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युद्ध होगा भयानक: सामने आया परमाणु वैज्ञानिक का हत्यारा, अलर्ट दोनों देश

ईरानी परमाणु वैज्ञानिक की हत्या का आरोप इजरायल पर लगा है। सामने आई रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि इस हमले को इजरायल की खुफिया सीक्रेट एजेंसी मोसाद ने अंजाम दिया है।

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Published on: 29 Nov 2020 1:36 PM GMT
युद्ध होगा भयानक: सामने आया परमाणु वैज्ञानिक का हत्यारा, अलर्ट दोनों देश
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ईरानी परमाणु वैज्ञानिक की हत्या का आरोप इजरायल पर लगा है। रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि इस हमले को इजरायल की खुफिया सीक्रेट एजेंसी मोसाद ने अंजाम दिया है।

तेहरान। ईरान के परमाणु वैज्ञानिक डॉ. मोहसिन फखरीजादेह की हत्या को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। वैज्ञानिक की हत्या का आरोप इजरायल पर लगा है। सामने आई रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि इस हमले को इजरायल की खुफिया सीक्रेट एजेंसी मोसाद ने अंजाम दिया है। ऐसे में खुद ब खुद ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी और सर्वोच्च धर्मगुरू अयातुल्लाह अली खमनेई न हुए इस हमले को लेकर इजरायल को अंजाम भुगतने की खुलआम धमकी दी है।

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हमले के पीछे इजरायल का हाथ

ऐसे में अब ईरान के एक पत्रकार ने कथित तौर पर पूरी घटना की जानकारी को सार्वजनिक किया है। साथ ही उन्होंने दावा किया है कि यह जानकारी उन्हें ईरानी अधिकारियों से मिली है।

हमले की जानकारी देते हुए ईरानी पत्रकार मोहम्मद अहवाज ने दावा किया है कि परमाणु वैज्ञानिक डॉ मोहसिन फखरीजादेह की हत्या में 62 लोग शामिल थे। इन्होंने ही ईरानी सरकार के लाख छिपाने के बाद देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव की जानकारी पूरी दुनिया को दी थी।

आगे ईरानी अधिकारियों ने हत्या के लिए इजरायल के मोसाद को दोषी ठहराया है। एक अमेरिकी अधिकारी और दो अन्य खुफिया अधिकारियों ने भी सूत्रों से बताया कि हमले के पीछे इजरायल का हाथ था।

अधिकारियों की हत्या करने की ट्रेनिंग

ईरानी पत्रकार अहवाज ने बताया कि इस टीम में 12 लोग ऐसे थे जिन्हें विदेशों में सुरक्षा और खुफिया सेवा के अधिकारियों की हत्या करने की ट्रेनिंग दी गई है। इन लोगों को ईरान की राजधानी तेहरान से 50 मील पूर्व में अबसार्ड शहर में तैनात किया गया था।

हालाकिं 50 अन्य लोगों ने इन 12 लोगों को लॉजिस्टिक सपोर्ट उपलब्ध करवाया था। लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि ये 50 लोग घटना के समय ईरान में मौजूद थे या फिर बाहर से सहायता दे रहे थे।

Dr. Mohsin Fakhrizadeh फोटो-सोशल मीडिया

बताया गया है कि ये टीम डॉ मोहसिन फखरीजादेह की नजदीकी से निगरानी कर रही थी। उन्हें पहले से ही पता था कि वह शुक्रवार को तेहरान से अबसार्ड शहर तक सड़क के रास्ते जाने वाले हैं। साथ ही इस टीम ने शहर के प्रवेश द्वार के पास एक गोल चक्कर के पास हमले की योजना बनाई। इस हमले को अंजाम देने के लिए एक कार में चार हमलावर सवार हुए। उनके साथ चार मोटरसाइकिलों पर भी हमलावर सवार थे।

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तीन बुलेटप्रूफ कारों के काफिले

ईरानी वैज्ञानिक के काफिले को रोकने के लिए लिए इन्होंने सड़क पर विस्फोटकों से लदे एक पिकअप को फंसा दिया और मौके का इंतजार करने लगे। हमलावरों ने घटनास्थल के पास दो स्नाइपर्स को भी तैनात किया था। जो दूरी से सटीक निशानेबाजी में माहिर थे। ईरानी पत्रकार अहवाज ने बताया कि फखरीजादेह के तीन बुलेटप्रूफ कारों के काफिले के पहुंचने से आधे घंटे पहले इलाके में बिजली काट दी गई थी।

इसके बाद उन्होंने बताया कि हमले वाली जगह पर जैसे ही फखरीजादेह के काफिले की पहली कार गोल चक्कर से निकली, तुरंत ही हमलावर अलर्ट हो गए। साथ ही ईरान से सूत्रों से सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावरों ने तीसरी कार के गोल चक्कर के पास पहुंचते ही फंसे हुए पिकअप में धमाका कर दिया।

विस्फोट इतना भीषण इतना जोरदार

हमलावर द्वारा किए गए इस धमाके से बिजली के खंभे और ट्रांसमीटरों को नुकसान पहुंचा। ये विस्फोट इतना भीषण जोरदार था कि कार का मलबा उस जगह से 300 मीटर की दूरी तक जाकर गिरा। दो कारें जो विस्फोट वाली जगह से आगे जा चुकी थी। उन गाड़ियों पर 12 बंदूकधारियों ने तबाड़तोड़ फायरिंग कर कार सवारों को मार डाला।

पत्रकार अहवाज ने दावा किया कि हमलावरों के टीम लीडर ने डॉ फखरीजादेह को कार से बाहर निकाला और उन्हें गोली मार दी। उसने दोबारा यह चेक किया कि ईरान के परमाणु वैज्ञानिक की मौत हुई कि नहीं। इस हमले के बाद हमलावर वहां से गायब हो गए। उनके दस्ते के किसी भी साथी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।

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