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आतंकवाद का जड़ से होगा खात्मा, भारत के साथ इस देश ने बनाई खतरनाक योजना

United Nations Security Council के अस्थायी सदस्य के रूप में पदभार ग्रहण करने से पहले भारत(INDIA) ने प्राथमिकताओं पर जोर देते हुए ब्रिटेन से बातचीत की है। जिसके चलते दोनों देशों ने विश्व की इस सबसे शक्तिशाली इकाई की कार्यसूची पर अपने विचारों का आदान-प्रदान किया है।

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Published on: 20 Dec 2020 5:31 AM GMT
आतंकवाद का जड़ से होगा खात्मा, भारत के साथ इस देश ने बनाई खतरनाक योजना
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भारत सुरक्षा परिषद में भी आतंकवाद के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेगा। बता दें, ब्रिटेन सहित पांच देश सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य हैं।

नई दिल्ली। सयुंक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद(UNSC) इस बार आतंकवाद से खिलाफ बहुत महत्वपूर्ण कदम उठाएगा। ऐसे में अस्थायी सदस्य के रूप में पदभार ग्रहण करने से पहले भारत(INDIA) ने प्राथमिकताओं पर जोर देते हुए ब्रिटेन से बातचीत की है। जिसके चलते दोनों देशों ने विश्व की इस सबसे शक्तिशाली इकाई की कार्यसूची पर अपने विचारों का आदान-प्रदान किया है। इस बीच भारत सुरक्षा परिषद में भी आतंकवाद के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेगा। बता दें, ब्रिटेन सहित पांच देश सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य हैं। साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई इस बातचीत में आतंकवाद पर मुख्य रूप से महत्ता दी गई।

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आतंकवाद के खात्मे

ऐसे में दोनों देशों ने पूरे विश्व में तेजी से बढ़ रहे आतंकवाद, उसके बढ़ते प्रभाव और रोकथाम के उपायों पर बातचीत की है। इस बारे में भारतीय अधिकारियों ने अपने ब्रिटिश समकक्षों को अपनी कार्यसूची के बारे में बताया।

इस बारे में बताया कि भारत का जोर आतंकवाद के खात्मे के प्रयासों पर रहेगा। साथ ही ब्रिटेन ने बताया कि कुछ समय बाद वह सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के रूप में पर्यावरण, सुरक्षा, महिला सशक्तीकरण और गरीब देशों में छिड़े संघर्ष पर ध्यान केंद्रित करेगा।

PM MODI फोटो-सोशल मीडिया

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कूटनीतिक प्रयास से विवादों को सुलझाने का कार्य

साथ ही दोनों देशों ने अगले दो साल साथ मिलकर कार्य करने का भी महत्वपूर्ण फैसला किया। जिसके चलते अस्थायी सदस्य के रूप में भारत का कार्यकाल दो साल का होगा। वहीं सुरक्षा परिषद कूटनीतिक प्रयास से विवादों को सुलझाने का कार्य करता है और फैसले लेता है।

देशों के बीच हुई बातचीत में ब्रिटिश प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में डायरेक्टर जेम्स कारियूकी और भारतीय दल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव प्रकाश गुप्ता कर रहे थे। वहीं इस बातचीत की शुरुआत में ब्रिटिश दल के प्रमुख ने सुरक्षा परिषद में भारत के चुनाव पर बधाई दी हैं।

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