×

पाकिस्तान की उड़ी नींदे! खतरनाक आतंकी को मारा यहां, अब दफन यहां हो रहा

ब्रिटेन में आरोपी करार दिए गए आतंकवादी और लंदन ब्रिज पर हमला कर दो लोगों की हत्या करने पर स्कॉटलैंड यार्ड द्वारा मार गिराए गए उस्मान खान को PoK स्थित उसके पैतृक गांव में दफनाया गया है।

Roshni Khan
Published on: 8 Dec 2019 8:37 AM GMT
पाकिस्तान की उड़ी नींदे! खतरनाक आतंकी को मारा यहां, अब दफन यहां हो रहा
X

लाहौर/ इस्लामाबाद: ब्रिटेन में आरोपी करार दिए गए आतंकवादी और लंदन ब्रिज पर हमला कर दो लोगों की हत्या करने पर स्कॉटलैंड यार्ड द्वारा मार गिराए गए उस्मान खान को PoK स्थित उसके पैतृक गांव में दफनाया गया है। पाकिस्तान सरकार का कहना है कि इस बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है।

ये भी देखें:इस आदमी ने बेटियों को दरिंदों का शिकार होने से बचाने के लिए उठाया ये बड़ा कदम

28 साल का उस्मान ब्रिटिश नागरिक था

28 साल का उस्मान ब्रिटिश नागरिक था जिसने लंदन ब्रिज पर हमला कराया था और विमान के जरिये उसका शव लंदन से इस्लामाबाद लाया गया और शुक्रवार को परिवार को सौंप दिया गया। उस्मान के रिश्तेदार ने कहा, 'परिवार उसे ब्रिटेन में दफन नहीं करना चाहता था।' उन्होंने बताया कि शव को पाकिस्तान लाने से पहले बर्मिंघम शहर की मस्जिद में नमाज पढ़ी गई।

पाकिस्तान विदेश विभाग ने कहा कि उसे इस बात की जानकारी नहीं है कि खान का शव यहां लाया गया है। डॉन अखबार ने विदेश विभाग के प्रवक्ता को उद्धृत किया, 'क्या उसका शव पाकिस्तान में है? मेरे पास इसकी कोई जानकारी नहीं है।'

इससे पहले दो बार (सोमवार और शुक्रवार) भीड़ ने डॉन अखबार के इस्लामाबाद स्थित कार्यालय पर हमला किया और अखबार की प्रतियां जलाई। लोग लंदन ब्रिज हमले में शामिल आतंकवादी के पाकिस्तानी मूल के होने की खबर प्रकाशित करने से नाराज थे।

29 नवंबर को पुलिस द्वारा गोली मारे जाने से पहले उस्मान ने लंदन ब्रिज पर आतंकी हमला कर दो लोगों की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी और अन्य तीन को घायल कर दिया था। बाद में उसकी पहचान लंदन स्टॉक एक्सचेंज पर बम धमाके की साजिश रचने और PoK स्थित अपनी जमीन पर आतंकवादी प्रशिक्षण शिख्स चलाने के मामले में आरोपी ठहराए गए व्यक्ति के रूप में की गई, जिसे सात साल पहले कैद की सजा हुई थी।

ये भी देखें:दिल्ली में आग से 43 लोगों की मौत, यहां पढ़ें पीएम मोदी समेत किसने क्या कहा?

आतंकवादी उस्मान खान ने ब्रिटिश संसद पर मुंबई जैसा हमला करने पर चर्चा की थी। ब्रिटिश जज ने 2012 में आतंकवाद के मामले में उसे सजा सुनाई थी और पिछले साल दिसंबर में उसे पैरोल पर रिहा किया था एवं इलेक्ट्रॉनिक टैग के जरिये उसकी निगरानी की जा रही थी।

Roshni Khan

Roshni Khan

Next Story