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Imran Khan Arrest Update: सरकार और सेना को नहीं था इतने प्रबल विरोध का अंदेशा, पाक आर्मी बैकफुट पर, गृह युद्ध जैसे हालात
Imran Khan Arrest Update: देश के बिगड़ते हालात को लेकर यहां तक कहा जाने लगा है कि स्थिति का आकलन करने में पाकिस्तान सरकार चूक गई है।
Imran Khan Arrest: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक इंसाफ (PTI) के मुखिया इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में इमरान खान की गिरफ्तारी का जिस तरह भारी विरोध किया जा रहा है, उसका अंदेशा पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार और सेना को भी नहीं था।
देश के बिगड़ते हालात को लेकर यहां तक कहा जाने लगा है कि स्थिति का आकलन करने में पाकिस्तान सरकार चूक गई है। पाकिस्तानी सेना को भी लोगों की जबर्दस्त नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। देश में पूरी तरह अराजकता और गिरे युद्ध जैसे हालात दिख रहे हैं।
पूरे देश में हिंसक प्रदर्शनों का दौर
इमरान की गिरफ्तारी की खबर फैलने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। देश के कई शहरों से हिंसा और आगजनी की खबरें सामने आई हैं। पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब जनता ने सेना के मुख्यालय में घुसकर विरोध जताया हो। आईएसआई मुख्यालय को भी निशाना बनाया गया है। अब हिंसा पर उतारू भीड़ पर काबू पाना पाकिस्तान सरकार और सेना के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। जगह-जगह हिंसक प्रदर्शन के बाद पाकिस्तानी सेना भी बैकफुट पर दिख रही है।
देश में सेना के खिलाफ हुई बगावत के बाद गृह युद्ध जैसी स्थिति दिख रही है। पाकिस्तान में भी अब श्रीलंका जैसे हालात पैदा होते दिख रहे हैं। श्रीलंका की तरह पाकिस्तान की जनता भी महंगाई के बोझ तले कराह रही है। श्रीलंका में से उग्र भीड़ राष्ट्रपति आवास में घुस गई थी और पाकिस्तान में भी सेना के मुख्यालय में घुसकर लोगों की ओर से विरोध जताया जा रहा है।
सेना के खिलाफ लोगों की बगावत
इमरान खान की पार्टी पीटीआई के नेताओं ने आरोप लगाया है कि गिरफ्तारी के बाद इमरान खान की रॉड से पिटाई तक की गई है। इमरान खान की मंगलवार को हुई गिरफ्तारी की खबर पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में जंगल की आग की तरह फैली और जल्द ही हजारों की उग्र भीड़ सड़कों पर उतर आई। नाराज पीटीआई कार्यकर्ताओं ने रावलपिंडी में सेना के मुख्यालय पर हमला बोल दिया।
इमरान का गढ़ माने जाने वाले लाहौर में भी लोगों ने इमरान की गिरफ्तारी पर तीखा विरोध जताते हुए एक सैन्य कमांडर के घर को फूंक डाला। जानकार सूत्रों का कहना है कि सेना के कई अन्य अफसरों के घरों पर भी हमले होने की खबर मिल रही है। उग्र भीड़ को काबू में करने के लिए सेना की ओर से फायरिंग भी की गई जिसमें एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है। हालात पर काबू पाने के लिए सोशल मीडिया पर भी बैन लगा दिया गया है।
सेना को सीधी चुनौती दे रहे इमरान
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद इस्लामाबाद हाईकोर्ट का रुख भी पाकिस्तान सरकार और सेना के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। इमरान खान की गिरफ्तारी अल कादिर ट्रस्ट स्कैम केस में की गई है। पाकिस्तान के चर्चित अखबार डॉन के मुताबिक अल कादिर ट्रस्ट घोटाला करीब 50 अरब रुपए का है और इसमें इमरान खान के अलावा उनकी पत्नी बुशरा बीबी और बुशरा की दोस्त फराह गोगी का नाम शामिल बताया जा रहा है।
मंगलवार को पेशी के लिए इस्लामाबाद रवानगी से पहले इमरान खान ने अपने एक वीडियो संदेश में सेना को सीधी चुनौती दी थी। इमरान खान ने अपने संदेश में कहा था कि फौज कान खोलकर सुन ले। मैं डरने वाला नहीं हूं और न मैं पाकिस्तान छोड़कर भागने वाला हूं। मैं यहीं रह कर अपने खिलाफ साजिश रचने वाले सभी लोगों का सामना करूंगा।
हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी को सही ठहराया
इमरान खान की ओर से दी गई इस चेतावनी के चार घंटे बाद ही उन्हें इस्लामाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया। दूसरी ओर इस्लामाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने इमरान की गिरफ्तारी पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने वरिष्ठ अफसरों को अदालत में पेश होने का निर्देश दे दिया। हालांकि बाद में पूरे मामले की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट में गिरफ्तारी को सही ठहराया। वैसे जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में न्यायपालिका और सरकार वह सेना के बीच टकराव की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
सरकार और सेना के सामने बड़ी चुनौती
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान जिस तरह सुलग उठा है, उसे देखकर यह भी कहा जा रहा है कि सरकार स्थिति का आकलन करने में नाकाम साबित हुई है। इसके पहले भी तोशाखाना और अन्य मामलों में इमरान खान को गिरफ्तार करने का प्रयास किया गया था मगर कामयाबी नहीं मिल सकी थी। इमरान के समर्थकों के प्रबल विरोध के कारण पाकिस्तानी रेंजर्स को खाली हाथ लौटना पड़ा था। इस बार जब पाकिस्तानी रेंजर्स इमरान खान को गिरफ्तार करने में कामयाब रहे तो उसका पूरे देश में असर दिख रहा है।
कई स्थानों पर पुलिस वाहनों में आगजनी और सैन्य अफसरों के घरों पर हमले की खबरें सामने आ रही हैं। उग्र भीड़ का सैन्य मुख्यालय में घुसना सेना और सरकार के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा है। अब यह देखने वाली बात होगी कि इमरान खान के उम्र समर्थकों पर काबू पाने में पाक सेना की ओर से आगे कौन सी रणनीति अपनाई जाती है।
देश में गृह युद्ध जैसे हालात
पाकिस्तान में वैसे भी बेतहाशा महंगाई और विभिन्न सामानों की किल्लत के कारण लोगों की नाराजगी चरम पर पहुंच चुकी है। महंगाई का आलम यह है कि लोगों के लिए अपनी सामान्य जरूरतें पूरी करना भी मुश्किल हो गया है। ऐसे में इमरान की गिरफ्तारी ने आग में घी डालने का काम किया है। आईएमएफ की ओर से पाकिस्तान सरकार को अभी तक लोन नहीं मिल सका है। आईएमएफ का कहना है कि पाकिस्तान सरकार की ओर से शर्तें पूरी नहीं की गई हैं।
माना जा रहा है कि अब पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन और ज्यादा उग्र हो सकता है। जानकारों का तो यहां तक कहना है कि पाकिस्तान में गृह युद्ध जैसे हालात बनते जा रहे हैं। श्रीलंका की तरह पाकिस्तान में भी आने वाले दिनों में विस्फोटक स्थिति दिख सकती है। मंगलवार को इमरान खान की गिरफ्तारी के समय प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ लंदन में थे। उनके आज पाकिस्तान लौटने की उम्मीद है और अब यह देखने वाली बात होगी कि प्रधानमंत्री शरीफ हालात पर काबू पाने के लिए क्या कदम उठाते हैं।