TRENDING TAGS :
पाकिस्तान में मौलाना की हत्या पर बवाल, इमरान खान ने भारत पर लगाया आरोप
पाकिस्तान को करीब से जानने वाले लोग इसे सुन्नी और शिया समुदाय के बीच खूनी दुश्मनी के तौर पर देख रहे हैं। जिसका की पाकिस्तान क अंदर एक लम्बा चौड़ा पुराना इतिहास रहा है।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने एक बार फिर से बिना सबूतों के भारत पर बड़ा ही गंभीर आरोप लगाया है। कराची में बाइक सवार हमलवारों ने एक बड़े सुन्नी मौलाना आदिल खान की गोली मारकर हत्या कर दी है। उनकी मौत के लिए पाकिस्तान ने भारत पर दोषारोपण किया है।
वहीं जानकारों की मानें तो इमरान खान ने इस तरह का बयान केवल देश के अंदर अपने लोगों का ध्यान भटकाने के लिए दिया है। क्योंकि मौलाना की हत्या के बाद से पाकिस्तान के अंदर इमरान खान की जमकर आलोचना हो रही है।
पाकिस्तान के अंदर राज्य सरकार इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने में फेल साबित हो रही है। इसलिए सोची समझी रणनीति के तहत इमरान खान ने ऐसा बयान दिया है।
फायरिंग की प्रतीकात्मक फोटो(सोशल मीडिया)
ये भी पढ़ेंः भगवा से जुड़ी सायरा बानो, तीन तलाक पर उठाई थी आवाज, अब BJP में शामिल
जामिया फारूकिया के संस्थापक थे मौलाना
बता दें कि कराची के जामिया फारूकिया मदरसे के प्रमुख मौलाना डॉक्टर आदिल खान की शनिवार को हत्या कर दी गई। उनके बारे में ऐसा बताया जा रहा है कि शाह फैसल कॉलोनी में स्थित मदरसे जामिया फारूकिया के संस्थापक मशहूर विद्वान मौलाना सलीमुल्ला खान के बेटे थे।
बताया जा रहा है कि जामिया फारूकिया देवबंदी पंथ की सुन्नी मुस्लिम शिक्षाओं को फालो करता है। बतौर पुलिस खान को ले जा रही कार जब शाह फैसल कॉलोनी में एक शॉपिंग सेंटर के निकट रुकी, तो दोपहिया वाहन पर सवार बदमाशों ने उन पर गोलियों से हमला कर दिया और इस दौरान गोली लगने वे बुरी तरह से जख्मी हो गये।
लाश की प्रतीकात्मक फोटो(सोशल मीडिया)
ये भी पढ़ेंः यूपी की जंग ने बिहार में यूं दिखाया असर, चाहकर भी हाथ नहीं मिला सके पप्पू और उपेंद्र
ड्राइवर की बीच रास्ते में ही मौत
उन्हें नजदीक के ही लियाकत नेशनल हास्पिटल में एडमिट कराया गया जहां पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके वाहन चालक की अस्पताल ले जाने से पहले बीच रास्ते में ही मौत हो गई।
वहीं पाकिस्तान को करीब से जानने वाले लोग इसे सुन्नी और शिया समुदाय के बीच खूनी दुश्मनी के तौर पर देख रहे हैं। जिसका की पाकिस्तान क अंदर एक लम्बा चौड़ा पुराना इतिहास रहा है।
दोनों तरफ से सैकड़ों लोगों की जानें ली जा चुकी हैं। खास तौर पर धार्मिक विद्वानों को चुन-चुन कर निशाना बनाया जा रहा है।
ये भी पढ़ेंः भीमा कोरेगांव हिंसा को लेकर झारखंड में राजनीति, स्टेन स्वामी के पक्ष में सरकार
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।
न्यूजट्रैक के नए ऐप से खुद को रक्खें लेटेस्ट खबरों से अपडेटेड । हमारा ऐप एंड्राइड प्लेस्टोर से डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें - Newstrack App