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इस सैनिक की हत्या पर राष्ट्रपति ट्रंप ने तालिबान से तोड़ी वार्ता
काबुल में एक आत्मघाती आतंकी की हरकत से अफगानिस्तान में शांति बहाली उम्मीदों पर पानी फिर गया है। जैसे ही काबुल की एक भीड़ भरी सडक़ पर एक आत्मघाती आतंकी ने विस्फोटकों से भरी अपनी कार अमेरिकी सेना की एक एसयूवी से जा टकराई उसी समय शाङ्क्षत की उम्मीदें भी टुकड़े-टुकड़े हो गईं।
नील मणि लाल
लखनऊ: काबुल में एक आत्मघाती आतंकी की हरकत से अफगानिस्तान में शांति बहाली उम्मीदों पर पानी फिर गया है। जैसे ही काबुल की एक भीड़ भरी सडक़ पर एक आत्मघाती आतंकी ने विस्फोटकों से भरी अपनी कार अमेरिकी सेना की एक एसयूवी से जा टकराई उसी समय शाङ्क्षत की उम्मीदें भी टुकड़े-टुकड़े हो गईं।
इस विस्फोट में सार्जेन्ट फस्र्ट क्लास एलिस ए. बैरेटो ओरिट्ज की मौत हो गई थी। अपने नागरिकों और खासकर सैनिकों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील अमेरिका ने तालिबान से चल रही शांति वार्ता को तत्काल समाप्त करने का ऐलान दिया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दो टूक कहा, अब कोई बात नहीं होगी।
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काबुल का वो दिन
काबुल में वो दिन किसी भी सामान्य दिन जैसा था। सडक़ों पर अराजक ट्रैफिक, भीड़, चिल्ल-पों। इसी ट्रैफिक में सार्जेन्ट बैरेटो स्पेशल ऑपरेशंस ऑफिसर्स की टीम के साथ एक टोयोटा एसयूवी में जा रहे थे। चूंकि ये गोपनीय ऑपरेशन था सो बख्तरबंद वाहन का इस्तेमाल नहीं किया गया। इनकी एसयूवी आम ट्रैफिक में घुल मिल गई थी। जैसे ही गाड़ी एक चेक प्वाइंट के पास पहुंची, एक आत्मघाती वाहन तेजी से आ कर इससे टकराया।
भीषण विस्फोट हुआ जिसमें सार्जेन्ट बैरेटो, रूमानियायी सेना के एक सैनिक व 10 अफगानी नागरिक घटनास्थल पर ही मारे गए। वारदात के तत्काल बाद तालिबान ने इसकी जिम्मेदारी ले ली। कुछ घंटों बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने अपनी नेशनल सिक्यूरिटी टीम से कहा कि वे तालिबान से बात नहीं कर सकते।
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तीसरी तैनाती
2010 में सेना ज्वाइन करने वाले 34 वर्षीय सार्जेन्ट बैरेटो अफगानिस्तान में अपनी तीसरी तैनाती पर थे। बैरेटो प्यूरटो रिको में जन्मे और बड़े हुए। उनके पिता भी एक फौजी थे। बैरेटो अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ नॉर्थ कैरोलिना में फोर्ट ब्रैग के पास रहते थे। सार्जेन्ट बैरेटो की ट्रेनिंग एक वाहन मैकेनिक के तौर पर हुई थी। 82 वीं एयरबोर्न डिवीजन में काम करते हुए बैरेटो ट्रकों की मरम्मत के साथ-साथ विमानों से पैराजंपिंग में भी माहिर हो गए थे। अपने खाली वक्त में वह अपनी एक्यूरा आरएसएक्स स्पोटर्स कार में रेस लगाने के शौकीन थे।
बैरेटो की अफगानिस्तान में ताजा तैनाती जून में हुई थी और उन्हें नैवल स्पेशल वारफेयर ट्रूप्स की एलीट टुकड़ी के ड्राइवर के रूप में काम दिया गया था। इसका मतलब था कि बैरेटो को अमेरिकी व अफगान सैन्य ठिकानों के बीच गाड़ी लेकर चक्कर लगाना होता था। ये हमेशा ही जोखिम भरा काम होता था क्योंकि उनकी गाड़ी किसी सामान्य गाड़ी जैसी ही होती थी जिसे सुरक्षा के दृष्टि से बख्तरबंद नहीं किया गया होता था। जिस दिन बम धमाका हुआ उससे एक दिन पहले सार्जेन्ट बैरेटो की टुकड़ी को दुश्मन की फायरिंग का सामना करना पड़ा था।
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बैरेटो की पत्नी लेग्ना एपोंते के अनुसार बैरेटो अपने काम के जोखिमों और संभावित मौत के बारे में खुल कर बात करते थे। ‘वह बताते थे कि उनकी मौत की स्थिति में हमें क्या करना होगा।’
शांति के प्रयास
करीब एक साल से अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते की कोशिशें जारी हैं। समझौता होने पर अमेरिका अपने 14 हजार सैनिकों को धीरे-धीरे वापस बुला लेगा और लंबे समय से चले आ रहे युद्ध का समापन होगा जिसमें दसियों हजार अफगान और 3500 से ज्यादा अमेरिकी व सहयोगी सेनाओं के सैनिक मारे जा चुके हैं।
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वार्ता और हिंसा दोनों जारी
अमेरिका और तालिबान के बीच बातचीत के साथ साथ लड़ाई भी जारी है। इस साल ही अमेरिका अपने 16 सैनिक युद्ध में खो चुका है। तालिबान अफगान सेनाओं और नागरिकों पर हमले करना भी जारी रखे हुए है।