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Kidney Selling Law: दुनिया का इकलौता देश जहां किडनी बेचना वैध है, WHO ने दी सलाह

Kidney Selling: किडनी बेचना एक गंभीर मुद्दा है और इसे अक्सर नैतिक और न्यायिक दृष्टिकोण से विचारशील मुद्दा माना जाता है। हालांकि, एक दुनियाभर में कई देशों में किडनी बेचना अवैध और अनुचित माना जाता है, विशेष रूप से जब इसे अन्यायपूर्ण तरीके से किया जाता है।

Neelmani Lal
Published on: 18 May 2023 8:29 PM IST (Updated on: 18 May 2023 11:50 PM IST)
Kidney Selling Law: दुनिया का इकलौता देश जहां किडनी बेचना वैध है, WHO ने दी सलाह
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Kidney (social media)

Legal Kidney Trade in Iran: वैसे तो तमाम देशों में गैरकानूनी रूप से मानव अंग, खासकर किडनी बेची-खरीदी जाती है । लेकिन क्या आप जानते हैं कि ईरान दुनिया का इकलौता ऐसा देश है जहां किडनी बेचना कानूनी है। जी हां, ईरान में बाकायदा इसका सरकारी सिस्टम बना हुआ है। सरकार ने किडनी की कीमत भी तय कर रखी है। और ये कोई आज से नहीं बल्कि 26 साल से चला आ रहा है। ईरान में "रिवारडेड गिफ्टिंग" यानी 'इनाम के बदले गिफ्ट' अधिनियम 1997 में ईरानी बोर्ड ऑफ मिनिस्टर्स द्वारा लागू किया गया था। इसके दो साल बाद किडनी ट्रांसप्लांट के लिए वेटिंग लिस्ट लगभग खत्म हो गई थी।

क्या है कानून

रिवारडेड गिफ्टिंग कानून के तहत सरकार प्रत्येक डोनर को लगभग 31,000 के बराबर नकद पुरस्कार और एक वर्ष के चिकित्सा बीमा की गारंटी देती है। लेकिन अधिकांश "उपहार" निजी लेनदेन में लाखों रुपये की कीमत पर किये जाते हैं। सिर्फ अमीर लोग ही किडनी खरीदने की हैसियत रखते हैं। किडनी बेचने की अधिकतम उम्र 35 वर्ष तय की गई है। डोनर की जितनी ज्यादा उम्र, कीमत उतनी होती जाती है।

अस्पतालों में विज्ञापन

जिन अस्पतालों में प्रत्यारोपण ऑपरेशन किए जाते हैं, उनके बाहर दीवारों पर मार्कर पेन से हजारों विज्ञापन लिखे होते हैं: "ए+ 25 साल, मैं अपनी किडनी बेचना चाहता हूं", या "बी निगेटिव किडनी बेचना है, 33। विज्ञापनों के साथ आवश्यक जानकारी, ब्लड ग्रुप, फोन नंबर और उम्र दी हुई होती है।

डब्लूएचओ चाहता है प्रतिबंध

विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि किडनी की बिक्री पर रोक लगनी चाहिए। उनका इस्तांबुल घोषणापत्र कहता है - "प्रत्यारोपण व्यावसायीकरण गरीब और अन्यथा कमजोर दाताओं को टारगेट करता है। यह अनिवार्य रूप से असमानता और अन्याय की ओर ले जाता है और इसे प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।"

एक्सपर्ट्स इसे गरीबों के शोषण का एक रूप कहते हैं। इसके जोखिम बहुत ज्यादा हो सकते हैं। डोनर जितना गरीब होता है, काम के बोझ या अपर्याप्त स्वास्थ्य देखभाल के कारण उसकी बची हुई किडनी के काम करने की संभावना उतनी ही कम होती जाती है। किडनी की बिक्री सही है या गलत इस बारे में कोई जजमेंट नहीं दिया जा सकता है क्योंकि किडनी का ब्लैकमार्केट व्यापार तो सब जगह चल ही रहा है। धोखे से किडनी निकाल लेने की भी कितनी ही खबरें आती रहती हैं।

Neelmani Lal

Neelmani Lal

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