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Palestine Supporters Protest: व्हाइट हाउस के गेट पर हजारों फलस्तीन समर्थकों का बवाल, नारेबाजी, लाल रंग पोता

Palestine Supporters Protest: व्हाइट हाउस के सामने जमा प्रदर्शनकारी हाथों में फलस्तीनी झंडे और फलस्तीनी प्रतीक चिन्ह लिए हुए थे और चिल्ला रहे थे - "नदी से समुद्र तक, फ़िलिस्तीन आज़ाद होगा। इस भीड़ में देश भर से उपस्थित लोग शामिल हुए।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 5 Nov 2023 5:54 PM IST
Palestine supporters create ruckus, slogans, paint red at White House
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व्हाइट हाउस पर फलस्तीन समर्थकों का बवाल बवाल, नारेबाजी, लाल रंग पोता: Photo- Social Media

Palestine Supporters Protest: दुनिया के सबसे ताकतवर देश के सबसे ताकतवर व्यक्ति यानी अमेरिकी राष्ट्रपति के ऑफिस व आवास व्हाइट हाउस के सामने हजारों की तादाद में फलस्तीनी समर्थक प्रदर्शनकारी जुटे और जम कर हंगामा किया। ये बवाल 4 नवम्बर की दोपहर हुआ जब वाशिंगटन डीसी में हजारों फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने व्हाइट हाउस पर चढ़ाई की कोशिश की। इस दौरान "अल्लाहु अकबर" के नारे लगाए गए और राष्ट्रपति जो बिडेन को गन्दी गन्दी गालियां दीं गईं। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति बिडेन पर नरसंहार का आरोप लगाते हुए गाजा पट्टी में युद्धविराम की मांग कर रहे थे।

भड़काऊ नारेबाजी

व्हाइट हाउस के सामने जमा प्रदर्शनकारी हाथों में फलस्तीनी झंडे और फलस्तीनी प्रतीक चिन्ह लिए हुए थे और चिल्ला रहे थे - "नदी से समुद्र तक, फ़िलिस्तीन आज़ाद होगा। इस भीड़ में देश भर से उपस्थित लोग शामिल हुए।

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पिछले महीने दक्षिणी इज़राइल में हमास की घातक घुसपैठ और गाजा पर इज़राइल के जवाबी हमलों के मद्देनजर तेजी से फलस्तीन समर्थक बवाल बढ़ता जा रहा है और इसमें जो नारेबाजी की जाती है उसे व्यापक रूप से यहूदी विरोधी माना जाता है क्योंकि इसका तात्पर्य इज़राइल राज्य और उसके लोगों के उन्मूलन से है।

Photo- Social Media

विद्रोह का नारा

भीड़ में लोगों ने ये भी नारा लगाया - इंतिफादा लंबे समय तक जीवित रहे।" यह एक अरबी शब्द है जिसका इस्तेमाल फिलिस्तीनी विद्रोह को संदर्भित करने के लिए विशेष रूप से 1987 से 1993 और 2000 से 2005 तक चले संघर्षों के लिए किया जाता था।

अनौपचारिक रिपोर्टों का अनुमान है कि 1,00,000 से अधिक लोग विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए, लेकिन डीसी पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर सकी है। पुलिस ने द पोस्ट को बताया कि वह भीड़ की संख्या का अनुमान नहीं लगाती है। डीसी पुलिस के अनुसार, शाम करीब साढ़े पांच बजे संपत्ति को नष्ट करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।

जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने डीसी की सड़कों पर मार्च करना शुरू किया, कई लोग व्हाइट हाउस के बाहर रुक गए और बिडेन से युद्धविराम का आह्वान करने के लिए चिल्लाने लगे। बिडेन व्हाइट हाउस में नहीं थे, वह डेलावेयर स्थित अपने रेहोबोथ बीच अवकाश गृह में हैं। शाम लगभग 6:30 बजे प्रदर्शनकारी व्हाइट हाउस के गेटों पर लाल रंग पोतने लगे और नारे लगा रहे थे : "अल्लाहु अकबर।" यही नहीं, बिडेन को गालियां भी दी जा रहीं थीं।

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एक्स पर पोस्ट किये गए एक वीडियो में दिखाया गया है कि एक प्रदर्शनकारी ने फ़िलिस्तीनी झंडा लहराने के लिए वहां लगी सुरक्षा बाड़ को भी तोड़ दिया। हालाँकि प्रदर्शन आमतौर पर शांतिपूर्ण था लेकिन कई उपद्रवियों ने मौके का लाभ उठाते हुए व्हाइट हाउसके बाहरी गेट को लाल रंग से विकृत कर दिया, जिससे सफेद ईंट पर खून जैसे हाथ के निशान पड़ गए। प्रदर्शनकारियों ने पास के मैकडॉनल्ड्स की खिड़कियां भी तोड़ दीं, जो पहले से ही फिलिस्तीन समर्थक स्टिकर और स्प्रे पेंट से पोता जा चुका था।

उधर न्यूयॉर्क में 1,000 से अधिक फिलीस्तीनी समर्थक प्रदर्शनकारियों ने युद्धविराम की मांग करते हुए मैनहट्टन के हेराल्ड स्क्वायर में यातायात अवरुद्ध कर दिया, दूसरी तरफ करीब दो हजार लोगों की भीड़ संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की तरफ ली गई। दुनिया भर में अन्य जगहों पर भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं जिनमें लंदन भी शामिल है, जहां मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने संसद भवन को जलाने की धमकी देने वाले संकेत रखने सहित विभिन्न चीजों के लिए कम से कम 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।



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Shashi kant gautam

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