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South America Extreme Weather: साउथ अमेरिका में अभी सर्दी का मौसम लेकिन पारा 40 डिग्री पर

South America Extreme Weather: एक्सट्रीम और अभूतपूर्व मौसम की भयावह बानगी साउथ अमेरिका में देखने को मिल रही है। यहां के क्षेत्रों में फिलवक्त सर्दियों का मौसम है लेकिन तापमान 40 डिग्री सेल्सियस छू रहा है।

Neel Mani Lal
Published on: 4 Aug 2023 12:57 PM IST
South America Extreme Weather: साउथ अमेरिका में अभी सर्दी का मौसम लेकिन पारा 40 डिग्री पर
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South America Extreme Weather (Photo: Social Media)

South America Extreme Weather: एक्सट्रीम और अभूतपूर्व मौसम की भयावह बानगी साउथ अमेरिका में देखने को मिल रही है। यहां के क्षेत्रों में फिलवक्त सर्दियों का मौसम है लेकिन तापमान 40 डिग्री सेल्सियस छू रहा है। वैज्ञानिक हैरान हैं और उनका कहना है कि इस तरह का जबरदस्त मौसमी बदलाव पहले कभी भी नहीं देखा गया है।

यूरोपियन सेंटर फॉर मीडियम रेंज वेदर फोरकास्ट्स (ईसीएमडब्ल्यूएफ) के आंकड़ों के मुताबिक, चिली और अर्जेंटीना के कुछ हिस्सों में साल के इस समय के लिए सामान्य तापमान 10 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। लेकिन चिली की राष्ट्रीय मौसम विज्ञान एजेंसी, डायरेशियन मेटियोरोलोगिका डी चिली के डेटा से पता चलता है कि देश के कई मौसम केंद्रों का तापमान 1 अगस्त को 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया। पर्वतीय इलाके कोक्विम्बो में तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के शीर्ष पर पहुंच गया, लिसो सैमुअल रोमन रोजास मौसम स्टेशन 35.4।डिग्री पर और मोंटे पेट्रीसिया 31.5 डिग्री पर पहुंच गया।

सबसे चरम घटना

जलवायु विज्ञानी और मौसम इतिहासकार मैक्सिमिलियानो हेरेरा ने इसे "दुनिया में अब तक देखी गई सबसे चरम मौसम घटनाओं" में से एक कहा है। उन्होंने कहा, "इसकी अवधि, क्षेत्रफल और तीव्रता के हिसाब से, यह संभवतः दक्षिणी गोलार्ध में सबसे खराब शीतकालीन लू है। इस सप्ताह की शुरुआत में दक्षिण अमेरिका में तापमान ने सर्दियों का मौसम होने के बावजूद, जुलाई के दौरान यूरोप में चली लंबी गर्मी को भी मात दे दी है।

हेरेरा ने सोशल मीडिया पर लिखा - "दक्षिण अमेरिका दुनिया की अब तक की सबसे भीषण घटनाओं में से एक में जी रहा है, चिली के एंडाइन क्षेत्रों में सर्दियों के मध्य में तापमान 38.9 डिग्री सेल्सियस के अविश्वसनीय लेवल तक पहुंच गया है। यह गर्मियों के मध्य में दक्षिणी यूरोप के तापमान लेवल से कहीं अधिक है।"
संबंधित मौसम विज्ञान एजेंसियों के आंकड़ों के अनुसार, अर्जेंटीना के कई हिस्सों में भी तापमान 30 से 35 डिग्री तक पहुंच गया, और ब्राजील में मंगलवार और बुधवार को तापमान 35 और 38 डिग्री से ऊपर देखा गया। अर्जेंटीना की राष्ट्रीय मौसम विज्ञान सेवा के एक प्रवक्ता के अनुसार, ब्यूनस आयर्स ने अगस्त की शुरुआत में 30.1 डिग्री सेल्सियस के उच्चतम तापमान के साथ एक दैनिक रिकॉर्ड बनाया है।

कई अन्य जलवायु वैज्ञानिकों ने भी तापमान के इस लेवल पर अपना अविश्वास व्यक्त किया है, जिनमें ऑस्ट्रेलिया के मौसम विज्ञान ब्यूरो के जलवायु विज्ञानी एंड्रयू वॉटकिंस भी शामिल हैं, जिन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि आंकड़े "दिमाग को चकरा देने वाले" हैं।

उत्तरी गोलार्ध में अत्यधिक गर्मी

हाल के सप्ताहों में गर्मी का ज्यादातर ध्यान उत्तरी गोलार्ध पर रहा है, जो लंबे समय तक और तीव्र गर्मी की लहरों से जूझ रहा है। भीषण गर्मी से तीन महाद्वीपों में जंगल की आग भड़की है और तापमान के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। जुलाई के अंत में इटली के कुछ हिस्सों का तापमान 48 डिग्री तक पहुंच गया, और चीन में कुछ जगह का तापमान 50 डिग्री से अधिक हो गया। 6 जुलाई को अल्जीरिया ने अपना अब तक का सबसे गर्म न्यूनतम तापमान 39.6 डिग्री दर्ज किया, साथ ही कई अधिकतम तापमान रिकॉर्ड भी दर्ज किए।

साउथ अमेरिका में क्यों पड़ रही गर्मी

जलवायु वैज्ञानिकों के अनुसार, साउथ अमेरिका में भीषण गर्मी के संभावित रूप से कई कारण हैं जिसमें अटलांटिक में रिकॉर्ड गर्म समुद्री सतह का तापमान, प्रशांत क्षेत्र में पनप रहा अल नीनो, हीट डोम और मानवजनित जलवायु परिवर्तन शामिल हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन संभवतः वातावरण और समुद्र को गर्म करके इस घटना को दोहरा झटका दे रहा है।

बहरहाल, आगे के लिए भी कोई आशाजनक नतीजों की संभावना कम है क्योंकि अल नीनो का इम्पैक्ट अभी आना बाकी है। वैज्ञानिकों ने 2024 में और भी गर्म मौसम की चेतावनी दी है।



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Neel Mani Lal

Neel Mani Lal

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