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अभी-अभी ईरान ने अमेरिका पर किया बड़ा हमला, कहा- शहीदों के खून से...
अमेरिका ने एयर स्ट्राइक कर ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराया जिसके बाद पूरे मध्य पूर्व में युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। ईरान ने भी बदला लेने के लिए दो अमेरिकी ठिकानों पर रॉकेट से हमला किया है।
नई दिल्ली: अमेरिकी ने एयर स्ट्राइक कर ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराया जिसके बाद पूरे मध्य पूर्व में युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। ईरान ने भी बदला लेने के लिए दो अमेरिकी ठिकानों पर रॉकेट से हमला किया है। तो अब वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान कर दिया है कि ईरान में 52 ठिकाने उनके निशाने पर हैं जिन्हें वे बर्बाद कर सकते हैं।
इराक के अमेरिकी दूतावास और सैन्य ठिकाने पर हमले के बाद अमेरिका ने ईरान को बर्बाद करने की धमकी दी है। तिलमिलाए ईरान ने कौम शहर की मस्जिद पर लाल झंडा लहराया दिया है। उसका कहना है कि वो दुश्मन को तबाह कर देगा, क्यों न खुद उसका ही नामोनिशान मिट जाए।
अब खबर आ रही है कि ईरान ने एक बार फिर अमेरिका पर हमला कर दिया है। यह हमला कोई बम और मिसाइल से नहीं किया गया है बल्कि साइबर हमला है। ईरान के हैकरों ने एक अमेरिकी सरकारी एजेंसी की वेबसाइट हैक कर लिया है।
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इसके साथ ही हैकरों ने शीर्ष ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने का संकल्प लिया है और एक मैसेज पोस्ट किया है। फेडरल डिपोजिट्री लाइब्रेरी प्रोग्राम की वेबसाइट पर हैकरों ने ईरानियन हैकर्स नाम से पेज डाला और उस पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनी और ईरानी झंडे की तस्वीर लगा दी। हैकरों ने वेबसाइट पर लिखा है कि (सुलेमानी के) अथक प्रयासों का पुरस्कार.... शहादत थी।
इसके साथ ही लिखा है कि उनकी रवानगी और ईश्वर की ताकत से उनका काम और मार्ग बंद नहीं होगा और उनके एवं अन्य शहीदों के खून से अपने गंदे हाथों को रंगने वाले अपराधियों से बदला लिया जाएगा। पेज पर सफेद पृष्ठभूमि में कैप्शन लिखा गया, ''यह ईरान की साइबर क्षमता का एक मामूली हिस्सा है।''
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बता दें कि यह पहले से ही आशंका जताई जा रही है कि दोनों देश एक दूसरे पर साइबर हमला बोल सकते हैं और अपने दुश्मनों को किसी को मारे बिना ज्यादा नुकसना पहुंचा सकते हैं। अब आशंका है कि अमेरिका भी ऐसा ही हमला कर सकता है।