×

चंद सेकंड में तबाही मचा देगा ये ट्रक, दुनिया में मची खलबली, जानिए ऐसा क्या है इसमें

अमेरिका के इस विशाल ट्रक का नाम मोबाइल गार्डियन ट्रांसपोर्टर यानी MGT है। रॉकेट का इस्‍तेमाल कर इस विनाशक ट्रक का परीक्षण किया गया। इसका इस्तेमाल देश भर में परमाणु हथियारों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए होता है।

Newstrack
Published on: 21 Oct 2020 1:27 PM GMT
चंद सेकंड में तबाही मचा देगा ये ट्रक, दुनिया में मची खलबली, जानिए ऐसा क्या है इसमें
X
अमेरिका के इस विशाल ट्रक का नाम मोबाइल गार्डियन ट्रांसपोर्टर यानी MGT है। रॉकेट का इस्‍तेमाल कर इस विनाशक ट्रक का परीक्षण किया गया।

नई दिल्ली: दुनिया भर में तीसरे विश्व का खतरा मंडरा रहा है। वर्तमान समय में कई देशों के बीच तनाव जारी है। तो वहीं अर्मीनिया और अजरबैजान में भायनक युद्ध छिड़ा हुआ है। अगर तीसरा विश्व छिड़ता है तो दुनिया में विनाश होना तय है। अब इस बीच अमेरिका का एक खास ट्रन पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। यह ट्रक किलर मिसाइलों से भरा हुआ है।

इस खतरनाक ट्रक का हाल ही में कैलिफोर्निया स्थित सांडिया नेशनल लेब्रोटरी में परीक्षण हुआ। मिली जानकारी के मुताबिक बीते कुछ दशकों में यह अब तक का सबसे बड़ा परीक्षण था। अमेरिका का यह ट्रक अत्‍याधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस है। इस विशाल ट्रक से महाविनाशक परमाणु हथियारों को देश में एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जाता है।

3,800 परमाणु बम हैं अमेरिका के पास

अमेरिका के इस विशाल ट्रक का नाम मोबाइल गार्डियन ट्रांसपोर्टर यानी MGT है। रॉकेट का इस्‍तेमाल कर इस विनाशक ट्रक का परीक्षण किया गया। इस परीक्षण के जरिए भविष्‍य में परमाणु हथियार ले जाते समय अगर कोई संभावित दुर्घटना होती है तो उसकी तैयारी की गई है। अमेरिका ने इस ट्रक का निर्माण साल 2015 में शुरू किया गया था। इस साल मार्च में इस ट्रक का निर्माण पूरा हुआ। वर्तमान समय में इस्‍तेमाल किए जाने वाले सेफगार्ड ट्रांसपोर्ट की जगह अब MGT का प्रयोग किया जाएगा। अमेरिका के पास इस समय कुल 3,800 परमाणु बम हैं।

ये भी पढ़ें...बनारस में हाहाकार: बढ़ता जा रहा है बुनकरों का गुस्सा, सरकार की नींद तोड़ने की कोशिश

US MGT Truck

खतरे को देखते हुए इस ट्रक का किया गया निर्माण

उन्होंने बताया कि हमारी तरफ से हादसों को लेकर अपने अनुभव में काफी बढ़ोत्तरी की गई है। इससे पहले सांडिया नेशनल लेब्रोट्ररी के वैज्ञानिकों ने करीब 20 साल पहले ऐशा प्रयोग किया था। उस दौरान एक अन्‍य ट्रक को बैरियर से टकराया गया था। अमेरिका ने वर्ष 1990 के दशक में इन ट्रकों को शामिल किया था। पिछले दो दशक में तकनीक में काफी बदलाव आया है और आतंकी खतरे भी बढ़ गए हैं। इसीलिए इस नए ट्रैक्‍टर को बनाया गया है।

ये भी पढ़ें...चीखीं महिलाएं-कांपी दुनिया: जब रक्षक बन गए भक्षक, यहां यौन शोषण की इन्तेहा

इस ट्रक को ऐसा बना गया है कि इसमें दीवारें बनी हुई हैं। इन दीवारों से फोम जैसा चिपकने वाला पदार्थ निकलता है। अगर कोई परमाणु बम को अवैध तरीके से निकालने की कोशिश करता है, तो वह वहीं पर चिपक जाएगा और हिल भी नहीं पाएगा। अभी इस्‍तेमाल किए जा रहे ट्रक में आंसू गैस के गोले फेंकने की क्षमता है। इस ट्रक में विस्‍फोटकों से लगे बोल्‍ट लगाए गए हैं और अगर कोई इस ट्रक खींचकर कहीं और ले जाना चाहता तो उसमें विस्‍फोट हो जाएगा। इसके कारण उसके पिछले पहिए खराब हो जाएंगे और ट्रक वहीं पर जाम हो जाएगा। इस ट्रक को फिर कहीं भी ले जाना असंभव होगा। इस ट्रक खासियत क्या है इस बारे में जानकारी नहीं दी गई है।

ये भी पढ़ें...भगदड़ में 15 की मौत: बवाल मचने से भागे लोग, हर तरफ मासूमों की चीख-पुकार

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Newstrack

Newstrack

Next Story