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ट्रांसपैरेंट PPE किट पहन कर इलाज करने वाली नर्स पर बड़ी खबर, अब करेगी ये काम
नादिया ट्रांसपैरेंट किट पहन कर इलाज करने के बाद चर्चा में आ गईं थीं। जिसके बाद नादिया को एक रूसी स्पोर्ट्स ब्रांड की ओर से मॉडलिंग का ऑफर भी आया है।
भारत समेत पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस से जूझ रही है। हर जगह लोग कोरोना वायरस से भयभीत हैं। आए दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या में इज़ाफा होता जा रहा है। ऐसे में नर्स और डॉक्टर्स लगातार लोगों का इलाज करने में लगे हैं। जिससे ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को इस वायरस से निजात दिलाई जा सके। इस बीच रूस के एक कोरोना अस्पताल में ट्रांसपैरेंट पीपीई किट पहनकर इलाज करने वाली नर्स नादिया जुकोवा को लेकर एक खबर आ रही है। जिनके मुताबिक नादिया जुकोवा अब न्यूज ऐंकर की भूमिका में नजर आएंगी। नादिया को मास्को के 100 मील की दूरी पर स्थित तुला के एक निजी न्यूज चैनल ने बतौर एंकर पॉर्ट टाइम नौकरी दी है।
ट्रांसपैरेंट किट पहनने के बाद आए मॉडलिंग के भी ऑफर
नादिया ट्रांसपैरेंट किट पहन कर इलाज करने के बाद चर्चा में आ गईं थीं। जिसके बाद नादिया को एक रूसी स्पोर्ट्स ब्रांड की ओर से मॉडलिंग का ऑफर भी आया है। हालांकि, उन्होंने समय की कमी को बताकर इस ऑफर को ठुकरा दिया है। नादिया बतौर नर्स भी काम करती रहेंगी, क्योंकि वह डॉक्टर बनने की ट्रेनिंग भी ले रही हैं।लेकिम नादिया तब से एक सेलेब्रिटी बन गई हैं। जिसके बाद अब नादिया एक न्यूज एंकर की भूमिका में नज़र आएंगी।
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न्यूज ऐंकर के रूप में अपनी भूमिका को लेकर नादिया ने कहा कि वह इसे लेकर बहुत उत्साहित हैं। उन्होंने न्यूज चैनल का आभार भी जताया और कहा कि वह इस मौके का पूरा फायदा उठाएंगी। बता दें कि मई में रूस के कोरोना वार्ड में ट्रांसपैरेंट पीपीई किट पहनने के बाद उनकी नौकरी पर भी खतरे के बादल मडराने लगे थे। इसे लेकर सोशल मीडिया में भी जमकर बहस हुई थी।
किट इतनी ज्यादा पारदर्शी है, मुझे नहीं थी जानकारी- नादिया जुकोवा
नादिया ने पीपीई किट मामले में अपनी सफाई में अस्पताल प्रशासन से कहा था कि उन्हें इस बात का अहसास नहीं था कि उसने जो पीपीई किट पहना है वह ज्यादा पारदर्शी है। उन्हें इसके बारे में तब पता चला जब वह दूसरे दिन अस्पताल में ड्यूटी के लिए पहुंची थी। जब नादिया के ड्रेस को लेकर रूसी क्षेत्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की तब उनके समर्थन में अस्पताल के डॉक्टर्स, दूसरे सहकर्मी और राजनेता सामने आए थे।
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उन्होंने आरोप लगाते हुए मांग की थी कि कोरोना वायरस वार्ड में काम करने वालों को सही पीपीई किट मुहैया कराएं। उन्होंने कहा था कि जो पीपीई किट उपलब्ध करवाया गया वह इतना पतला था जो स्वास्थ्यकर्मियों को नुकसान पहुंचा सकता है।