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चौतरफा घिरा पकिस्तान, अमेरिकी रिपोर्ट में हुआ ये बड़ा खुलासा  

एफटीएफ के इस रिपोर्ट में वित्तीय कार्रवाई कार्यबल की शर्तों को लागू करने को लेकर पाकिस्तान की कोशिशों के बारे में भी बताया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान लशकर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों पर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को लागू करने में असफल रहा है। यह संगठन लगातार पैसा जुटा रहे हैं।

SK Gautam
Published on: 2 Nov 2019 7:30 PM IST
चौतरफा घिरा पकिस्तान, अमेरिकी रिपोर्ट में हुआ ये बड़ा खुलासा  
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वाशिंगटन: पाकिस्तान द्वारा आतंकवादी संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद को पैसे जुटाने और भर्ती करने की क्षमता को सीमित करने में विफल पाया गया है। ये खुलासा हुआ है फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की एक रिपोर्ट में किया गया है। इसके अलावा पाकिस्तान ने इन आतंकी संगठनों से जुड़े व्यक्तियों को चुनाव लड़ने की अनुमति दी। एफटीएफ ने यह जानकारी आतंकवाद को लेकर अपनी सालाना रिपोर्ट 2018 में दिया था।

संगठन लगातार पैसा जुटा रहे हैं

फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) के इस रिपोर्ट में वित्तीय कार्रवाई कार्यबल की शर्तों को लागू करने को लेकर पाकिस्तान की कोशिशों के बारे में भी बताया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान लशकर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों पर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को लागू करने में असफल रहा है। यह संगठन लगातार पैसा जुटा रहे हैं।

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अलकायदा का वजूद अभी भी कायम है

फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) के इस रिपोर्ट में बताया गया है कि वैश्विक तौर पर ईरान आतंकवाद के मामले में दुनिया का सबसे खराब राज्य प्रायोजक है। अलकायदा का वजूद अभी भी कायम है और उसका मकसद वैश्विक तौर पर खुद को जिहादी आंदोलन के तौर स्थापित करना है। अमेरिका ने पिछले हफ्ते इस बात की घोषणा की थी कि उसने आईएसआईएस के सरगना अबु बकर अल-बगदादी को मारा गिराया है।

रिपोर्ट में आतंकवादी संगठन लश्कर और जैश का हवाला दिया गया है जो 2018 में खतरा बने रहे और कहा गया है कि उन्होंने भारतीय और अफगान ठिकानों पर हमला करने की क्षमता और इरादे को हमेशा बनाए रखा है। इस रिपोर्ट में जैश द्वारा फरवरी में भारतीय सेना के सुंजुवन स्थित कैंप पर हमले का जिक्र भी किया गया है। जिसमें सात जवान शहीद हो गए थे।

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कुल मिलाकर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) के इस रिपोर्ट में पाकिस्तान और उसके साथी देशों ने आश्वासनों के विपरीत इन आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।

लश्कर से संबंध रखने वालों को चुनाव लड़ने की दी मंजूरी

अमेरिका रिपोर्ट में भी यह कहा गया है कि सरकार पाकिस्तान में पैसा जुटाने, भर्ती करने और प्रशिक्षण देने से लश्कर और जैश को सीमित करने में विफल रही है। पाकिस्तान ने उन उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने की मंजूरी दी जो लश्कर से संबंध रखते थे।



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