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पाकिस्तान की चाल बदली: आखिर क्यों भारत के सामने फैला रहा हाथ

पाक पीएम इमरान खान ने क्षेत्रीय शांति का आह्वान किया है और जोर देते हुए कहा कि, दक्षिण एशिया में शांति के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच मित्रतापूर्ण व्यवहार होना आवश्यक है।

Shreya
Published on: 15 Nov 2019 11:25 AM GMT
पाकिस्तान की चाल बदली: आखिर क्यों भारत के सामने फैला रहा हाथ
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पाकिस्तान की चाल बदली: आखिर क्यों भारत के सामने फैला रहा हाथ

इस्लामाबाद: आतंक को पनाह देने वाले पाकिस्तान ने इस बार शांति का आह्वान किया है। पाक पीएम इमरान खान ने क्षेत्रीय शांति का आह्वान किया है और जोर देते हुए कहा कि, दक्षिण एशिया में शांति के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच मित्रतापूर्ण व्यवहार होना आवश्यक है। दरअसल, पाक पीएम इमरान खान दक्षिण एशिया, मध्य पूर्व और मध्य एशिया में शांति और विकास पर आधारित Margalla Dialouge 2019 के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान पाक पीएम ने कहा कि, एक दूसरे से लड़ने के बजाए, हम एक साथ (भारत-पाक) मिलकर गरीबी, जलवायु परिवर्तन और भुखमरी जैसी चुनौतियां का सामना कर सकते हैं।

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दुनिया को परिणाम भुगतने की दी धमकी

हालांकि, इस दौरान भी वो कश्मीर के मुद्दे का जिक्र करने से बाज नहीं आए। उन्होंने इस दौरान कश्मीर के मुद्दे को उछाला और साथ ही अंत में पूरी दुनिया को परिणाम भुगतने की भी धमकी दे डाली। इसके अलावा इमरान खान ने भारत पर दक्षिण एशियाई क्षेत्र में नफरत की विचारधारा को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने आगे कहा कि, इसी वजह से पाकिस्तान भी खतरे के क्षेत्र से बाहर नहीं है।

पुलवामा हमले के बाद से बढ़ा तनाव

बता दें कि, इसी साल फरवरी महीने में पुलवामा और उसके बाद के सभी घटनाक्रमों के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के रिश्ते में तनाव और बढ़ गया है। गौरतलब, फरवरी में कश्मीर के पुलवामा में जो हमला हुआ था, उसमें भारत ने 40 सीआरपीएफ जवानों को खो दिया था। बाद में इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान आधारित जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। जिसके जवाबी कार्रवाई में भारत ने बालाकोट में जैश के आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया।

उसके बाद जब भारत ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाया तो इसके बाद पाकिस्तान और भड़क गया है। क्योंकि इससे पाकिस्तान के गलत इरादों को काफी नुकसान पहुंचा। जिसके बाद पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंच का सहारा लेते हुए हर बार कश्मीर के मुद्दे को उठाता रहा, लेकिन उसे कामयाबी हाथ नहीं लगी।

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