अब हमला आँखों से: रहना होगा सावधान, अगर बचना है इस महामारी से

लैब में हुई जांच में ये भी पता चला है कि कोविड-19 के वायरस का लेवल सार्स की अपेक्षा इंसान को आंखों से ज्‍यादा तेजी से संक्रमित कर रहा है।

Vidushi Mishra
Published on: 8 May 2020 5:07 AM GMT
अब हमला आँखों से: रहना होगा सावधान, अगर बचना है इस महामारी से
X

नई दिल्ली: दुनियाभर में फैला कोरोना वायरस को लेकर हैरान कर देने वाली बेहद बुरी खबर सामने आई है। इस खबर के बारे में यूनिवर्सिटी ऑफ हांग कांग के रिसर्च से पता चला है कि मनुष्य के शरीर का सबसे नाजुक अंग आंख कोरोना वायरस का शरीर में घुसने का बड़ा स्त्रोत बन गई है। इसके साथ ही सार्स और बर्ड फ्लू के विपरीत कोरोना वायरस मुंह, नाक और आंखों से 100 गुना अधिक तेजी से शरीर में घुस रहा है। लैब में हुई जांच में ये भी पता चला है कि कोविड-19 के वायरस का लेवल सार्स की अपेक्षा इंसान को आंखों से ज्‍यादा तेजी से संक्रमित कर रहा है।

ये भी पढ़ें...कोरोना से जंग के लिए यूपी तैयार, 25 स्टेशनों पर कोविड केयर सेंटर कोच की तैनाती

आंखों से इंसान के शरीर में

इसी में लांसेट में छपी रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्‍टर माइकल चान की टीम उन लोगों में शामिल हैं जिन्‍होंने इस बात के सबूत पाए हैं कि कोरोना वायरस आंखों से इंसान के शरीर में घुस रहा है।

साथ ही डॉक्‍टर चान ने बताया कि उनकी टीम ने हमने इंसान की श्‍वसन प्रणाली और आंखों की कोशिकाओं की जांच की। हमने पाया कि SARS-Cov-2 वायरस इंसान की आंख और ऊपरी श्‍वसन तंत्र के रास्‍ते सार्स और बर्ड फ्लू से भी ज्‍यादा तेजी से संक्रमित कर रहा है।

तेजी से लोगों को अपना श‍िकार बना रहा

उन्होंने कहा कि संक्रमण की यह दर 80 से 100 गुना ज्‍यादा है। इससे पता चलता है कि आंखों और श्‍वसन तंत्र से कोरोना वायरस सार्स की तुलना में ज्‍यादा तेजी से लोगों को अपना श‍िकार बना रहा है।

ये भी पढ़ें...Live: कोरोना मरीजों का आंकड़ा 56 हजार पार, 16 हजार से ज्यादा संक्रमित हुए ठीक

डॉक्टर चान ने कहा कि शोध से यह भी पता चला है कि आंखें कोरोना वायरस के इंसान में संक्रमण का एक बड़ा स्रोत हैं। इस शोध में लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपनी आंखों को न छूएं और थोड़े-थोड़े अंतराल पर अपने हाथों को साबुन से धोते रहें।

वायरस 7 दिनों तक जिंदा

वहीं इससे पहले हांग कांग यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने यह पता लगाया था कि कोरोना वायरस स्‍टील, प्‍लास्टिक और जमीन पर 7 दिनों तक जिंदा रह सकता है।

ताजा आकंड़ों की जानकारी देते हुए बता दें कि दुनियाभर में 2,70,711 लोग कोरोना वायरस से मर गए हैं। अमेरिका इस वैश्विक महामारी का सबसे बड़ा हब बन चुका है। वहां पर लगभग 77 हजार लोगों की मौत हो गई है वहीं 12,92,623 लोग इस महामारी से संक्रमित हैं।

ये भी पढ़ें...औरंगाबाद में ट्रेन से कटकर 17 मजदूरों की मौत, PM मोदी ने जताया दुख

Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

Next Story