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तानाशाह की ये कार: साथ चलता है पूरा कफिला, अब मौत से लड़ रहे जंग

नार्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग का सुरक्षा गार्ड बनना इतना आसान नहीं है। कोरियन पीपल्स आर्मी के एक से बढ़कर एक जवानों को लिया जाता है। उन लोगों को जानबूझकर ध्यान दिया जाता है।

Vidushi Mishra
Published on: 21 April 2020 4:04 PM IST
तानाशाह की ये कार: साथ चलता है पूरा कफिला, अब मौत से लड़ रहे जंग
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तानाशाह की ये कार: साथ चलता है पूरा कफिला, अब मौत से लड़ रहे जंग

नई दिल्ली: कोरोना वायरस से पूरी दुनिया बुरी तरह परेशान है, ऐसें में हम आपसे अलग टॉपिक पर बात करने जा रहे है। तो बात है वर्ष 2018 की, जब एक ऐसी इमेज सामने आई, जिसने सबसे पहले मीडिया का ध्यान अपनी तरफ खींचा। इमेज में सिंगापुर में हुए समिट में शामिल किम जोंग की कार के पीछे उनके बॉडीगार्ड्स दौड़ रहे थे। देखने में लंबे-चौड़े और बेहद फुर्तीले ये सुरक्षा गार्ड कोई आम लोग नहीं हैं, बल्कि उत्तर कोरिया के सबसे वफादार और रूतबे वाले परिवारों में से ये लोग चुने जाते हैं।

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यही बात छोटे किम जोंग को बेहद रास आई

इस मामले में एक रिपोर्ट के अनुसार, किम जोंग को कार के आसपास सुरक्षा घेरे के लिए लोगों को दौड़ाने का खयाल क्लाइंट ईस्टवुड की एक मूवी से आया था। किम जोंग पर एक किताब, जिसका नाम The Great Successor: The Divinely Perfect Destiny of Brilliant Comrade Kim Jong Un है, लिखने वाली लेखिका अपनी किताब में बताती हैं कि किम जोंग ने बचपन में अभिनेता ईस्टवुड की एक मूवी देखी थी, जिसमें वे अमेरिकन सीक्रेट एजेंट का किरदार निभा रहे थे।

ये प्रेसिडेंट जॉन एफ कैनेडी की कार रुकने से पहले ही सुरक्षा के लिए कार के साथ दौड़ा करते। मूवी की यही बात छोटे से किम जोंग को बेहद रास आई और देश की गद्दी संभालने पर अपनी सुरक्षा के लिए उन्होंने इसी मूवी की कॉपी करने लगे।

नार्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग का सुरक्षा गार्ड बनना इतना आसान नहीं है। कोरियन पीपल्स आर्मी के एक से बढ़कर एक जवानों को लिया जाता है। उन लोगों को जानबूझकर ध्यान दिया जाता है जिनके परिवार के लोगों का सेना में इतिहास रहा हो।

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तानाशाह किम जोंग को सुरक्षा देने वाले

इनके लिए केवल वफादारी साबित करना ही काफी नहीं, बल्कि सैनिक को कई सारे टेस्ट से गुजरना होता है। इनमें सेहत, आईसाइट, पर्सनैलिटी जैसी बातों पर भी ध्यान दिया हैं।

तानाशाह किम जोंग को सुरक्षा देने वालों की राजनैतिक समझ भी बारीक होनी चाहिए, इसके साथ ही उन्हें तानाशाह परिवार का वफादार होना होता है। वफादारी साबित करने की प्रक्रिया में चुने जा रहे गार्ड के परिवार की पिछली 2 पीढ़ियों की भी कड़ी परीक्षा होती है वहीं सबके पास राजनैतिक सोच की अच्छी होनी चाहिए।

अपने गार्ड्स को चुनने की प्रक्रिया का एक रोमांचक वाकया ये है कि सबका कद किंम जोंग के लगभग बराबर होना चाहिए, यानी जब किम कार से उतरें तो वे साथ खड़े बॉडीगार्ड्स से छोटे-बड़े न दिखें। गार्ड्स देश के चुनिंदा उन लोगों में से होते हैं, जिन्हें नेता के करीब होते हुए भी रिवॉल्वर रखने की परमीशन रहती है।

अपने भाई की सिगरेट बट सहेजती दिखीं

ऐसा माना जाता है कि तानाशाह किम जोंग की सुरक्षा के बंदोबस्त के सामने दूसरे देशों के बड़े राजनीतिक नेता की सुरक्षा भी कुछ नहीं है।

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और तो और यहां तक कि किम की बहन और सत्ता की वारिस होने की बड़ी दावेदार उनकी बहन किम यो जोंग भी कई मौकों पर अपने भाई की सिगरेट बट सहेजती दिखीं। ये इसलिए जिससे किसी भी तरह से उनका डीएनए किसी दुश्मन देश या सुरक्षा एजेंसियों के हाथ न लग जाए।

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लेकिन अब महामारी से हर देश का हाल बेहद खराब है। नॉर्थ कोरिया के तानाशाह भी बुरी तरह से ग्रस्त हो चुके है, उनकी हालत भी नाजुक बताई जा रही है। हालांकि नॉर्थ कोरिया की मीडिया ने अभी तक कोई भी खबर लीक नहीं की है।



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Vidushi Mishra

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