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कोरोना: इस देश का हुआ ऐसा हाल, इन चीजों के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं डॉक्टर

कोरोना का कहर दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है। इससे बड़े से बड़े शक्तिशाली देशों में इस समय संसाधनों की कमी होती जा रही है। इस समय स्पेन और इटली की हालत इतनी खस्ता है, जिसे सुनकर मानवता के रोंगटे खड़े हो जाएंगे...

Ashiki
Published on: 26 March 2020 3:07 AM GMT
कोरोना: इस देश का हुआ ऐसा हाल, इन चीजों के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं डॉक्टर
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स्पेन और इटली में कोरोना वायरस के कहर की जो मार्मिक तस्वीरें और कहानियां दुनिया के सामने आ रही हैं, वो इंसान को झकझोर देने वाली हैं। इन दोनों देशों में अब कोरोना का इलाज कर रहे डॉक्टर और नर्स भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इटली में गाउन, ग्लव्स, मास्क की अब बहुत ज्यादा किल्लत हो गई है। डॉक्टर सरकार को चिट्ठी लिख रहे हैं और विनती कर रहे हैं कि हमें इस तरह मत छोड़ें। हमें संसाधन चाहिए।

अब उठ रहे हेल्थ केयर पर सवाल

जिस स्पेन को अपने यूनिवर्सल हेल्थ केयर पर गर्व था। उसके उसी मॉडल पर अब सवाल उठ रहे हैं। आप ये जानकर हैरान हो सकते हैं कि यहां पर टेंट और जिम में कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है।

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डरावनी खांसी बनी मनहूसियत की आवाज

स्पेन से समाचार एजेंसी एपी ने यहां के अस्पतालों से मानवीय त्रासदी का दुख देने वाला चित्रण किया है। स्पेन की 32 साल की नर्स उस डरावनी खांसी को अब ठीक से पहचान चुकी हैं, जिसकी आवाज ही एक मनहूसियत का संकेत बन चुकी है। मैड्रिड इमरजेंसी में काम करने वाली पैट्रिसिया न्यूनेज कहती हैं कि इस आवाज को हम अस्पताल में सुनते-सुनते तंग आ चुके हैं, ये खांसी ही ये बताने के लिए काफी है कि आप कोरोना से ग्रस्त हो गए हैं।

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जब तक लक्षण न दिखें तब तक जांच नहीं

ट्रिसिया भी एक दिन खांसने लगी और उसके साथ वही हुआ, जिसका डर था। आखिरकर वो भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई। अपने घर से वीडियो कॉल से बात करते हुए उन्होंने एपी को बताया कि वह जल्द ठीक होना चाहती है, ताकि कोई फिर से अस्पताल जाए और काम के बोझ से त्रस्त हो चुके साथियों की मदद कर सके। उन्होंने कहा, 'सबसे खराब बात ये है कि आपको घर में रहना है, जबकि आपको पता है कि इस वक्त अस्पताल में आपकी सख्त जरूरत है।'

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मरीजों को बरामदों में लिटाया गया

स्पेन की राजधानी मैड्रिड की अस्पतालों से आई तस्वीरें ये बयां करने के लिए काफी हैं कि कोरोना मरीजों के भार से अस्पताल कराह रहे हैं। संसाधन चरमरा चुके हैं। मैड्रिड के दो अस्पतालों में कोरोना के मरीज ऑक्सीजन सिलेंडर से अटके और टिके देखे जा सकते हैं। अस्पताल के बरामदे में पेशेंट पड़े हैं, तो इमरजेंसी रूम में मरीजों की लाइन लगी हुई है। स्पेन के अस्पताल 12 डे ऑक्टूबर यूनिवर्सिटी में हाल के दिनों में मरीजों के फर्श पर लेटे देखा जा सकता है।

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पर्याप्त जगह नहीं, बढ़ रहे मरीज

बुधवार को स्पेन के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि देश भर में लगभग 6500 मेडिकल स्टाफ इस बीमारी से संक्रमित हुए हैं। एपी की खबर के मुताबिक कम से कम तीन हेल्थ वर्करों की इस बीमारी की वजह से मौत हुई है। मैड्रिड के अस्पताल डे ले पाज की नर्स लिडिया परेरा कहती हैं कि हमलोग क्षत-विक्षत हो रहे हैं, हमें और स्वास्थ्यकर्मी चाहिए। इस अस्पताल में 1000 बेड हैं। 14 मंजिला इस अस्पताल में अब 11 मंजिलों में कोरोना के मरीज हैं, लेकिन अभी पर्याप्त जगह नहीं है। लोग आते जा रहे हैं।

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शक्तिशाली देश यूरोप हुआ लाचार

कोरोना के वैसे रोगी जो थोड़े कम गंभीर हैं, उन्हें बेड की किल्लत की वजह से अस्पताल के जिम में रखा गया है। या फिर बाहर एक बड़ा टेंट लगाया गया है जहां उनका इलाज किया जा रहा है। सुनने में ये तो थर्ड वर्ल्ड की लचर स्वास्थ्य सुविधाओं का वर्णन लगता है, लेकिन यूरोप का एक शक्तिशाली देश अब कोरोना के सामने इस कदर लाचार हो गया है।

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रेलुगर टेस्ट हो तो स्टाफ ही गायब हो जाए

इस बात से खुद परेरा भी इत्तेफाक रखती हैं। उन्होंने कहा कि मुझे तीन महीने पहले कतई यकीन नहीं था कि मैं यहां काम कर पाऊंगी। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में उसी मेडिकल स्टाफ का चेकअप किया जा रहा है, जिसमें कोरोना के लक्षण दिखाई पड़ रहे हैं। अगर यहां पर रेगुलर टेस्ट किया जाए तो अस्पताल में स्टाफ ही देखने को नहीं मिलेंगे।

सांकेतिक तस्वीर

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70 हजार लोगों में 7 हजार मेडिकल वर्कर्स संक्रमित

इटली में कोरोना वायरस के संक्रमण से लगभग 70 हजार लोग ग्रसित हैं। इनमें से 10वां हिस्सा मेडिकल वर्कर, डॉक्टर और नर्सों का है। ये स्वास्थ्यकर्मी सरकार से रोजाना संसाधनों की भीख मांग रहे हैं। इनकी गुहार है कि इन्हें ज्यादा से ज्यादा मास्क, ग्लव्स और गॉगल्स दिए जाएं।

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डॉक्टर ने मांगी सरकार से मदद

इटली के डॉ फ्रांसेस्का डे गेनारो ने सरकार को एक खुला खत लिखते हुए कहा, 'कृपया करके हमें अकेले मत छोड़िए, आप हमारी जितनी मदद कर सकते हैं करिए। उन्होंने सरकार से मेडिकल उपकरणों की मांग की है।

सांकेतिक तस्वीर

प्लास्टिक से बन रहे डॉक्टरों के सूट

इटली से मिल रही रिपोर्ट के मुताबिक यहां गाउन और मास्क जैसी सामान्य सामानों की भी किल्लत हो गई है। मैड्रिड से 65 किलोमीटर दूर के एक लंग स्पेशलिस्ट डॉक्टर ओलगा मेदियानो ने कहा कि आप देख सकते हैं कि पूरे देश में वर्कर घर में प्लास्टिक का इस्तेमाल कर डॉक्टरों का सूट बना रहे हैं।

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कोरोना से बेबस होकर आए घुटनों पर

इटली और स्पेन दुनिया के विकसित देशों की लिस्ट में शामिल हैं, लेकिन कोरोना वायरस, खतरे को भांप पाने में कथित लापरवाही और संसाधनों की कमी ने ऐसा कोहराम मचाया है कि ये देश बेबस हो गए हैं और आज घुटनों पर आ गए हैं।

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