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सबकी निगाहें एमिली मर्फी परः सबसे ताकतवर महिला, ये करेंगी फ्यूचर प्रेसीडेंट का एलान

एमिली मर्फी अमेरिका के 'जनरल सर्विस एडमिनिस्ट्रेशन' की प्रमुख हैं। अमेरिका की आम जनता भी इस संस्था से अनभिज्ञ है। लेकिन ये जान लीजिये कि राष्ट्रपति चुनावों में 'जनरल सर्विस एडमिनिस्ट्रेशन' की बहुत बड़ी भूमिका होती है

Newstrack
Published on: 9 Nov 2020 3:09 PM IST
सबकी निगाहें एमिली मर्फी परः सबसे ताकतवर महिला, ये करेंगी फ्यूचर प्रेसीडेंट का एलान
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सबकी निगाहें एमिली मर्फी परः सबसे ताकतवर महिला, ये करेंगी फ्यूटर प्रेसीडेंट का एलान (Photo by social media)

नई दिल्ली: एमिली मर्फी का नाम बहुतों ने नहीं सुना होगा लेकिन आज अमेरिका के राजनीतिक माहौल में वे सबसे ताकतवर महिला हैं। एमिली मर्फी ही घोषणा करेंगी कि अमेरिका का नया प्रेसिडेंट कौन है। और ये घोषणा अभी तक उन्होंने नहीं की है। सामान्य हालातों में ‘इलेक्शन डे’ को ही ये घोषणा हो जाती है लेकिन इस बार एक हफ्ता बीत जाने के बाद भी ऐलान नहीं हुआ है।

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जनरल सर्विस एडमिनिस्ट्रेशन

एमिली मर्फी अमेरिका के 'जनरल सर्विस एडमिनिस्ट्रेशन' की प्रमुख हैं। अमेरिका की आम जनता भी इस संस्था से अनभिज्ञ है। लेकिन ये जान लीजिये कि राष्ट्रपति चुनावों में 'जनरल सर्विस एडमिनिस्ट्रेशन' की बहुत बड़ी भूमिका होती है। चुनाव के बाद अमेरिका में सत्ता का हस्तांतरण यही संस्था करती है और सत्ता हस्तांतरण में खर्च होने वाले धन को भी यही कंट्रोल करती है।

1963 के एक कानून के मुताबिक राष्ट्रपति चुनाव विजेता का नाम सुनिश्चित करना जनरल सर्विस एडमिनिस्ट्रेशन के प्रशासक पर निर्भर करता है। जब तक जीएसए प्रशासक विजेता का नाम तय नहीं कर लेता तब तक सत्ता का हस्तांतरण नहीं हो सकता है। जब जीएसए विजेता का नाम सुनिश्चित कर लेता है तभी निर्वाचित राष्ट्रपति के लिए फ़ेडरल एजेंसियों के दरवाजे खुल पाते हैं। और तभी निर्वाचित राष्ट्रपति और उनकी टीम के लिए फण्ड उपलब्ध होते हैं।

इस बार जीएसए की ओर से शनिवार 7 नवम्बर को इसकी प्रेस सेक्रेटरी पामेला पेनिंगटन ने एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया है कि – 'नाम अभी तय नहीं किया गया है। जीएसए और इसकी प्रशासक कानून का पालन करेंगी और कानूनन जो आवश्यक होगा वो कार्य करेंगी।'

एमिली मर्फी को है अधिकार

जीएसए की प्रशासक एमिली मर्फी को अधिकार है कि वो चुनाव परिणाम से संतुष्ट होने के बाद ही विजेता का नाम सुनिश्चित करें और सत्ता के ट्रान्सफर का काम शुरू होने दें। मर्फी का कार्यालय तय करता है कि नए राष्ट्रपति की टीम को कब पावर ट्रान्सफर की कुंजी और इस काम के लिए 99 लाख डालर का फण्ड दिया जाये। ये पैसा नए प्रशासन और नए कैबिनेट को तैयार करने के लिए दिया जाता है।

ट्रम्प ने किया था नियुक्त

जनरल सर्विस एडमिनिस्ट्रेशन का प्रशासक संघ सरकार का कर्मचारी होता है और उसकी नियुक्ति हर राष्ट्रपति अपने हिसाब से करता है। एमिली मर्फी को डोनाल्ड ट्रम्प ने 2017 में नियक्त किया था। मर्फी रिपब्लिकन पार्टी के साथ पुख्ता तौर पर जुड़ी रहीं है। लेकिन उनका अनुभव सरकारी कामकाज का ज्यादा रहा है।

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वर्ष 2000 के चुनाव में बिल क्लिंटन के जमाने के जीएसए पर जबरदस्त दबाव था कि वो रिपब्लिकन प्रत्याशी जॉर्ज डब्लू बुश को सत्ता ट्रान्सफर करें लेकिन जीएसए ने ऐसा नहीं किया और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का इन्तजार किया।

नाम तय करने की प्रक्रिया

निर्वाचित राष्ट्रपति कैसे तय होगा इसके बारे में कानून के तहत कोई स्पष्ट प्रक्रिया नहीं बताई गयी है। कानून बस इतना कहता है कि ये काम साक्ष्य के आधार पर होना चाहिए न कि राजनीति के आधार पर। यानी फैसला और फैसला सुनाने का समय जीएसए प्रशासक पर निर्भर करता है।

रिपोर्ट- नीलमणि लाल

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