×

सरकार का बड़ा फैसला: जारी करने जा रही एक लाख का नोट, इसलिए कर रही ऐसा

वेनेजुएला की सरकार अब एक लाख बोलिवर का नोट जारी करने जा रही है। हालांकि एक लाख बोलिवर के नोट की कीमत केवल 0.23 डॉलर के समान ही रहेगी।

Shreya
Published on: 7 Oct 2020 7:32 PM IST
सरकार का बड़ा फैसला: जारी करने जा रही एक लाख का नोट, इसलिए कर रही ऐसा
X
वेनेजुएला की सरकार छापने जा रही एक लाख बोलिवर का नोट

वेनेजुएला: वेनेजुएला की सरकार अब एक लाख बोलिवर का नोट जारी करने जा रही है। बता दें कि ये अब तक का सबसे बड़े मूल्य का नोट होगा। हालांकि एक लाख बोलिवर के नोट की कीमत केवल 0.23 डॉलर के समान ही रहेगी। यानी एक लाख बोलिवर में भी केवल दो किलो ही आलू आ सकेंगे। वेनेजुएला कभी अमीश देशों में शामिल था, लेकिन आज इस देश की करेंसी की कीमत रद्दी के बराबर हो चुकी है।

इसलिए इतने बड़े मूल्य की नोट छापने जा रही सरकार

बता दें कि वेनेजुएला में महंगाई दर काफी ज्यादा है। यहां के नागरिकों को एक कप कॉफी के लिए भी बैग भरकर नोट ले जानी पड़ती है। इसी समस्या का समाधान करने के लिए सरकार ने ये रास्ता खोज निकाला है। अब सरकार एक लाख बोलिवर का नोट जारी करने जा रही है। ताकि लोगों को कैश में दिक्कत ना हो। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कैश की कमी के कारण वेनेजुएला बैंकनोट पेपर भी बाहर से ही मंगा रहा है।

यह भी पढ़ें: रेलवे का बड़ा ऐलान: 39 नई ट्रेनों को मिली मंजूरी, इस दिन से शुरू होगा संचालन

Venezuela currency Venezuela जारी करने जा रहा एक लाख का नोट (फोटो- सोशल मीडिया)

लगातार 7वें साल मंदी का सामना कर रही अर्थव्यवस्था

वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था काफी सुस्त पड़ी हुई है। इस देश की इकोनॉमी लगातार सातवें साल मंदी का सामना कर रही है। वहीं इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण और तेल से होने वाले राजस्व में कमी की वजह से वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था और ज्यादा सुस्त हो गई है। साल 2017 से ही यहां पर मंहगाई लगातार बढ़ती जा रही है। ज्यादातर लोग जरूरत का सामान भी नहीं खरीद पा रहे हैं।

यह भी पढ़ें: बलिया और सपना चौधरी: यहां ही शुरू हुई शादी की पटकथा, आइये जानें कई किस्से

ओपेक देशों के प्रतिबंधों के चलते हुई देश की ऐसी हालत?

बता दें कि वित्तीय संकट के कारण सरकार लगातार नोट छापती रही है, जिससे हाइपर मुद्रास्फीति की स्थिति पैदा हो गई और वहां की मुद्रा की कीमत घटती रही। वहीं वेनेजुएला के राष्ट्रपति मदुरो देश की आर्थिक बदहाली के लिए ओपेक देशों के प्रतिबंधों को जिम्मेदार बताते हैं। मदुरो के आलोचकों का कहना है कि दो दशकों तक मदुरो के शासनकाल में फैली अव्यवस्था और भ्रष्टाचार के चलते देश की आर्थिक हालत ऐसी हो गई है।

यह भी पढ़ें: यूपी से बड़ी खबर:सभी विश्वविद्यालयों व कालेजों के लिए तैयार हो रहा ये पोर्टल

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



Shreya

Shreya

Next Story