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अब होगी जंग: चीन के खिलाफ अमेरिका भेजेगा सेना, पेश हुआ ये बिल

चीन और अमेरिका के बीच कई मुद्दों पर तनाव बढ़ता जा रहा है। कोरोना से लेकर साउथ चाईना सी, और हॉन्गकॉन्ग से लेकर ताइवान तक के मामलों में चीन की गतिविधियों पर अमेरिका विरोध जता रहा है।

Shivani
Published on: 30 July 2020 3:54 PM GMT
अब होगी जंग: चीन के खिलाफ अमेरिका भेजेगा सेना, पेश हुआ ये बिल
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Taiwan Invasion Prevention Act US defend taiwan against china

नई दिल्ली: चीन और अमेरिका के बीच कई मुद्दों पर तनाव बढ़ता जा रहा है। कोरोना से लेकर साउथ चाईना सी, और हॉन्गकॉन्ग से लेकर ताइवान तक के मामलों में चीन की गतिविधियों पर अमेरिका विरोध जता रहा है। इसी कड़ी में अब अमेरिकी कांग्रेसी टेड योहो (आर-एफएल) ने एक बिल पेश किया, जिसमे ताईवान को अमेरिकी सैन्य बल की मददद देने की बात कही गयी। बता दें कि योहो एशिया हाउस फॉरेन अफेयर्स उपसमिति के सदस्य हैं।

US में पेश हुआ ताइवान की सुरक्षा संबंधी बिल

अमेरिका के योहो ने ताइवान आक्रमण निवारण अधिनियम पेश किया है। इस अधिनियम के तहत ताइवान पर हमला करने पर अमेरिका सैन्य बल को मदद के लिए अधिकृत करेगा। इस बिल के पास होने पर अमेरिकी सेना ताइवान पर हमला होने की स्थिति में उसका बचाव करेगी।



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चीन के विरोध में कांग्रेसी टेड योहो का बिल

इस बिल के पास होने से चीन को तगड़ा झटका लगेगा, क्योंकि ये चीन के विरोध में है। दरअसल चीन ताइवान को अपना अंग मानते हुए इसे आतंरिक मामला बताता है। वहीं योहो का मानना है कि ताइवान के हालत चीनी का घरेलू मुद्दा नहीं है। बता दें कि ताइवान में लगभग 24 मिलियन की आबादी रहती है। वहीं दावा किया गया कि ताईवान अमेरिका का 11वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में ताइवान की भूमिका को अग्रणी रेखांकित किया गया है।

तीन हालातों में अमेरिका ताइवान की सुरक्षा के लिए अधिकृत

योहो ने ताइवान की सुरक्षा सम्बन्धी इस बिल को ऑनलाइन अपलोड किया, जिसमें तीन हालातों में अमेरिकी राष्ट्रपति ताइवान की सुरक्षा के लिए बल उपयोग करने के लिए अधिकृत होंगे।

पहला- अगर चीन की सेना सीधा हमला करती है।

दूसरा: चीनी सेना अगर ताइवान के क्षेत्र पर कब्जा करती है।

तीसरा: अगर ताइवान की सेना और नागरिकों को कोई खतरा होता है।

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दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सैन्य चर्चा हो

इसके अलावा ताइवान की क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने के लये बिल में अमेरिका को निर्देशित किया गया कि वे ताइवान संग सैन्य चर्चा में शामिल हों और क्षेत्रीय सुरक्षा वार्ता को बुलाए। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते भी हों। दोनों देशों के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास, विधेयक में संयुक्त अभ्यास, आपदा राहत अभ्यास और ताइवान स्ट्रेट पारगमन और नेविगेशन संचालन की स्वतंत्रता का प्रस्ताव है।

ताइवान को मजबूत बनाने में अमेरिका संग ये समझौते:

सलाह दी गयी कि ताइवान की रक्षा के लिए हथियारों की बिक्री में तेजी, ताईवान के सैन्य भंडार में सुधार, युद्ध के लिए अपनी क्षमता में सुधार, रक्षा प्रौद्योगिकियों की खरीद और कठोर साइबर युद्ध क्षमताओं पर अमेरिका भाग ले।

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