बद से बदतर हो गये हैं। वहीं अगर बात करें कोरोना वायरस का मुख्य केंद्र रहे चीन की तो यहां भी खतरा अभी टला नहीं है।
चीन के हार्बिन शहर में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर से तेजी से सामने आ रहे हैं, जिसके बाद वहां के हालात को देखते हुए वहां लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। यहां ये भी जानना जरूरी है कि हार्बिन शहर की आबादी तकरीबन एक करोड़ है। ऐसे में अगर यहां जल्द
कोरोना वायरस पर काबू नहीं पाया गया तो पूरा शहर लाशों की ढेर में तब्दील हो जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन के हेइलोंगजियांग की राजधानी हार्बिन में 70 से ज्यादा मामले सामने आए हैं।
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चार हजार लोगों की जांच की गई
रूस की सीमा से सटे इस शहर में किसी भी तरह की गतिविधि पर पूर्णतया बैन लगा दिया गया है। इतने मामले सामने आने पर सरकार ने पूरे शहर को सील कर दिया है। यहां चार हजार लोगों की जांच की गई है। कहा ऐसा भी जा रहा है कि यहां का एक छात्र हाल ही में न्यूयॉर्क से लौटा है, जिसकी संपर्क में आने से यह स्थिति उत्पन्न हो गई है।
संक्रमितों में अधिकांश ऐसे हैं जो दूसरे देशों से आए हैं। इससे पहले इसी प्रांत के सुइफेन्हे में लॉकडाउन जैसी नौबत आई थीं। गौरतलब है कि हेइलोंगजियांग आने वाले सभी लोगों के लिए 28 दिन का अपनी स्वेच्छा से क्वारंटीन का नियम पहले से ही लागू है।
क्वारंटीन किए गए सभी लोगों को बाहर निकलने की परमिशन तभी होगी, जब उनकी दो न्यूक्लिक टेस्ट और एक एंटीबॉडी टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव आ जाएगी।
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मरीजों में नहीं दिखे लक्षण
बता दें कि हार्बिन शहर में अभी तक जो भी कोरोना के मामले सामने आए हैं उनमें बीमारी के लक्षण नहीं पाए गये हैं। ऐसे केस के एसिम्टोमैटिक मामले कहते हैं। इन मामलों में बीमारी के या संक्रमण के लक्षण प्रतीत नहीं देते है। डॉक्टरों के लिए इस तरह के केस में ट्रीटमेंट करना काफी चैलेंजिंग होता है।