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डर्टी लड़की! इस शब्द के बाद ऐसा क्या हुआ, बेचारी की चली गयी जान
पीरियड्स होना आम बात है। ये हर लड़की के साथ होता है। लेकिन कुछ लड़कियां इसे लेकर शर्माती हैं किसी से इसके बारे में बात नहीं कारती है। बहुत सी जगह पर ऐसा हैं जहां महिलाए इसको लेकर जागरूक भी नहीं हैं।
नैरोबी: पीरियड्स होना आम बात है। ये हर लड़की के साथ होता है। लेकिन कुछ लड़कियां इसे लेकर शर्माती हैं किसी से इसके बारे में बात नहीं कारती है। बहुत सी जगह पर ऐसा हैं जहां महिलाए इसको लेकर जागरूक भी नहीं हैं। समय इतना आगे बढ़ गया है कि हम लोगों को लड़कियों को जागरूक कराना होगा। जो लोग इसे एक शर्मनाक मानते हैं। उन्हें तो इसके बारे में अवगत कराना ज़रूरी है।
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हम आपके लिए ऐसी ही खबर लाए है जो बहुत ही शर्मनाक है और छोटी मानसिकता के लोगों के लिए है जो लड़कियों को अशुद्ध मानते हैं। ये खबर है केन्या कि जहां एक लड़की को क्लासरूम में जब पहली बार पीरियड आया तो टीचर ने उसे अपमानित किया। इसके बाद 14 साल की लड़की जैकलीन चेपन्गेनो ने अपनी जान दे दी। ये केन्या के कबिआनगेक का मामला है। इस मामले ने 'पीरियड शेमिंग' को लेकर देश में बहस छेड़ दी है और केन्या की महिला सांसदों ने विरोध दर्ज कराया है।
महिला टीचर ने लड़की को कहा 'डर्टी'
रिपोर्ट के मुताबिक, महिला टीचर ने कथित तौर से लड़की को 'डर्टी' कहा था और क्लासरूम से बाहर कर दिया था। लड़की की मां ने बताया कि क्लास में पीरियड आने की वजह से उसके कपड़े पर दाग लग गए थे, उसके पास सैनिटरी पैड नहीं थे। उसी दिन वह मृत मिली।
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इस वक्या से केन्या के 2017 के उस कानून पर भी सवाल उठ रहे हैं जिसमें यह तय किया गया था कि सरकार स्कूल जाने वाली लड़कियों को फ्री सैनिटरी पैड्स देगी। सांसद इस्थर पसैरिस ने ट्विटर पर लिखा कि लड़की की मौत को लेकर महिला सासंदों ने शिक्षा मंत्रालय के खिलाफ विरोध दर्ज कराया है।
स्कूल के बाहर पैरेंट्स ने भी प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया और स्कूल को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया गया। वहीं, क्षेत्रीय पुलिस प्रमुख एलेक्स शिकोंडी का कहना है कि लड़की की मौत को लेकर जांच चल रही है।
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अभी भी कई अफ्रीकी देशों में पीरियड से जुड़े सैनिटरी प्रोडक्ट्स को लेकर काफी समस्या है। स्कूल जाने वाली काफी लड़कियां इसे खरीदने में सक्षम नहीं होतीं। हालांकि, केन्या को इस समस्या का हल निकालने के लिए जाना जाता रहा है। 2004 में यहां मेन्स्ट्रूअल प्रॉडक्ट्स से टैक्स हटा दिया गया था।