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अमेरिका का बड़ा बयान, चीन के खिलाफ भारत को देंगे सैन्य मदद, बौखलाया ड्रैगन

भारत और चीन में तनाव के बीच अमेरिका ने बड़ा ऐलान किया है। अमेरिकी ने कहा कि अगर युद्ध होता है तो भारती सैन्य मदद करेगा। अमेरिका ने चीन को सख्त संदेश दिया है।

Newstrack
Published on: 7 July 2020 6:48 AM GMT
अमेरिका का बड़ा बयान, चीन के खिलाफ भारत को देंगे सैन्य मदद, बौखलाया ड्रैगन
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नई दिल्ली: भारत और चीन में तनाव के बीच अमेरिका ने बड़ा ऐलान किया है। अमेरिकी ने कहा कि अगर युद्ध होता है तो भारती सैन्य मदद करेगा। अमेरिका ने चीन को सख्त संदेश दिया है।

अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के चीफ ऑफ स्‍टाफ मार्क मेडोस ने कहा कि प्रशांत महासागर हो या उसके आगे हम अपनी प्रभावी शक्ति की भूमिका से पीछे नहीं हटेंगे।

मार्क मेडोस ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि हमारा रुख सख्‍त रहेगा फ‍िर चाहे वह भारत के साथ चीन के विवाद से जुड़ा हुआ हो या कहीं और। उन्‍होंने यह भी कहा कि चीन की सीमा से सटा कोई भी देश पेइचिंग की आक्रामक कार्रवाई से सुरक्षित नहीं बचा है।

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इस तनाव के बीच साउथ चाइना सी में दो एयरक्राफ्ट कैरियर तैनात को लेकर उन्होंने कहा कि हमारा संदेश साफ है। हम मूकदर्शक बनकर नहीं देख सकते। चाहे चीन हो या कोई और हम उस इलाके या किसी और अन्‍य जगह पर किसी और देश को सबसे शक्तिशाली, प्रभावी ताकत का दर्जा नहीं लेने देंगे। मार्क मेडोस ने हमारी सैन्‍य ताकत मजबूत है और आगे भी मजबूत बनी रहेगी। फ‍िर चाहे वह भारत और चीन के बीच संघर्ष से जुड़ा हो या कहीं और।

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दुनिया की श्रेष्‍ठ सैन्‍य ताकत है अमेरिकी

अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के चीफ ऑफ स्‍टाफ का कहना है किअमेरिका का मिशन है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि विश्‍व यह जान ले कि अमेरिका अभी भी दुनिया की श्रेष्‍ठ सैन्‍य ताकत है। अमेरिका ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब चीन ने सोमवार को कहा कि अग्रिम मोर्चे पर तैनात सैनिक भारत से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गलवान घाटी में पीछे हटने और तनाव कम करने की दिशा में ‘प्रगति’ के लिए ‘प्रभावी कदम’ उठा रहा है।

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भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों के बीच गत 30 जून को लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की बातचीत हुई थी। इस दौरान दोनों पक्ष गतिरोध को समाप्त करने के लिए ‘प्राथमिकता’ के रूप में तेजी से और चरणबद्ध तरीके से कदम उठाने के लिए सहमत हो गए थे।

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