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पाक को भारी पड़ी सऊदी अरब की नाराजगी, मनाने के लिए सेना प्रमुख लगाएंगे हाजिरी

कश्मीर के मुद्दे पर सऊदी अरब की नाराजगी मोल लेना पाकिस्तान के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। सऊदी अरब ने दो टूक अंदाज में पाकिस्तान से कहा है

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Published on: 12 Aug 2020 6:50 PM GMT
पाक को भारी पड़ी सऊदी अरब की नाराजगी, मनाने के लिए सेना प्रमुख लगाएंगे हाजिरी
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Pak Army Chief Qamar Javed Bajwa

अंशुमान तिवारी

इस्लामाबाद। कश्मीर के मुद्दे पर सऊदी अरब की नाराजगी मोल लेना पाकिस्तान के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। सऊदी अरब ने दो टूक अंदाज में पाकिस्तान से कहा है कि वह अब न तो पाकिस्तान को किसी प्रकार का कर्ज देगा और न ही पेट्रोल डीजल। सऊदी अरब की इस चेतावनी से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। पाकिस्तान डैमेज कंट्रोल में जुट गया है और इस कड़ी में सऊदी अरब से रिश्ता को सामान्य बनाने के लिए अगले हफ्ते सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को सऊदी अरब भेजा जाएगा।

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विदेश मंत्री कुरैशी के बयान से बिगड़ी बात

इमरान सरकार के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बयान के बाद सऊदी अरब और पाकिस्तान के रिश्तों में कटुता पैदा हो गई है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने हाल में एक टीवी इंटरव्यू में कश्मीर मुद्दे पर सऊदी अरब के नेतृत्व वाले इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक बुलाने की मांग की थी।

उन्होंने सऊदी अरब की ओर इशारा करते हुए यहां तक कहा था कि यदि आप यह बैठक नहीं भुला सकते तो मुझे प्रधानमंत्री इमरान खान से कहना पड़ेगा कि उन इस्लामिक देशों की बैठक बुलाएं जो कश्मीर के मुद्दे पर हमारे साथ खड़े होने को तैयार हों।

विदेश मंत्रालय ने भी दोहराया वही बयान

बाद में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से भी विदेश मंत्री कुरैशी के बयान को ही दोहराया गया। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान से साफ हो गया कि कुरैशी ने यह टिप्पणी अचानक नहीं की थी। विदेश मंत्रालय ने इन आरोपों को भी पूरी तरह खारिज कर दिया कि विदेश मंत्री का बयान राजनयिक मापदंडों के खिलाफ था। विदेश मंत्रालय की ओर से कुरैशी की बातों को भी दोहराए जाने से सऊदी अरब ने भी यह माना कि यह जल्दबाजी में दिया गया बयान नहीं था।

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सऊदी अरब अब पाक को नहीं देगा कर्ज

सऊदी अरब ने पाकिस्तान को 2018 में 6.2 अरब डॉलर दिए थे। इसमें 3 अरब डॉलर का लोन और 3.2 अरब डऑलर की आयल क्रेडिट फैसिलिटी थी। यह डील क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सुल्तान के पाकिस्तान दौरे के समय हुई थी। हाल ही में सऊदी अरब ने पाकिस्तान से कर्ज की पहली किस्त एक अरब डॉलर चुकाने को कहा था। पाकिस्तान ने चीन से उधार लेकर पहली किस्त चुकाई है। अब सऊदी अरब ने भविष्य में पाकिस्तान को किसी प्रकार का कर्ज और पेट्रोल-डीजल न देने की बात कही है।

बाजवा को सऊदी अरब भेजने का फैसला

अपने बयान पर सफाई देने के लिए विदेश मंत्री कुरैशी की ओर से दो बार प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई मगर दोनों बार इसे स्थगित कर दिया गया। ‌जानकारों का कहना है कि इमरान सरकार ने यह बात समझ ली है कि सिर्फ प्रेस कॉन्फ्रेंस में सफाई देने से ही सऊदी अरब से बिगड़े रिश्ते ठीक नहीं हो पाएंगे। यही कारण है कि अब सेना प्रमुख जनरल बाजवा को सऊदी अरब भेजने का फैसला किया गया है। हालांकि पाकिस्तान सरकार की ओर से अभी तक इस बाबत आधिकारिक एलान नहीं किया गया है।

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राजदूत से भेंट में नहीं बनी बात

इससे पहले जनरल बाजवा ने सऊदी अरब के राजदूत एडमिरल नवाब बिन सैद से मुलाकात करके पाकिस्तान का पक्ष स्पष्ट करने की कोशिश की थी। हालांकि मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि द्विपक्षीय मुद्दों और क्षेत्रीय सुरक्षा की स्थिति पर चर्चा की गई। पाकिस्तान के अखबार द न्यूज के मुताबिक इमरान सरकार का मानना है कि केवल राजदूत से मुलाकात से बात नहीं बनने वाली। इसलिए अब बाजवा सऊदी अरब जाकर उसे मनाने की कोशिश करेंगे।

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