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Bangladesh: बांग्लादेश में जातीय संगठनों के बीच हिंसक झड़प-गोलीबारी, अब तक 8 लोगों की मौत, कई जख्मी

Bangladesh News :बांग्लादेश के बंदरबन जिले के बीहड़ इलाकों में जातीय संघर्ष में 8 लोगों की मौत हो गई है। दो संगठनों के बीच हिंसक झड़पों में अभी तक कई लोगों के घायल होने की खबर है।

Aman Kumar Singh
Published on: 7 April 2023 10:58 PM GMT (Updated on: 7 April 2023 11:04 PM GMT)
Bangladesh: बांग्लादेश में जातीय संगठनों के बीच हिंसक झड़प-गोलीबारी, अब तक 8 लोगों की मौत, कई जख्मी
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बांग्लादेश में जातीय संगठनों के बीच हिंसक झड़प (Social Media)

Bangladesh News : भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश के बंदरबन जिले के बीहड़ इलाकों में जातीय संघर्ष में 8 लोगों की मौत हो गई है। दो संगठनों के बीच हिंसक झड़पों में अभी तक कई लोगों के घायल होने की जानकारी है। यह घटना बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी बंदरबन जिले (south-eastern Bandarban district) के रोवांगछारी उपजिला में गुरुवार रात को हुई थी। ये इलाका उग्रवाद का केंद्र माना जाता है।

हिंसक संघर्ष के बारे में सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, बंदरबन के रोवांगछारी (उप-जिला) के एक सुदूर इलाके में गुरुवार देर रात झड़पें हुई। इस दौरान गोलीबारी भी हुई। वहीं, पुलिस अधिकारी अब्दुल मन्नान ने जानकारी दी कि, हमने घटनास्थल से 8 शव बरामद किए हैं। उन्होंने कहा, शवों को पोस्टमार्टम सहित अन्य कानूनी औपचारिकताओं के लिए शुक्रवार को उपजिला मुख्यालय लाया गया।

बड़ी तादात में लोगों ने घर छोड़ा

स्थानीय पुलिस ने बताया कि, हिंसक संघर्ष के बाद करीब 200 लोगों ने अपने घरों को छोड़ दिया। सभी ने रोवांगछारी में सेना शिविर में शरण ली है। पुलिस ने कहा कि झड़प के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि, पुलिस को आशंका है कि इस घटना में कुकी चिन फ्रंट (केएनएफ) नामक नवगठित संगठन के सदस्य शामिल था, जो यूनाइटेड पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूपीडीएफ) से अलग हुआ खेमा है।

सुरक्षा अधिकारियों ने ये भी बताया कि, KNF एक सशस्त्र समूह के रूप में उभरा है। इसमें अधिकतर बोम जातीय समुदाय का वर्चस्व है। उसने कथित तौर पर पहाड़ियों में एक इस्लामी आतंकवादी समूह (islamic terrorist group) के साथ गठबंधन किया है। उनकी है कि 3 पहाड़ी जिलों में से दो के कई उप-जिलों के साथ एक अलग राज्य का गठन किया जाए। उन्होंने कहा, केएनएफ की आतंकवादी गतिविधियों ने वहां के निवासियों को अपना घर छोड़ने और अस्थायी शरण के लिए हमारे (सेना) शिविर में आने के लिए मजबूर किया।

Aman Kumar Singh

Aman Kumar Singh

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