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Imran Khan Arrest Update: क्या होगा अब इमरान खान का, आर्मी एक्ट के तहत होगा एक्शन
Imran Khan Arrest Update: पाकिस्तानी फौज ने अब पीटीआई चीफ का मुंह बंद करने का फैसला कर लिया है। सेना ने एक ऐसा डिसीजन लिया है, जो आने वाले दिनों में इमरान और उनकी पार्टी के नेताओं और समर्थकों को भारी पड़ने वाला है।
Imran Khan Arrest Update: पाकिस्तान में इन दिनों जबरदस्त सियासी उथल-पूथल मची हुई है। हालांकि, इस मुल्क में राजनीतिक अस्थिरता कोई नई बात नहीं है। इस देश ने कई बार लोकतंत्र को सेना के बूट तले कूचलते देखा है। लेकिन इस बार मामला अलग है। इस बार सर्वशक्तिशाली फौज की लड़ाई सत्ता में बैठे सियासी दलों के नेताओं से नहीं बल्कि विपक्ष के नेता से है। विपक्ष का वो नेता जिसे सेना ने ही मुख्यधारा की अन्य राजनीतिक पार्टियों को सत्ता से दूर रखने के लिए मुल्क का वजीर-ए-आजम बनवाया था।
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लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। इमरान खान और फौज एक-दूसरे के सबसे कट्टर दुश्मन बन बैठे हैं। न्यायपालिका से मिल रही राहत के कारण पूर्व पाक पीएम के हौंसले और बढ़े हैं, जिसके कारण वे सेना और उसके सीनियर अधिकारियों पर संगीन आरोप लगा रहे हैं। पाकिस्तानी फौज ने अब पीटीआई चीफ का मुंह बंद करने का फैसला कर लिया है। सेना ने एक ऐसा डिसीजन लिया है, जो आने वाले दिनों में इमरान और उनकी पार्टी के नेताओं और समर्थकों को भारी पड़ने वाला है।
इमरान को अब नहीं बख्शेगी फौज
सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट से लगातार मिल रहे राहत ने पीटीआई सुप्रीमो इमरान खान के हौंसले बुलंज कर दिए हैं। इससे पहले फौज को लगा था कि करप्शन के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे खान को न्यायपालिका के जरिए ही निपटा दिया जाएगा। लेकिन ऐसा होता नजर नहीं आ रहा। पूर्व पीएम की दिन प्रतिदिन बढ़ती बयानबाजी से सेना का धैर्य जवाब देने लगा है। लिहाजा अब इमरान खान के खिलाफ अब तक का सबसे कठोर एक्शन लेने का निर्णय़ लिया गया है।
पाक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुल्क की सबसे शक्तिशाली संस्था फौज ने इमरान खान को आर्मी एक्ट के तहत गिरफ्तार करने का फैसला किया है। सोमवार को आर्मी कोर कमांडर्स की मीटिंग में इस बाबत निर्णय लिया गया है। खान पर 100 से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। आर्मी एक्ट को काफी सख्त एवं खतरनाक कानून माना जाता है, जिसका सेना उनके खिलाफ इस्तेमाल करती हैं, जो उनके लिए खतरा बन जाते हैं। इस कानून के मुताबिक, उम्रकैद से लेकर मौत की सजा तक का प्रावधान है।
मिलिट्री कोर्ट में चलेगा मुकदमा
आर्मी एक्ट के तहत दर्ज मुकदमों की सुनवाई देश की सामान्य अदालतों में नहीं होती है। इसकी सुनवाई फौजी अदालत में होती है। ये कोई कहने की बात नहीं कि यहां के जज किनके इशारों पर फैसले सुनाते हैं। यही वजह है कि इसे इमरान खान और उनके करीबियों के लिए बड़ा खतरा माना जाने लगा है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद इमरान खान ने जनता को संबोधित करते हुए जजों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की थी। वहीं, सेना और उसके अफसरों की आलोचना में कोई कसर नहीं बाकी छोड़ी थी।
सरकार में बैठे लोग न्यायपालिक के हुए खिलाफ
पाकिस्तान में इन दिनों अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई है। यहां की ताकतवर संस्थाएं एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है और सड़कों पर जमकर प्रदर्शन हो रहे हैं। इमरान खान के समर्थकों के बवाल काटने के बाद अब सत्तारूढ़ पीडीएम गठबंधन के समर्थकों की बारी है। पीटीआई समर्थकों के निशाने पर जहां सेना और उससे जुड़े ठिकाने थे। वहीं इनके खिलाफ देश की न्यायपालिका है।
सत्तारूढ़ पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मुवमेंट गठबंधन में शामिल मौलाना फजल-उर-रहमान अपने समर्थकों के साथ सुप्रीम कोर्ट के बाहर धरने पर बैठे गए। उनके पार्टी के समर्थकों ने सुप्रीम कोर्ट परिसर में प्रवेश करने की कोशिश तक की। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की भतीती मरियम नवाज भी इस प्रदर्शन में शामिल हुईं और चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल को जमकर निशाने पर लिया। पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टियां चीफ जस्टिस बंदियाल का इस्तीफा मांग रहे हैं।